सावधान! हल्द्वानी में ‘बदहवास’ होने को युवा बन रहे लुटेरे, जेल जाने का डर भी खत्म

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हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। सावधान! हल्द्वानी में ‘बदहवास’ होने को युवा बन रहे लुटेरे, जेल जाने का भी खौफ नही। यह खबर कुमाऊं के प्रवेश द्वार हल्द्वानी की चिंताजनक तस्वीर को बयां करने के लिए काफी है। साल दर साल बीत रहे हैं और शहर लगातार भटके युवाओं का गढ़ बनता जा रहा है।

मुख्य बाजार से लेकर तेजी से विस्तार लेते शहर में आपको ऐसे कई युवा मिल जाएंगे जिन्हें देखकर आप कहेंगे अरे यार ये तो कुछ साल पहले तक अच्छा भला था, अचानक नशेड़ी कैसे बन गया।

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बड़ी और चिंताजनक बात यह है कि नशे की गिरफ्त में आए युवा अब नशे के इंतजाम जुटाने के लिए लुटेरा बनने से भी नहीं चूक रहे हैं। अब उन्हें जेल जाने का भी डर नहीं है।

एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा भी जाते जाते अपने 773 दिन के कार्यकाल की बतौर उपलब्धि कुछ आंकड़े जारी कर गए। अब उन आंकड़ों के पीछे की स्याह तस्वीर भी समझिए। उनके कार्यकाल में 1130 नशा तस्करों को गिरफ्तार कर करीब 1.22 करोड़ की अवैध शराब, 10 करोड़ की स्मैक, 11.2 करोड़ की चरस, 1.46 करोड़ की गांजा सहित 10 लाख के अवैध इंजेक्शन बरामद किए गए।

करोड़ों की स्मैक, चरस, इंजेक्शन जो पुलिस ने बरामद की, सोचिए इससे कितने गुना ज्यादा नशा शहर और जिले में खप गया होगा। और उसने कितने ही भटके युवाओं को अपनी चपेट में ले लिया होगा।

इस बात को साबित हल्द्वानी और जिले के दूसरे शहरों की सड़कों पर दीवार में चिपके धड़ाधड़ खुल रहे नशा मुक्ति केंद्रों के उन पोस्टर्स से भी समझा जा सकता है। जो नशेड़ी युवाओं को पटरी पर लाने का वादा कर रहे हैं।

2009 से नशे के इंजेक्शन लेने वालों का सुधार करने वाले एक एनजीओ के आंकड़े कहते हैं कि अब तक 71 लोग एचआईवी का शिकार हो चुके हैं। बीते तीन वर्षों में तीन दर्जन से अधिक एचआइवी से संक्रमित मिले हैं।

शहर में एक एनजीओ ने लक्ष्यगत हस्तक्षेप परियोजना के तहत अब तक नशे के इंजेक्शन का इस्तेमाल करने वाले 1248 लोगों को पंजीकृत किया है। इसमें 605 लोगों की वर्तमान में उपचार चल रहा है।

इन सबके बीच उन मां बाप के दर्द को भी समझिए जिनके बच्चे लगातार आसानी से मिल रहे नशे को चक्कर में बर्बाद हो रहे हैं। अगर आप हल्द्वानी की सड़कों पर नजर रखते होंगें तो ऐसे कई युवा आपको बदहवास हालत में भटकते झूमते दिख जाते होंगे।

पुलिस वालों से लेकर शहर में रहने वाले प्रशासनिक अधिकारियों तक को इनकी खबर है लेकिन ये नशे से आदी हो चुके युवा यूं ही सुबह से रात तक शहर की मुख्य सड़कों से लेकर औने कोने आधे अधूरे कपड़ों के साथ घूमते रहते हैं। कोई इनका रेस्क्यू करने वाला नहीं, कोई इनकी सुध लेने वाला नहीं जबकि इसी शहर में न जाने कितने ही खुद को समाजसेवी कहने वाले निकल जाएंगे।

साफ है कि आपको अपने बच्चों पर खुद नजर रखनी होगी। तय मानिए अगर मां बाप दोनों नौकरी और नोट कमाई में व्यस्त हुए तो बच्चे के भटकने के चांस बढ़ जाएंगे। आज भी शहर में कई मां बाप ऐसे हैं जो अपने बच्चों को नशे की गिरफ्त से बाहर लाने की जुगत में हैं।

गलाकाट प्रतिस्पर्धा के दौर में टूटे सपनों से बिखरे युवाओं को संभालने की जिम्मेदारी भी उन्हीं मां बाप की है जिन्होंने उन्हें पैदा किया। बच्चों की संगत पर नजर रखिए। शौक शौक में नशे की शुरुआत कब उन्हें गर्त में धकेल देगी, आप भी अंदाजा नहीं लगा सकते।

बड़े बड़े घरों में रहने वाले ये मां बाप खून के आंसू बहाने को मजबूर हैं। जो सक्षम हैं वो समय रहते बच्चों को नशा मुक्ति केंद्रों के हवाले कर रहे हैं और जो सक्षम नहीं वो भगवान के आगे औलाद की सही राह के लिए दामन फैला रहे हैं।

