पशु क्रूरता निवारण समिति की बैठक पर बैठक, फिर क्यों सड़कों से कम नहीं हो रहे बेजुबान?

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हल्द्वानी/ नैनीताल, प्रेस 15 न्यूज। हल्द्वानी समेत जिले की किसी भी सड़क पर आप चले जाइए आपको भटकते बेजुबान नजर आ जाएंगे।

बीते दिनों बाजार क्षेत्र में अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान सिटी मजिस्ट्रेट एपी बाजपेई और सहायक नगर आयुक्त गणेश भट्ट भी बेजुबान की टक्कर से बाल बाल बचे थे।

बुधवार शाम हल्द्वानी पुलिस भी जब एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा के नेतृत्व में बाजार क्षेत्र में आसामाजिक तत्वों के खिलाफ ऑपरेशन सेनेटाइजर के तहत धरपकड़ कर रही थी, तभी पटेल चौक के पास एक बेजुबान भागते बर्तन बाजार हुए गुजरा। जिसके बाद एसएसपी समेत कोतवाल, एसपी सिटी प्रकाश चंद्र को भी किनारे हटना पड़ा था।

कहने का आशय यह है कि लगातार हल्द्वानी के बाजार क्षेत्र समेत गली गली में बेजुबान जानवर घूम रहे हैं। सोचिए कैसे आम जनता बेजुबानों से बचते बचाते खरीदारी करती होगी। ऐसे में बेजुबानों को गौशाला पहुंचाने के प्रशासन के दावे खोखले नजर आ रहे हैं।

हैरानी की बात यह है कि सड़कों पर बेजुबानों को छोड़ने वालों के खिलाफ भी प्रशासन सख्ती नहीं दिखा रहा हैं। बैठकों में कार्रवाई की बात जरूर होती है लेकिन सड़क पर एक भी ऐसे व्यक्ति की द्वार नहीं होती जो बेजुबानों को मतलब निकलते ही तिल तिल मरने को छोड़ रहे हैं।

इस बीच आज जिलाधिकारी वंदना सिंह की अध्यक्षता में नैनीताल क्लब सभागार में पशु क्रूरता निवारण समिति की बैठक हुई। जिसमें जिलाधिकारी ने जिले भर में स्वयं के संसाधनों से संचालित गौ सदन, निर्माणाधीन गौसदन, ग्राम गौसवेक गौ सदन योजना, गौसेवक प्रगति की समीक्षा की।

सीवीओ डा. धीरेश जोशी ने बताया कि वर्तमान में जिले में शासकीय सहायता प्राप्त पंजीकृत 5 गोसदन चल रहे हैं, जिनमें लगभग 3500 पशु क्षमता है, एक वर्ष पूर्व पंजीकृत गोसदन की संख्या दो थी और क्षमता लगभग 1200 थी, पिछले एक वर्ष में गौशालाओं का कार्य हुआ है और क्षमता दो गुना बढ़ी है।

इसके अतिरिक्त स्वयं संसाधनों से संचालित गौसदन ( गैर अनुदान प्राप्त) 3 गौ सदन हैं जिसमें 411 पशुधन है।

वर्तमान में भवाली नगर पालिका में 200 पशुधन क्षमता, नगरपालिका रामनगर में 200 पशुधन क्षमता, आनंदनगर जिला पंचायत मालधन चौड़ में 500 पशुधन क्षमता और नित्यानंद आश्रम क्षमता विस्तार में 400 पशुधन क्षमता का गौसदन बनाने के प्रस्ताव अलग अलग चरणों में प्रगति पर हैं ।

जिलाधिकारी ने निर्माणाधीन गौसदनों की कार्यदाई संस्था को गुणवत्ता और समय का ध्यान रखने और जल्द गौसदन तैयार करने के निर्देश देते हुए गौसदन को संचालित करने के लिए संस्था का चयन प्रक्रिया शुरू करने को कहा।

साथ ही उन्होंने बेतालघाट, ओखलकांडा, धारी में गौसदनों के लिए भूमि चिन्हीकरण कर डीपीआर तैयार करने को कहा। जिससे ग्राणीण इलाकों में भी जल्द से जल्द गौसदन खोला जा सके और आवारा पशुओं से निजात मिल सके।

सीवीओ ने ग्राम गोसेवक गोसदन योजना के तहत नर गौवंश को पाले जाने पर एक नर गौवंश पर 80 रुपए प्रतिदिन भरण पोषण दिया जाता है, साथ ही कोई भी 5 नर गौवंश की देखरेख और पालन पोषण कर सकता है।

नर गौ वंश पालने और जागरुक करने के लिए जिलाधिकारी ने पशुचिकित्सा अधिकारियों को नर पशु पंजीकरण की जानकारी के लिए न्याय पंचायतों में समय समय पर गोष्ठी और अभियान चलाने की बात कही। उन्होंने अन्य पालतू जानवरों के पंजीकरण कराने के भी निर्देश दिए।

कहा कि शहर और ग्रामीण या आबादी वाले इलाकों में आवारा घूम रहे टैग लगे पशुओं को चिह्नित कर चालानी कार्रवाई करें। साथ ही इसकी जानकारी एसडीएम, नगर निगम, पालिका-पंचायत को देना भी सुनिश्चित करने को कहा।

