
रामनगर, प्रेस 15 न्यूज। सड़क पर आगे निकलने की अंधी दौड़ ने आज फिर रामनगर के एक परिवार को कभी न भूलने वाला जख्म दे दिया जबकि कई लोगों को असहनीय पीड़ा के सागर में झोंक दिया।
नेशनल हाईवे 309 पर पीरूमदारा के पास आज तड़के एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। वन विभाग की बोलेरो और अर्टिगा कार के बीच जबरदस्त टक्कर में 35 वर्षीय वनकर्मी मनीष बिष्ट की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा सुबह करीब 3 बजे हुआ।
मनीष बिष्ट, पुत्र नारायण सिंह बिष्ट, मूल रूप से चिलकिया (रामनगर) के रहने वाले थे और तराई पश्चिमी वन प्रभाग में ड्राइवर के रूप में तैनात थे। तड़के उन्हें आमपोखरा रेंज में अवैध कटान और तस्करों की गतिविधियों की सूचना मिली थी। इसी सूचना पर वह हल्दुआ चौकी में टीम को लेने बोलेरो (यूके 04 जीडी 0165) से निकले थे।
जैसे ही वे पीरूमदारा के पास पहुंचे, सामने से आ रही अर्टिगा (यूके 19 टीए 1342) तेज रफ्तार में रॉन्ग साइड से आई और बोलेरो में जोरदार भिड़ंत हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों वाहन बुरी तरह तहस-नहस हो गए।
वनकर्मी मनीष अपने पीछे एक छोटा पुत्र और परिवार छोड़ गए हैं।
हादसे में अर्टिगा सवार सुशीला देवी (60 वर्ष), निवासी पौड़ी गढ़वाल, आनंद बल्लभ जोशी, निवासी इंद्रपुरम, गाज़ियाबाद और धर्मेंद्र सिंह, निवासी थलीसैंण, पौड़ी गढ़वाल घायल हो गए। 108 एंबुलेंस से इन्हें संयुक्त चिकित्सालय, रामनगर लाया गया।
डॉक्टरों ने गंभीर हालत देखते हुए सुशीला देवी और आनंद बल्लभ जोशी को हायर सेंटर रेफर कर दिया। धर्मेंद्र सिंह को हल्की चोटें आईं और वह प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से घर लौट गए।









