सुनो जिला प्रशासन ! हल्द्वानी में बारिश का नहीं तुम्हारी बेपरवाही का भूस्खलन है

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हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। जब भी यूपीएससी का रिजल्ट आता है तो सबकी नजर टॉपर्स पर होती हैं। टॉपर्स के वो इंटरव्यू खूब वायरल होते हैं जिनमें वो अपनी संघर्ष, सफलता की कहानी और आने वाले दिनों में जनहित के विजन को जाहिर करते हैं। लेकिन जब हकीकत में इन्हीं आईएएस अफसरों को काम करने के अवसर मिलता है तो 100 में से 99 की बातें हवा हवाई साबित होती दिखती हैं।

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आम जनता के हित में काम करने के इनके इरादे साल दर साल दम तोड़ते हैं और इसका खामियाजा उस जिले की जनता को भुगतना पड़ता है जहां ऐसे आईएएस, पीसीएस काबिज होते हैं। अब आपको इतनी लंबी चौड़ी भूमिका बांधने की वजह भी बताते हैं।

दरअसल पिछले साल भर से ज्यादा समय से हल्द्वानी में जो हो रहा है उसे झेलकर आम आदमी यही कह रहा है कि नैनीताल जिला प्रशासन के अधिकारी सिर्फ और सिर्फ एसी दफ्तरों की बैठकों से ड्यूटी निभा रहे हैं।

जब मूड हुआ तो सूचना विभाग और लाइव पत्रकारिता के कैमरों की मौजूदगी में फील्ड में उतर गए। और चंद मिनटों में देहरादून में बैठे शासन तक इनका गुड वर्क भी पहुंच गया। साथ ही जता दिया कि आमजन की इन्हें कितनी फिक्र रहती है। बाकी सारा टाइम तो इन्हें वीआईपी और वीवीआईपी ड्यूटी जो करनी होती है। कभी कोई माननीय आ रहा है तो कभी कोई… बस इसी तरह साल दर साल कट रहा है।

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तुम्हारी फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है ये दावा झूठा है ये दावा किताबी है… अदम गोंडवी साहब की ये पंक्तियां नैनीताल जिला प्रशासन के अधिकारियों की कार्यशैली को जाहिर करने के लिए काफी हैं।

इन दिनों बारिश का महीना चल रहा है। जाहिर सी बात है कि बादल बरसेंगे। आप यह जानकर हैरान रह जाएंगे कि अक्टूबर 2024 में गौला नदी के बहाव से टूटी सड़क अगस्त 2025 तक नैनीताल जिला प्रशासन दुरुस्त नहीं कर पाया।

इस बीच गौलापार स्टेडियम में राष्ट्रीय खेल भी हुए। लोगों को उम्मीद थी कि चलो इस बहाने तो नैनीताल जिला प्रशासन सड़क दुरुस्त करेगा लेकिन आम आदमी के हितों के प्रति बेपरवाह अधिकारियों ने उम्मीदों में पानी फेर दिया। नैनीताल जिले के पढ़े लिखे अफसरों ने गौलापार जाने वाली सड़क को दुरुस्त करने के बजाय वाया नैनीताल रोड नरीमन चौराहे से खिलाड़ियों और माननीयों को गौलापार पहुंचाया।

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अब अफसर हैं कुछ भी कर सकते हैं और इनकी बातों में प्रदेश के माननीयों को भी भरोसा करना पड़ता है। अब ऐसा क्यों होता है यह बड़ा सवाल है? अब नैनीताल जिले में जिला प्रशासन के अफसरों और प्रदेश में जिम्मेदार पदों पर बैठे माननीयों का यही गठबंधन आम आदमी के लिए पीड़ादायक बन चुका है।

इसका जीता जागता नमूना देखना है तो बनभूलपुरा रेलवे क्रॉसिंग से गौला पुल वाली सड़क है, जिसे एक बार फिर वाया एसडीएम के आदेश बंद कर दिया गया है। सड़क बंद करने का ऐसा आदेश पिछले साल भी जारी किया गया था। जब गौला पुल की ये सड़क और एप्रोच सड़क बही थी। इस बार भी एप्रोच सड़क का हिस्सा बरसात के भेंट चढ़ा है।

