
हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। आर्डन प्रोग्रेसिव स्कूल, लामाचौड में 25वां उत्तराखंड स्थापना दिवस (रजत जयंती) हर्षोल्लास और उमंग के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रार्थना सभा से हुआ, जिसके बाद विद्यार्थियों ने नृत्य, गीत और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं।
कार्यक्रम में बच्चों की कुमाऊंनी गीतों और पारंपरिक वेषभूषा ने सबका मन मोहा। विद्यालय के ट्रस्टी और प्रधानाचार्य ने सभी को शुभकामनाएं देते हुए राज्य के गौरवशाली इतिहास की जानकारी दी और बच्चों के उत्साह की सराहना की।
इस अवसर पर विद्यार्थियों से उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर तथा राज्य आन्दोलन के बलिदानों की चर्चा भी की गई। बच्चों को बताया कि कैसे 42 बलिदानियों की शहादतों के बाद 9 नवंबर 2000 को भारत के 27वें राज्य के रूप में उत्तराखंड की स्थापना हुई।
विद्यालय के प्रबंधक भुवन चंद्र उपाध्याय ने विद्यार्थियों को बताया कि आरंभ में “उत्तरांचल” नाम से बने इस राज्य का 2007 में नाम बदलकर “उत्तराखंड” रखा गया क्योंकि यह नाम क्षेत्र की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहचान से भली-भांति मेल खाता है। उत्तराखंड की 25 साल की यह यात्रा राजनीतिक बदलावों, आर्थिक विकास, सामाजिक संघर्ष, और पर्वतीय चुनौतियों से भरी रही है, जिसमें जनता की अपेक्षाएं और असलियत दोनों ही उजागर होती हैं।









