भीमताल, प्रेस 15 न्यूज। पहाड़ में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। शहरों में रहने और कॉन्वेंट स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों से ये बच्चे किसी भी मामले में पीछे नहीं। पहाड़ सी जिंदगी के बीच गांव पहाड़ के नौनिहाल अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते रहते हैं। और इस काम में गुणी गुरुजनों का आशीर्वाद भी उन्हें भरपूर मिलता है। और माता पिता और परिवार के संस्कार भी उन्हें आगे बढ़ने में सहयोग करते हैं।
मेहरागांव के 10वीं के होनहार छात्र वैभव जोशी ने भी अपनी दुधबोली मातृभूमि में शानदार निबंध लिखकर राष्ट्रीय कुमाऊंनी साहित्य पुरस्कार हासिल किया है। वैभव ने साबित किया है कि अपनी जड़ों से जुड़कर भी सफलता हासिल की जा सकती है।
चंपावत में बीते दिनों हुए 16वें राष्ट्रीय कुमाऊंनी भाषा साहित्य सम्मेलन में राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मेहरागांव के दसवीं के छात्र वैभव जोशी ने कुमाऊंनी निबंध लेखन प्रतियोगिता में बाजी मार कर ₹1000 का नगद पुरस्कार, प्रमाण पत्र एवं मेमेंटो प्राप्त किया।
विद्यालय के हिंदी शिक्षक डॉ. प्रदीप उपाध्याय के नेतृत्व में वैभव ने कठिन परिश्रम के द्वारा बहुत अच्छा निबंध तैयार किया था, जिसे राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत होने का गौरव मिला है। इससे पूर्व भी इस विद्यालय के कई छात्र-छात्राएं कुमाऊनी भाषा में कार्य करते हुए प्रतियोगिताओं में अपनी काबिलियत का प्रदर्शन कर चुके हैं।
होनहार वैभव के पिता नवीन चंद्र जोशी इलेक्ट्रीशियन हैं जबकि मां भावना जोशी गृहिणी हैं। परिवार में वैभव तीन बड़ी बहनों का लाडला भाई है।
शिक्षक डॉ. प्रदीप उपाध्याय ने बताया कि वैभव एक बहुआयामी व्यक्तित्व का मेधावी छात्र है। गायन से लेकर पठन पाठन से जुड़ी गतिविधियों में वैभव समय समय पर विद्यालय का मान बढ़ाता है। वैभव के टैलेंट की धूम राजधानी देहरादून तक गूंज चुकी है।
प्रेस 15 न्यूज की पूरी टीम की ओर से भीमताल मेहरागांव के होनहार वैभव जोशी को उज्जवल भविष्य की ढेर सारी शुभकामनाएं…यूं ही पितरों की माटी का गौरव बढ़ाते रहना।