हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। कोई पूछे कि सर्दी, गर्मी, जाड़ा, बरसात चाहे जो भी मौसम हो, कोई एक इंसान जो सड़क पर नज़र आता है तो जवाब होगा- पुलिसकर्मी। यही वजह है कि हर कोई वर्दीधारियों का सम्मान करता है। वो बात और है जब कुछ वर्दीधारी इस वर्दी का दुरुप्रयोग करते हैं तो पूरा विभाग बदनाम होता है।
और फिर पुलिस की ये खाकी अंग्रेजों के दौर के सितम की याद दिलाने लगती है। खैर, पुलिस कर्मियों के नकारात्मक पहलुओं की खबरें तो हम अक्सर आपसे इस उम्मीद से साझा करते हैं कि सुधार हो सके। आज हम बात एक सकारात्मक और अच्छी खबर की करते हैं।
आम आदमी अपनी पीड़ा लेकर थाना, चौकी, एसएसपी, डीआईजी, डीजीपी और सीएम और पीएम पोर्टल तक जा सकता है लेकिन सोचिए अगर किसी पुलिसकर्मी को कोई दिक्कत हो तो वो कहां जाए।
भले ही पुलिस कर्मचारियों के बदन में खाकी वर्दी उन्हें समाज में अलग बनाती हो लेकिन कहीं न कहीं वो भी आम आदमी ही होते हैं। उनका भी परिवार होता है। उनके भी बच्चे होते हैं। एक वर्दीधारी भले समाज में कितने ही रौब से रह ले लेकिन पीछे घर परिवार में उनका परिवार साधारण जिंदगी ही जीता है। ऐसे में पुलिस की ड्यूटी और परिवार के बीच सामंजस्य बनाना भी किसी चुनौती से कम नहीं होता।
जब पूरा देश पर्व त्यौहार की खुशियां मना रहा होता है तब पुलिसकर्मी अपने परिवार से दूर सड़क पर ड्यूटी कर रहे होते हैं। जो लोग कहते हैं कि इस बात के लिए पुलिसवालों को अच्छी खासी तनख्वाह भी तो मिलती है, तो वो लोग जान लें कि अच्छी खासी तनख्वाह तो देश में कई दूसरे लोगों को भी मिलती है लेकिन वो साल भर कुर्सी तोड़ते हैं या फिर लोकतांत्रिक व्यवस्था के नाम पर जिम्मेदारियों का झूठा लबादा ओढ़कर विशुद्ध रूप से अय्याशी करते नहीं थकते।
जनपद पुलिस की दक्षता में सुधार और पुलिस कर्मियों के मनोबल को बढ़ाने व उनके हितों के लिए कार्य करने के उद्देश्य से आज प्रहलाद नारायण मीणा एसएसपी नैनीताल ने “समाधान” पहल का शुभारम्भ किया। इसके तहत व्हाट्सएप मोबाइल नंबर 9412009771 जारी किया गया।
तय मानिए अगर यह योजना देश की अधिकतर योजनाओं की तरह सिर्फ और सिर्फ मीडिया की सुर्खियां बटोरने के उद्देश्य के बजाय हकीकत में साकार हुई तो यह नैनीताल पुलिस के कर्मचारियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं होगी। और एसएसपी मीणा अपने कार्यकाल के बाद भी अमर हो जाएंगे। लेकिन जब तक एसएसपी पीएन मीणा का कार्यकाल है तब तक तो “समाधान” पहल के जमीन में साकार होने की उम्मीद की ही जा सकती है।
आज एसएसपी ने जनपद के सभी थाने, पुलिस लाइन और विभिन्न शाखाओं में तैनात कर्मचारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद कर हेल्पलाइन नंबर लॉन्च किया है।
एसएसपी पीएन मीणा ने बताया कि पुलिसकर्मी अपनी समस्या महीने में एक बार होने वाली मासिक अपराध गोष्ठी व सम्मेलन में रखते थे। इसके लिए उन्हें इंतजार करना पड़ता था। इस दौरान वह खुलकर समस्या से अवगत नहीं करा पाते थे।
इसके समाधान के लिए जिले में एक अलग से समाधान व्हाट्सएप नंबर जारी किया है। जिससे पुलिस कर्मी तनाव मुक्त होकर अपनी ड्यूटी और पारिवारिक दायित्वों का निर्वहन कर सकेंगे।
ये पहल शिकायतों और समस्याओं के समाधान के लिए उच्चाधिकारियों तक पहुंचने का आसान और तेज़ माध्यम प्रदान करेगा।
एसएसपी पीएन मीणा का कहना है कि इस पहल से कर्मचारियों को कार्यालयों के चक्कर लगाने या इधर-उधर भटकने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। अब सिर्फ एक संदेश के माध्यम से उनकी समस्या संबंधित उच्चाधिकारियों तक पहुंचेगी और उसका त्वरित निस्तारण होगा।
इस पहल के अन्तर्गत जनपद में नियुक्त कोई भी पुलिस कर्मी कभी भी उपरोक्त नंबर पर व्हॉट्सएप के माध्यम से सीधे संपर्क कर अपनी समस्याओं एवम सुझाव से अवगत करा सकते हैं।
जैसे पुलिसिंग में सुधार के साथ साथ पुलिस लाईन, थानों, शाखा कार्यालयों व ईकाई में तैनात यदि कोई अधिकारी अपने कर्मचारियों की समस्या का संज्ञान न ले रहे हों तो सूचना दे सकते हैं। ड्यूटी प्वांइन्ट में उत्पन्न हो रही समस्या और उसके निराकरण के लिए भी सुझाव इस नंबर पर दिए जा सकते हैं।
अच्छी बात यह है कि इस नंबर पर महत्वपूर्ण सुझाव और जानकारी उपलब्ध करने वाले पुलिस कर्मी का नाम गोपनीय रखा जायेगा। अवकाश सम्बन्धी प्रार्थना पत्रों का भी इस नम्बर के माध्यम से समाधान किया जायेगा।
जनपद पुलिस मुखिया के इस नई व्यवस्था से कर्मचारियों को कितना लाभ मिल पाता है, यह तो समय बताएगा लेकिन एसएसपी नैनीताल की इस पहल से पुलिस विभाग के कर्मचारियों में उत्साह और सकारात्मकता का माहौल तो बना ही है।