

Crime news: देवभूमि उत्तराखंड में नशा माफिया लगातार पैर फैला रहे हैं। मां बाप अपने नौनिहालों का भविष्य बचाने के लिए दिन रात लगे रहते हैं लेकिन आसानी से नशा बेचकर अमीर बनने वाले शैतान उन्हें खून के आंसू रुलाने में बेखौफ लगे हैं।
ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर देवभूमि कब नशा मुक्त बनेगी? मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का 2025 तक उत्तराखंड को नशा मुक्त करने का सपना कैसे पूरा होगा?

किच्छा में पुलिस ने तीन किलो चरस के साथ आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से बरामद चरस की कीमत करीब 9 लाख रुपए बताई जा रही है।
पुलिस के मुताबिक, कल देर रात कोतवाली पुलिस किच्छा बाईपास रोड में गस्त कर रही थी। तभी महिला डिग्री कॉलेज के पास एक व्यक्ति संदिग्ध दिखाई दिया। जब टीम ने उसे रुकने को कहा तो आरोपी घबरा गया।
शक होने पर पुलिस ने जब आरोपी युवक की तलाशी ली तो एक थैले में भारी मात्रा में चरस बरामद हुई। पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम खिलाफ राम निवासी ग्राम टीक पोस्ट ऑफिस डोला, थाना कपकोट जनपद बागेश्वर बताया।
आरोपी ने बताया कि चरस की खेप बदियागांव कपकोट के कुछ लड़कों ने बेचने के लिए दी थी। वह चरस की खेप जनपद में खपाने के लिए आया हुआ था।
आरोपी ने यह भी बताया कि वह साल 2021 में बागेश्वर कोतवाली से एनडीपीएस एक्ट के तहत जेल जा चुका है, जिसमें उसे 10 साल की सज़ा हुई थी। वह करीब 06 महीने पहले ही जमानत पर बाहर आया है और रुद्रपुर सिडकुल में एक फैक्ट्री में नौकरी कर रहा था। आरोपी के खिलाफ किच्छा पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जेल माननीय न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है।