डीएम ने कहा कि राजपुरा गौशाला में अधिकतर घायल पशुओं का उपचार भी किया जाता है, इसके लिए सीवीओ को हर रोज सुबह शाम डाक्टरों की ड्यूटी लगाने, पर्याप्त औषधि की व्यवस्था करने और गौशालाओं में आ रही समस्याओं का निराकरण करने के निर्देश दिए।

उन्होंने आवारा पशुओं पर रेडियम बैल्ट लगाने की बात कही। जिससे रात में होने वाली दुर्घटनाओं से पशुओं को बचाया जा सके। जिसके लिए उन्होंने पशु चिकित्सा अधिकारियों को नगर निगम, पालिका और एनजीओ से समन्वय करने की बात कही।

इसके अलावा श्वान पशुओं के पंजीकरण के लिए भी सभी नगर निकाय जागरूकता कार्यक्रम चलाए और घायल, आवारा श्वान पशुओं हेतु भवाली में बनाए गए शेल्टर को भवाली पालिका शीघ्र संचालित करे, नैनीताल नगर पालिका को श्वान पशुओं के बधियाकरण हेतु एबीसी सेंटर को शीघ्र संचालन के निर्देश दिए । बैठक में गौ समिति के सदस्य और विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

इससे पहले 20 जुलाई को कैम्प कार्यालय हल्द्वानी में जिलाधिकारी वंदना की अध्यक्षता में निराश्रित गौवंश के प्रबन्धन में जनपदीय गौ आश्रय समिति की बैठक हुई थी।

जिलाधिकारी ने नई गौशालाओं के निर्माण के साथ साथ  नगर पंचायत, नगर पालिका एवं नगर निगम क्षेत्रों में पशुपालन विभाग द्वारा संयुक्त टीम बनाकर निराश्रित, आवारा छोडने वाले पशुओं के पशु स्वामियों का चिन्हिकरण कर प्रत्येक सप्ताह नोडल विभाग पशुपालन विभाग द्वारा  चालान करने और अनुपालन रिपोर्ट देने  के निर्देश दिए थे।

बैठक में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा बताया गया था कि एंजिल सेल्टर हॉम फार रेस्क्यू एनिमल्स इन यार्न समिति द्वारा नगर निगम की राजपुरा एवं शीशमहल अस्थाई गौशालाओं का संचालन प्रारम्भ करा दिया गया था, जल भराव के कारण इन गौशालाओं से पशुओं को गंगापुर स्थित स्थाई गौशाला में शिफ्ट किया जा रहा है ।

साथ ही जनपद में ग्राम गौसेवक योजना के अन्तर्गत 19 लाभार्थियों का चयन कर 7 लाभार्थियों को पशु कल्याण में बोर्ड में पंजीकरण कर 2 लाभार्थियों के द्वारा निराश्रित  नर पशुओं का पालन भी करा दिया गया है।

जिलाधिकारी ने कहा था कि विकास खण्ड स्तर पर समितियों द्वारा गौशाला स्थापना के प्रस्ताव प्राप्त हो गये सम्बन्धित उपजिलाधिकारी गौशालाओं हेतु भूमि हस्तांतरण की कार्यवाही हेतु प्रस्ताव एवं डीपीआर शीघ्र प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें।

उन्होंने पशुचिकित्साधिकारी को ग्राम रतनपुर बैलपडाव के अन्तर्गत श्रीकृष्ण विश्व मंगल गौ आश्रय धाम गौशाला का पशुकल्याण बोर्ड में पंजीकरण हेतु कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे।

जिलाधिकारी ने बताया था कि रामगढ क्षेत्र मे क्षेत्रीय भ्रमण के दौरान लोगों द्वारा रामगढ में एक गौशाला की  मांग की गई है। उन्होंने उपजिलाधिकारी कैचींधाम को निर्देश दिये थे कि उद्यान विभाग की रिक्त भूमि पर एक गौशाला निर्माण हेतु पशुपालन, उद्यान  एवं राजस्व विभाग की संयुक्त टीम बनाकर गौशाला निर्माण हेतु संयुक्त कार्ययोजना और डीपीआर प्रस्तुत कराने के निर्देश भी दिये थे।

बैठक में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने बताया था कि पशु कल्याण बोर्ड में पंजीकृत जनपद की 3 गौशालाओं के संचालन भरण पोषण हेतु 2 करोड 82 लाख 99 हजार 100 सौ बीस रूपये की धनराशि का आवंटन कर दिया है।

साफ है, दो – तीन महीने में बेजुबानों से जुड़ी बैठकों का दौर जारी है लेकिन सवाल यह है कि क्यों सड़कों से बेजुबान कम नहीं हो रहे हैं। ऐसा तब है जब बेजुबानों की टक्कर से जिले में कई घरों की खुशियां तक छीन चुकी हैं। हल्द्वानी की मुख्य सड़कों में आप रोजाना बेजुबानों को झुंड के झुंड घूमते देख सकते हैं, ऐसे में जिले के बाकी क्षेत्रों का क्या हाल होगा, आसानी से समझा जा सकता है।

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संजय पाठक

संपादक - प्रेस 15 न्यूज | अन्याय के विरुद्ध, सच के संग हूं... हां मैं एक पत्रकार हूं

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