बसगांव मामले में कुमाऊं आयुक्त बोले- छीमी के मोहन सिंह और उसके साथी हरीश पांडे, भगवत भंडारी को पकड़कर लाओ भवाली पुलिस

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हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। रामगढ़ ब्लॉक के सिमराड क्षेत्र के गांव बसगांव में बीते दिनों हुए जमीन का फर्जीवाड़े की आज दूसरी बार कुमाऊं आयुक्त और मुख्यमंत्री के सचिव दीपक रावत के कैंप कार्यालय में सुनवाई हुई।

देखें वीडियो : बसगांव जमीन फर्जीवाड़े में शामिल शातिर जल्द जाएंगे जेल👇👇👇

आयुक्त की ओर से मामले से जुड़े दोनों पक्षों को बुलाया गया था। एक पक्ष से गांव की ग्राम प्रधान ललिता देवी के साथ गांव के जागरूक लोग सुनवाई में पहुंचे थे लेकिन दूसरे पक्ष से जमीन का क्रेता छीमी गांव निवासी मोहन सिंह छिम्वाल और उसके साथी कमोली पंपिंग पेयजल योजना का कर्मचारी हरीश पांडेय और भगवंत भंडारी गायब रहे।

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जिसके बाद आयुक्त दीपक रावत ने मौके पर ही भवाली सीओ सुमित पांडे को अगले बुधवार को हर हाल में मोहन सिंह छिम्वाल, हरीश पांडेय और भगवंत भंडारी को पेश करने को कहा। साथ ही मौके पर मौजूद जेई को कमोली पंपिंग पेयजल योजना से हरीश पांडे को तत्काल हटाने के निर्देश दिए।

आयुक्त ने कहा कि अब इस फर्जीवाड़े की सुनवाई में मोहन सिंह छिम्वाल, हरीश पांडेय और भगवत भंडारी से पूछताछ होगी, वही बताएंगे कि इस जमीन फर्जीवाड़े को उन्होंने किस किस की शह और कैसे रचा। आयुक्त ने कहा कि इस बीच लैंड फ्रॉड कमेटी की बैठक नहीं हो सकी। ऐसे में जल्द ही केस रजिस्टर्ड होगा।

देखें वीडियो : बसगांव में जमीन फर्जीवाड़ा 👇👇

कुमाऊं आयुक्त ने साफ कहा कि जमीन का फर्जीवाड़ा करने वाले भले आज खुली हवा में घूम लें लेकिन कुछ दिन बाद उनका अगला ठिकाना जेल होगा।

बताते चलें कि इससे पहले इस मामले में बसगांव ग्राम प्रधान ललिता देवी और प्रधान पति मोहन चंद्र जोशी  जांच अधिकारी खैरना चौकी इंचार्ज दिलीप कुमार के सामने भू माफिया के खिलाफ वादी बनने से साफ इनकार कर चुके हैं। जिसके बाद अब गांव के जागरूक लोगों ने गांव को भू माफिया से बचाने का बीड़ा उठाया है।

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कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत की जनसुनवाई में बसगांव की 13 नाली 07 मुट्ठी जमीन के फर्जीवाड़े का मामला सामने आया था। पता चला था कि गांव के लोगों ने जिन मुरलीधर जोशी और जयकिशन जोशी को पिछले 70 सालों में कभी नहीं देखा, उनसे बसगांव से सटे छीमी गांव निवासी और सुयालबाड़ी में चाय- मिठाई की दुकान चलाने वाले मोहन सिंह छिम्वाल ने करीब 13 नाली 07 मुट्ठी जमीन खरीद ली। इस खेल में जालसाजों ने प्रधान की मोहर का भी इस्तेमाल किया।

यानी इस पूरे खेल में मोहन सिंह छिम्वाल ने अपने गिरोह के सदस्य कमोली पंप योजना के कर्मचारी हरीश पांडेय और भगवंत भंडारी के साथ मिलकर स्वर्ग सिधार चुके लोगों का फर्जी आधार कार्ड बना दिए।

ऐसे में ये साफ है कि पटवारी के साथ साथ गांव के किसी न किसी शख्स ने फर्जीवाड़े में मोहन सिंह छिम्वाल गिरोह का साथ तो दिया ही है।

फिलहाल मामले की खैरना चौकी इंचार्ज दिलीप कुमार की जांच चल रही है। अगले कुछ दिन में लैंड फ्रॉड कमेटी में मामला आने के बाद मुकदमा भी दर्ज हो ही जाएगा।

लेकिन कुमाऊं आयुक्त की सुनवाई में आज मोहन सिंह छिम्वाल और उसके साथी कमोली पंप योजना के कर्मचारी हरीश पांडेय और भगवंत भंडारी का न आना साफ इशारा कर रहा है कि गिरोह अभी भी बचने के रास्ते तलाश रहा है। यही वजह है कि आज सबने अपने फोन स्विच ऑफ कर लिए।

लेकिन जिस तरह से गांव के जागरूक लोग इस मामले में नजर बनाए हुए हैं और कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने सख्त कार्रवाई के संकेत दिए हैं, उससे साफ है कि बसगांव की जमीन को ठिकाना लगाने वाले बक्शे नहीं जाएंगे।

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संजय पाठक

संपादक - प्रेस 15 न्यूज | अन्याय के विरुद्ध, सच के संग हूं... हां मैं एक पत्रकार हूं

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