
नैनीताल/हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। नैनीताल में श्रीगुरु नानक देव के 556वें प्रकाश पर्व को बड़े ही हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर नैनीताल के गुरुद्वारे को भव्य रूप से सजाया गया। गुरुद्वारे में भारी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली।
गुरुद्वारा के सचिव अमरप्रीत सिंह ने कहा कि श्रीगुरु नानक देव जी के दिखाए मार्गदर्शन में सभी धर्मों को आगे बढ़ाने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि श्रीगुरु नानक देव जी के 556वें प्रकाश पर्व के अवसर पर गुरुद्वारे में शब्द कीर्तन के साथ ही कई कार्यक्रम आयोजित किए गए और श्रद्धालुओं के लिए लंगर भी लगाया गया।
वहीं, हल्द्वानी में भी श्री गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व श्रद्धा के साथ मनाया गया। प्रकाश पर्व के उपलक्ष पर आज विशेष कीर्तन दीवान सजाए गए।
सतगुरु नानक प्रगटेया मिट्टी धुंध जग चानण होवा
श्री गुरुनानक देव जी के 556 वे प्रकाश पर्व को समर्पित आज गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा रामलीला ग्राउंड स्थित बड़ी श्रद्धा और आस्था के साथ धार्मिक दीवान सजाए जिसमें पंथ के ज्ञानी, रागी और प्रचारक द्वारा कथा और कीर्तन करके संगत को निहाल करा जिसमें विशेष रूप से तख्त श्री पटना साहिब से पहुंचे।
ज्ञानी रणजीत सिंह जी मस्कीन, द्वारा कथा की गई तथा अमृतसर पंजाब से पहुंचे हजूरी रागी ज्ञानी अवतार सिंह द्वारा कीर्तन गायन किया गया व रागी हरजोत सिंह जी द्वारा जो विशेष रूप से पंजाब के आनंदपुर साहिब से पहुंचे हैं।
उन्होंने श्री गुरु नानक देव जी की जीवनी पर प्रकाश डाला। इस उपरांत हेड ग्रंथि द्वारा जगत कल्याण की अरदास भी की और आज दोपहर 12:00 बजे से विशाल लंगर का भी आयोजन किया गया जिसमें हजारों की तादाद में श्रद्धालुओं ने लंगर व प्रसाद ग्रहण किया।
जानकारी देते हुए गुरुद्वारे के स्टेज सेक्रेटरी हरविंदर सिंह बबलू कुकरेजा और प्रवक्ता हरजीत सिंह चड्ढा ने बताया कि श्री गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व जो की भव्य रूप से बनाया और रात को भी दीवान सजाए गए श्री गुरु नानक देव जी सिखों के पहले गुरु थे और उन्होंने सिख धर्म की नींव रखी जैसा कि सतगुरु नानक प्रगटेया मिट्टी धुंध जग चानण होवा।
जिसका अर्थ है कि सतगुरु नानक देव जी के प्रकट होने से, अंधकार रूपी मिट्टी (अज्ञानता) दूर हुई और पूरी दुनिया ज्ञान के प्रकाश से भर गई। यह पंक्ति गुरु नानक देव जी के जन्म की खुशी व्यक्त करती है और उनके आगमन को एक नई सुबह के रूप में दर्शाती है, जो अज्ञानता को दूर करके ज्ञान का प्रकाश फैलाती है। गुरु नानक देव जी ने प्रेम, सेवा, एकता, और समानता का संदेश दिया। उनकी प्रमुख शिक्षाओं में ‘नाम जपो, किरत करो, और वंड छको’ (नाम जपो, मेहनत करो, और बांट कर खाओ) शामिल है।
उन्होंने जाति-पाति और धार्मिक भेदभाव के विरुद्ध आवाज उठाई और समाज में एकता तथा भाईचारे को बढ़ावा दिया श्री गुरु नानक देव जी ने दूसरों की सेवा करने पर बल दिया था। इससे भी हमें बहुत प्रेरणा मिलती है।
बचपन में गुरु नानक देव जी को उनके पिता ने 20 रुपये देकर व्यापार करने के लिए भेजा। शाम को जब वह वापस लौटे तो पिता ने व्यापार के बारे में पूछा। गुरु जी ने बताया कि मैंने 20 रुपये साधु संतों की सेवा में खर्च कर दिए। उन्हें खाना भी खिलाया। तभी से इस अटूट लंगर की शुरुआत हुई। जिसे सिख धर्म आज तक निभा रहा है।
कार्यक्रम में विशेष रूप से पहुंचे नैनीताल के जिलाधिकारी ललित मोहन रयला ,मेयर गजराज सिंह बिष्ट, भाजपा जिला अध्यक्ष प्रताप बिष्ट, कांग्रेस नेता खजान पांडे, ललित जोशी, पूर्व सांसद बलराज पासी, आरटीओ प्रशासन डॉ. गुरदेव सिंह, कृष्णा हॉस्पिटल के डॉ. हरभजन सिंह ने पहुंच कर माथा टेक कर गुरु साहिब जी का आशीर्वाद प्राप्त किया।
इस दौरान मुख्य सेवादार वीरेंद्र सिंह चड्ढा कंवलजीत सिंह उप्पल ,रमन साहनी परमजीत सिंह शंटी कुलविंदर सिंह चड्ढा,सनी आनंद, मनलीन कोहली सुरेंद्र कौर, बलजीत कौर ,बीरी आंटी चरणजीत सिंह चीनू बिंद्रा अमरपाल सिंह, परमजीत चंडोक, जसबीर सिंह गोल्डी आदि उपस्थित थे।
कार्यक्रम में इन संस्थाओं द्वारा विशेष योगदान दिया निडर खालसा ग्रुप, रामपुर रोड के सिख सेवक जत्था, निर्भय खालसा, हल्द्वानी सिख फेडरेशन, हल्द्वानी सिख यूथ, अकाल पूरक की फौज सुखमणि सोसाइटी, सिख मिशनरी कालेज द्वारा शिक्षा का लंगर लगाया और चंदन हॉस्पिटल द्वारा निशुल्क स्वास्थ्य शिविर भी गुरुद्वारा पंडाल के बाहर लगाया गया तमाम गुरुद्वारों की साद संगत उपस्थित थी। अंत में प्रबंधक कमेटी ने हर एक श्रद्धालु और सेवादारों की की सेवा का आभार व्यक्त किया।
(नैनीताल से वरिष्ठ पत्रकार कमल जगाती की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट ✍️)








