हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। सुशीला तिवारी अस्पताल आने वाले मरीजों और तीमारदारों को अस्पताल परिसर में अपने वाहन खड़े करने के लिए पार्किंग शुल्क देना पड़ता है। यह सिलसिला सालों से चला आ रहा है।
ऐसे में कई बार पार्किंग शुल्क वसूलने वालों पर मरीजों और उनके तीमारदारों से दुर्व्यवहार का आरोप भी लगता है। ऐसे में झगड़े तक की नौबत आ जाती है। बावजूद इसके अस्पताल परिसर में सालों से पार्किंग का धंधा बदस्तूर जारी है।
कुमाऊं मंडल के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में मरीजों और उनके तीमारदारों के साथ इसी पार्किंग उत्पीड़न के खिलाफ शनिवार को उत्तराखंड क्रांति दल के नेताओं ने आवाज उठाई।
यूकेडी के प्रतिनिधिमंडल ने प्राचार्य डॉ. अरुण जोशी को ज्ञापन सौंपकर अस्पताल में मरीजों और उनके तीमारदारों से पार्किंग शुल्क न लेने का निवेदन किया।
उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय महामंत्री सुशील उनियाल ने कहा कि सुशीला तिवारी अस्पताल के अंदर जो पार्किंग शुल्क लिया जा रहा है, उसको तत्काल बंद किया जाए। कुमाऊं मंडल का सबसे बड़ा अस्पताल के अंदर पार्किंग शुल्क लेना मरीजों के परिवार से सरासर गलत है क्योंकि अस्पताल के अंदर सब परेशान व्यक्ति ही आते हैं। गरीब आदमी आते हैं।
उन्होंने प्राचार्य को ज्ञापन देते हुए कहा कि पार्किंग को निशुल्क किया जाए और निशुल्क पार्किंग का बोर्ड भी वहां पर लगाया जाए।
ज्ञापन देने वालों में राज्य आंदोलनकारी प्रकाश जोशी, यूकेडी नेता एडवोकेट मोहन कांडपाल, नगर अध्यक्ष हरीश जोशी, करण जोशी रहे।