तब भी गौलापार के दर्जनों गांवों समेत चोरगलिया, सितारगंज, बनबसा और माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के गृहक्षेत्र खटीमा तक जाने वाले हजारों हजार लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा था। लोगों को समय और पैसा दोनों बर्बाद हुआ लेकिन फिर भी नैनीताल के जिला प्रशासन को शर्म नहीं आई।

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साल भर से ज्यादा बीतने के बाद भी नैनीताल का जिला प्रशासन क्षतिग्रस्त सड़क का छोटा सा हिस्सा दुरुस्त नहीं कर सका। और एक बार फिर गौलापार समेत हल्द्वानी और तराई के शहरों के लोगों के समय और पैसे को बर्बाद करने का आदेश जारी किया गया है। यही सबसे आसान भी है।

साफ है कि नैनीताल जिला प्रशासन के अफसरों की कोई जवाबदेही नहीं है। यूं कहें कि बिल्कुल हल्द्वानी से लालकुआं की सड़कों में घूमते बेलगाम सांड की तरह। अफसरों को तो हल्द्वानी और नैनीताल के सरकारी बंगलों में सरकारी गाड़ी और लाव लस्कर के साथ जाने की सुविधा लोकतंत्र में मिली है। और आम आदमी को खासकर गौलापार के लोगों को अब पिछले साल की तरह ही टेंपो, ई रिक्शा और बस में अधिक पैसा और समय चुकाने को तैयार रहना है।

सोचिए जिस गौला पुल को क्षतिग्रस्त सड़क के खुद सूबे के माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी फरवरी 2025 में 148.48 लाख का बजट जारी कर चुके हों, उसे सुधारने में नैनीताल जिला प्रशासन ने दिलचस्पी ही नहीं दिखाई।

अगर इन अफसरों से आप वजह पूछेंगे तो ऐसे बताएंगे मानो आसमान इनके सिर पर गिर गया हो, जिस वजह से ये सड़क को दुरुस्त नहीं कर सके। इसी गौला पुल की क्षतिग्रस्त सड़क के साथ साथ बगल से गुजर रही रेलवे पटरी और चंद दूरी पर अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम की सुरक्षा भी भगवान भरोसे ही है। बहे तो बहे इनकी बला से…

सोचिए ये हाल उस वीवीआईपी जिले के शहर का है जहां पोस्टिंग पाने को दिल्ली से लेकर राजस्थान तक जोर लगाना पड़ता है। लेकिन जो मजाल कि अफसर आम जनता के हितों के प्रति संजीदा हो जाएं।

ये तो उस सड़क की कहानी है जिस पर हर रोज हजारों हजार लोग गुजरते हैं बाकी हल्द्वानी और आसपास के लोगों के जिंदगी लंबे समय से कष्टकारी बनी हुई है। कोई ये बताने वाला नहीं है कि पाइप लाइन से गैस मिलने का सपना एचपी कंपनी पूरा करेगी क्योंकि हजारों लोगों से लाखों रुपया वो कबका डकार चुकी है।

इसी तरह विकास कार्य के नाम पर सीवर, पेयजल के नाम पर आधे से ज्यादा हल्द्वानी खोद दिया गया है। बरसात के बीच आम आदमी गड्ढों वाली सड़कों से गुजर कर हर रोज कमर से लेकर पीठ दर्द झेलने को मजबूर है सो अलग।

टू व्हीलर और कार के कलपुर्जे ढीले होते हैं इनकी बला से लेकिन जिला प्रशासन को इन सब बातों से फर्क नहीं पड़ता। जनता मरे जिए इनकी बला से। इन्हें तो वीवीआईपी जिले में दो, ढाई, तीन जितने समय की सेटिंग बनी, गुजारना है और नए जिले में काबिज हो जाना है। और उत्तराखंड के लोगों को साल दर साल राज्य स्थापना के साल गिनते जाना है।

बीते शनिवार को जिला प्रशासन की मुखिया यानि डीएम वंदना लंबे समय बाद इसी क्षतिग्रस्त सड़क पर पहुंची थीं जहां से बीते साल भर से आम आदमी परेशानी झेल रहा है। इस बार भी बीच बरसात डीएम ने पीडब्लूडी के अधिशाषी अभियन्ता को कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए और नवागंतुक अधिशाषी अभियंता ने भी कार्य में तेजी लाने का वादा किया।

