हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। बांग्लादेश में क्या कुछ घट रहा है, ये देश में किसी से छुपा नहीं है। इस बीच हल्द्वानी की बरेली रोड से दो संदिग्ध पुलिस की पकड़ में आए हैं।
इन दिनों नैनीताल जिले में बाहरी व्यक्तियों का सत्यापन अभियान चल रहा है। जिस क्रम में तीन अक्टूबर को हल्द्वानी के मंडी चौकी क्षेत्र में पुलिस सत्यापन अभियान चला रही थी।
इस दौरान गौजाजाली विचली क्षेत्र में मुन्नालाल पुत्र राम प्रसाद के मकान में दो संदिग्ध मिलने से पुलिस भी हैरत में पड़ गई। संदिग्धों की पहचान नारायण विश्वास पुत्र मेघनाद विश्वाश निवासी कचुवा अभय नगर सिरधौरपुर 7460 जसौर बांग्लादेश जन्मतिथि -04-10-1967 पासपोर्ट न0- A11489354 वैधता 24-07-2028 तक बीजा न०- VL9933462 वैधता 28-02-2024 तक और गौरी विश्वास पत्नी नारायण विश्वास निवासी उपरोक्त जन्मतिथि- 12-01- 1977 पासपोर्ट न०-A08095011 वैधता 24-07-2028 तक बीजा न०-VL9933461 वैधता 28-02-2024 तक के रूप में हुई है।
पूछताछ में दोनों ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी काकोली के उपचार के लिए 10 सितंबर 2023 को हरिदासपुर पश्चिम बंगाल लैण्ड इमिग्रेशन चैक पोस्ट से मेडिकल बीजा पर भारत में प्रवेश किया था। मेडिकल बीजा क्रिश्वन मेडिकल कालेज बेलोर तमिलनाडू हेतु निर्गत किया गया था। उक्त मेडिकल कालेज में 13 सितंबर 2023 से 25 सितंबर 2023 तक इलाज कराया जहां काकोली को गले का कैसर निकला।
21 नवंबर 2023 को वह तीनों लालकुआं पहुंचे और उसके बाद गौजाजाली बिचली में गौरी की बहन शोभा मौर्य (विश्वास) जिसके द्वारा वर्ष 1997 में मुन्नालाल मौर्या के साथ विवाह कर भारत में रह रही है। 07 वर्ष पूर्व हल्द्वानी गौजाजाली बिचली में जमीन लेकर मकान बना कर रह रहे हैं। 21 नवंबर 2023 से सुशीला तिवारी चिकित्सालय हल्द्वानी में काकोली का उपचार कराया किन्तु काकोली की इस वर्ष जुलाई में कैंसर की वजह से मृत्यु हो गई। बेटी की मृत्यु के कुछ समय बाद आईटीआई तिराहे पर सब्जी का फड लगाकर दोनों जीवनयापन करने लगे।
पुलिस के अनुसार, नारायण विश्वास व गौरी विश्वास जो कि मेडिकल बीजा पर भारत आये थे, की बीजा अवधि 28 फरवरी 2024 को समाप्त हो चुकी है और भारत में अवैध रूप से प्रवास कर रहे हैं जो धारा-14 विदेशी अधिनियम का अपराध है।
दोनो अभियुक्तों के विरुद्ध थाना हल्द्वानी पर एफआईआर न० 353/24 धारा-14 विदेशी अधिनियम का अभियोग पंजीकृत कर उक्त दोनो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय पेश किया जा रहा है।