देहरादून, प्रेस 15 न्यूज। उत्तराखंड की चारधाम यात्रा को लेकर देश विदेश के श्रद्धालुओं में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है। ऐसे में यात्रा मार्ग और धाम के दर्शनों के दौरान कई बार दर्शनार्थियों की भीड़ से स्थिति बेकाबू होने की नौबत आ चुकी है। ऐसे में चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं पर सवाल उठना लाजिमी है।
चारधाम यात्रा सुचारू रहे और श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए बीते दिनों धामी सरकार ने कई महत्वपूर्ण फैसले भी लिए, जिनमें चारधाम आने वाले श्रद्धालुओं का अनिवार्य रजिस्ट्रेशन, धामों के 50 मीटर की दूरी पर किसी भी तरह से रील, वीडियो बनाना प्रतिबंधित जैसे फैसले लिए गए।
इसी क्रम में आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में चारधाम यात्रा-2024 की व्यवस्थाओं एवं पेयजल, विद्युत आपूर्ति के संबंध में समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को 31 मई तक ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन पूरी तरह बंद करने के निर्देश दिए।
साथ ही श्रद्धालुओं की संख्या को नियंत्रित करने हेतु टूर ऑपरेटर्स के लिए भी एडवाइजरी जारी करने के लिए निर्देशित किया।
उन्होंने कहा कि जो भी पर्यटक बिना रजिस्ट्रेशन चारधाम यात्रा पर देवभूमि उत्तराखण्ड आ रहे हैं उनकी सुविधा के लिए पुलिस-पर्यटन विभाग आपसी सामंजस्य से चार धाम के अतिरिक्त भी राज्य के अन्य धार्मिक व आध्यात्मिक पर्यटक स्थलों हेतु डायवर्जन प्लान तैयार करें।
सीएम धामी ने कहा कि चार धाम में ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मी अनुशासन को ध्यान में रखकर सम्मान के साथ श्रद्धालुओं से व्यवहार करें। इस दौरान अधिकारियों को यात्रा मार्ग एवं चार धाम में पेयजल व विद्युत आपूर्ति सुचारू बनाए रखने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में ‘पिरूल लाओ, पैसे पाओ’ अभियान को जन-जन तक पहुंचाया जा रहा है। वर्तमान में वनाग्नि पर काफी हद तक काबू पाया जा चुका है, जल्द से जल्द पूरी तरह वनाग्नि पर नियंत्रण पा लिया जाएगा।