वाया सूचना विभाग के प्रेसनोट यह खबर हर तरफ फैल भी गई। हो गया जिला प्रशासन का काम लेकिन जनता इतनी भी बेवकूफ नहीं है जो बीच बरसात डीएम के हवाई दौरे को न समझे। क्योंकि जो सड़क पिछली बरसात से इस बरसात तक न बन पाई हो वो क्या खाक चार दिन में बनेगी। वैसे भी इस सड़क से कौन सा डीएम और दूसरे अफसरों को रोज गुजरना होता है।

एसडीएम राहुल शाह ने आदेश जारी करते हुए लिखा है कि अधिशासी अभियन्ता, निर्माण खण्ड, लोनिवि, हल्द्वानी के द्वारा पत्र संख्या 2046/सी०, दिनांक 04-08-2025 के द्वारा अवगत कराया गया है कि मानसून अवधि में विगत दिनों से लगातार भारी वर्षा होने के कारण पूर्व में क्षतिग्रस्त मार्ग का बांया भाग (लगभग 140 मीटर) में लगातार अतिरिक्त भूस्खलन/कटाव हो रहा है, जिससे मार्ग अत्यधिक संकरा हो गया है एवं वन-वे यातायात वर्तमान में चल रही है।

दिनांक 04-08-2025 को सहायक अभियन्ता के साथ स्थलीय निरीक्षण किया गया, जिसमें पाया गया कि उक्त मार्ग में अभी भी अतिरिक्त भू-स्खलन की सम्भावना बनी हुई है। वर्तमान में लगातार वर्षा से अचानक अतिरिक्त भू-स्खलन/भू-कटाव की स्थिति बनी हुई है, जिससे यातायात चालू रखने पर किसी भी प्रकार की अपरिहार्य घटना घटिन होने की सम्भावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। अतः बनभूलपुरा रेलवे क्रॉसिंग से गौला पुल तक पहुंच मार्ग को यातायात बंद कराने का अनुरोध किया गया है।

अतः अधिशासी अभियन्ता, निर्माण खण्ड, लोनिवि, हल्द्वानी के अनुरोध के क्रम में जन-सुरक्षा की दृष्टि से वनभूलपुरा रेलवे क्रॉसिंग से गौला पुल तक पहुंच मार्ग को यातायात हेतु अग्रिम आदेशों तक प्रतिबन्धित किया जाता है। प्रतिलिपि जिलाधिकारी महोदया, नैनीताल को सादर सूचनार्थ प्रेषित… इसके अलावा इस आदेश की जानकारी एसएसपी नैनीताल को भी दी गई है ताकि मौके पर पुलिसकर्मी तैनात कर आम आदमी को वापस लौटाया जाए।

इतना ही नहीं अधीक्षण अभियन्ता, द्वितीय वृत्त, लोनिवि, नैनीताल, सिटी मजिस्ट्रेट, हल्द्वानी, पुलिस क्षेत्राधिकारी, हल्द्वानी के साथ साथ अधिशासी अभियन्ता, निर्माण खंड, लोनिवि हल्द्वानी को तत्काल सुरक्षात्मक कार्य करते हुए अवगत कराने को कहा गया है, जिससे कि यातायात सुचारू किया जा सके।

एसडीएम हल्द्वानी का वो आदेश जिसमें गौलापार जाने वाली सड़क को बंद रखने को कहा गया है।

 

तो ये तो था एसडीएम का आदेश….अब अगर आप आम आदमी हैं तो भगवान से प्रार्थना कीजिए कि बरसात का कहर थमे और गौला पुल के साथ साथ रेलवे पटरी और अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम भी सही सलामत रहे क्योंकि नैनीताल के बेपरवाह और आमजन के हितों से दूर रहने वाले जिला प्रशासन के इंतजाम  इनकी हिफाजत के प्रति नाकाफी ही हैं।

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संजय पाठक

संपादक - प्रेस 15 न्यूज | अन्याय के विरुद्ध, सच के संग हूं... हां मैं एक पत्रकार हूं

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