उत्तराखंड: नैनीताल जिले का अलौकिक मंदिर, जिसकी परिक्रमा करते हैं शेर, यहां चढ़नी पड़ती हैं 90 सीढ़ियां

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Supernatural Temple of Devbhoomi Uttarakhand: Garjiya Devi mandir Ramnagar: रामनगर, प्रेस15 न्यूज। देवभूमि उत्तराखंड में एक अलौकिक दिव्य मंदिर ऐसा भी है, जिसकी परिक्रमा कोई और नहीं स्‍वयं मां दुर्गा की सवारी प्रिय शेर करते हैं। जी हां, यह कोई पौराणिक कथा नहीं है, बल्कि ऐसा हकीकत में भी देखा गया है। हम बात कर रहे हैं, नैनीताल जिले के रामनगर में कोसी नदी के पास स्थित मां गर्जिया देवी के मंदिर की। मान्यता है कि गर्जिया देवी के दर्शन मात्र से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। यह मंदिर जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क से महज आठ किमी की दूरी पर स्थित है।

कोसी नदी के बीचों बीच करीब 100 फीट ऊंचे टीले पर बसा मां गर्जिया का पावन धाम।

पौराणिक मान्यता के अनुसार, गर्जिया देवी का मंदिर जिस टीले पर स्थित है, वह टीला एक बार कोसी नदी में आई बाढ़ में बहने लगा था। तब भैरव देव ने टीले को आवाज लगाई, ठहरो बहन ठहरो… हम सबके साथ यहां निवास करो। इसके बाद मां गर्जिया कोसी नदी के बीच में ही रुक गईं और वहीं मां का दिव्य मंदिर बनवाया गया। मंदिर मां पार्वती यानी गिरिराज हिमालय की पुत्री गिरिजा को समर्पित है। यही वजह है कि मां गर्जिया का यह मंदिर चमत्कारी सिद्धपीठ के रुप में भी जाना जाता है।

मां गर्जिया का मंदिर हरे-भरे जंगलों के बीच से बहती कोसी नदी के बीच में करीब 100 फीट ऊंची चट्टान पर पर स्थित है। लोगों का माता के प्रति अटूट विश्वास है। यही वजह है कि माता पार्वती के इस मंदिर को स्थानीय लोग गर्जिया माता के मंदिर के रूप में जानते हैं। भक्तों को माता के दरबार में पहुंचने के लिए करीब 90 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। माता के मंदिर में भक्त चुनरी बांधकर मनोकामना मांगते हैं। मन्नत पूरी होते ही भक्त चुनरी खोलकर अपने घर ले जाया करते हैं। माना जाता है कि जो भी भक्त इस मंदिर में सच्चे मन से मुराद मांगता है, मां गर्जिया उसकी मुराद जरूर पूरी करती हैं।

कैसे पहुंचे मां गर्जिया देवी के धाम

मां गर्जिया देवी के मंदिर पहुंचने के लिए आपको सबसे पहले रामनगर पहुंचना होगा। कुमाऊं के प्रवेश द्वार हल्द्वानी से रामनगर की दूरी करीब 55 किलोमीटर है। नैनीताल से करीब 73 किमी की दूरी पर स्थित मां गर्जिया का धाम रामनगर से करीब 10 किमी की दूरी पर स्थित है। सड़कमार्ग से बस, टैक्सी के द्वारा गर्जिया देवी के मंदिर आसानी से पहुंचा जा सकता है। ट्रेन की मदद से भी आप रामनगर रेलवे स्टेशन आसानी से पहुंच सकते हैं।

मां गर्जिया देवी मंदिर में स्थित मां की अलौकिक छवि।
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संजय पाठक

संपादक - प्रेस 15 न्यूज | अन्याय के विरुद्ध, सच के संग हूं... हां मैं एक पत्रकार हूं

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