ऐसा नहीं है कि मित्र पुलिस को शहर में नशे के ठिकानों का पता नहीं, सब पता है लेकिन वो सिर्फ ड्यूटी निभाने भर तक ही एक्शन लेगी।

उत्तर प्रदेश के बरेली, बहेड़ी, रामपुर का हल्द्वानी से नशा नेटवर्क किससे छिपा है। और हल्द्वानी के अंदर भी किन किन इलाकों में नशा बंटता है, यह भी पुलिस को पता है।

जिले से विदाई से कुछ दिन पहले ही प्रहलाद नारायण मीणा को भाजपा के कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत ने खुद हल्द्वानी में नशे के एक एक गढ़ के बारे में ऑन कैमरा बताया था। यह भी कहा था कि तुमने फिर भी कोई कार्रवाई नहीं की।

साफ था क्योंकि जिस तरह से तत्कालीन एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने भरी बैठक में पुलिस के अधिकारियों से कहा था कि नशा माफिया के खिलाफ एक्शन में तुम्हारी आत्मा भले मर गई हो लेकिन मेरी फिलहाल इस मामले में तो नहीं मरी है। यह बयान खूब वायरल हुआ। ऐसे में आप समझ सकते हैं कि नशा माफिया के पैर हल्द्वानी और नैनीताल जिले में किस कदर जम गए हैं।

तब बोले थे एसएसपी मीणा – मेरी आत्मा नहीं मरी है Video 

महीने दो महीने में एक दो नशा तस्करों को पकड़ कर जताया जाता है मानो कितना बड़ा तीर मार दिया। लेकिन आप समझिए कैसे दिन महीना साल गुजर रहा है और हल्द्वानी शहर नशा तस्करों की बड़ी मंडी बनता जा रहा है। इसे ताजा इन दो मामलों से समझिए।

एक दिन पहले ही मोटाहल्दू गायत्री शक्ति पीठ के सामने अवैध नशीले इंजेक्शन के साथ राजा शानू पुत्र मोहम्मद याकूब निवासी गफूर बस्ती, बनभूलपुरा को गिरफ्तार किया गया। आरोपी के कब्जे से 70 नशीले इंजेक्शन बरामद किए गए। यहां भी पकड़ा गया आरोपी राजा शानू पूर्व में 02 बार जेल जा चुका है।

आज यानि शुक्रवार सुबह रामलीला मैदान हल्द्वानी के मंच के पीछे सीढ़ियों के पास से 02 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से छीना हुआ मोबाइल और 2740 ₹ बरामद किया गया ।

गिरफ्तार किए गए दोनों नशेड़ी शातिर किस्म के अपराधी हैं, जिनका पूर्व में आपराधिक इतिहास रहा है, जिसमें लूट, एनडीपीएस और अवैध शस्त्र जैसे गंभीर अपराध दर्ज है।

पूछताछ में अभियुक्त गणों  द्वारा यह भी बताया गया कि वे नशे की जद में जाने के कारण अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए अपराध करते हैं।

ढूनामानी, मुनस्यारी निवासी 61 वर्षीय ललित सिंह भण्डारी पुत्र स्व. दरपान सिंह भंडारी ने कोतवाली में तहरीर देकर बताया कि 30 अक्टूबर 2025 को जम्मू से पिथौरागढ के लिये जा रहे थे। सुबह 6:30 जब हल्द्वानी रोडवेज स्टेशन पर उतरकर नैनीताल रोड पर आए तो अचानक 02 अज्ञात व्यक्ति उनकी जेब से मोबाइल और 25000 ₹ छीनकर भाग गए।

ये है आरोपियों की पहचान      

1- आकाश कुमार पुत्र स्व. विरेन्द्र कुमार निवासी कालिका कालोनी चौफुला चौराहा दमुवाढूंगा थाना काठगोदाम जनपद नैनीताल उम्र 28 वर्ष

2- अजीम अली पुत्र स्व. नवाब अली निवासी गोलागेट वार्ड नंबर- 14 टनकपुर रोड जवाहर नगर थाना बनभूलपुरा जनपद नैनीताल उम्र 27 वर्ष।

दोनों आरोपियों का पुराना आपराधिक इतिहास  

अजीम अली पुत्र स्व. नवाब अली

1-एफआईआर न. 534/21 धारा 392/411 भादवि चलानी थाना हल्द्वानी

2- एफआईआर न. 342/19 धारा 4/25 आर्म्स एक्ट चालानी थाना हल्द्वानी

3- एफआईआर न. 293/23 धारा 8/22 एनडीपीएस एक्ट चालानी थाना बनभूलपुरा

आकाश कुमार पुत्र स्व. विरेन्द्र कुमार

1-एफआईआर नंबर 92/25 धारा 8/21 एनडीपीएस एक्ट चालानी थाना हल्द्वानी

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संजय पाठक

संपादक - प्रेस 15 न्यूज | अन्याय के विरुद्ध, सच के संग हूं... हां मैं एक पत्रकार हूं

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