
उत्तरकाशी, प्रेस 15 न्यूज। शराब किस कदर घर की सुख शांति को छीनती है, इस बात को वही समझ सकता है, जिस घर में कोई शराब का लती हो। उत्तराखंड में ऋषिकेश में शराब की दुकान के बाहर जन आक्रोश और पुलिस के पहरे के बाद अब उत्तरकाशी से नशे के खिलाफ प्रेरित करने वाली खबर सामने आई है।
डुंडा विकासखंड के लोदाड़ा गांव के ग्रामीणों ने नशामुक्त अभियान के तहत नई पहल की है। ग्राम प्रधान कविता बुटोला सहित अन्य लोगों ने निर्णय लिया कि शादी समारोह और अन्य कार्यक्रमों में शराब परोसने वालों पर 51 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। वहीं उसके बाद अगर कोई ग्रामीण नियमों को नहीं मानता है तो उसका सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा।
जनपद के लोदाड़ा की ग्राम प्रधान कविता बुटोला, महिला मंगल दल और युवा मंगल दल व ग्रामीणों ने शराब पर प्रतिबंध को लेकर बैठक में तय किया कि शादी विवाह, चूड़ाकर्म संस्कार आदि कार्यक्रमों में शराब नहीं परोसी जाएगी। समारोह में शराब परोसने पर प्रतिबंध का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया।
प्रधान कविता बुटोला ने कहा कि अगर किसी भी परिवार के यहां विवाह और चूड़ाक्रम संस्कार कार्यक्रम में शराब के सेवन की शिकायत मिली तो उसके कार्यक्रम में कोई भी ग्रामवासी शामिल नहीं होगा। इसके साथ परिवार पर 51 हजार ₹ जुर्माना दंड के तौर पर लगेगा। ऐसे परिवार का पूरी तरह से सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा।
वहीं दंडित परिवार भी ग्रामवासियों के किसी भी कार्यक्रम में शामिल होने का अधिकारी नहीं होगा।
ग्रामीणों का कहना है कि लोग अपने बच्चों और युवाओं के भविष्य को लेकर भी भय में है कि यदि शराब का चलन इसी तरह से चलता रहा तो बच्चे आगे कैसे बढ़ सकेंगे। युवा रोजगार की बजाए नशे की जद में आकर अपराधों में फंस जाएंगे।
बैठक में ग्राम प्रधान कविता बुटोला, लीला सिंह अग्रवाल, कृष्णा राणा, रमेश बुटोला, कुंवर सिंह कुड़ियाल, नत्थी सिंह अग्रवाल, ओंकार सिंह पवार, सोहन बुटोला कीर्ति अग्रवाल, सुशील बुटोला,मुकेश बिष्ट, दलबीर राणा, भूपेन्द्र बुटोला,कोमल राणा सोबन पवार, गोबर सिंह अग्रवाल, प्रवेश राणा, राजेन्द्र पवार, गंभीर चौहान आदि रहे।








