हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। चार नवम्बर को मारचूला में हुई बस दुर्घटना में 36 सांसें रुक गई थी। असीम दुख की इस घड़ी में जहां लोग घायलों को मदद कर थे तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी थे जो आपदा में अवसर खोज रहे थे।
रामनगर अस्पताल में घायल एक मरीज को हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में रेफर करने के दौरान आयुष्मान मल्टी स्पेशलिटी चिकित्सालय काशीपुर के एंबुलेंस चालक योगेश कुमार ने भी इंसानियत को शर्मसार किया।
योगेश कुमार ने मरीज रमेश रावत के तीमारदार उदय रावत से तेल भरने के बहाने 1500 रुपए की डिमांड कर डाली। अपने मरीज को बचाने के लिए रमेश रावत ने भी रुपए देने में देर नहीं लगाई। लेकिन इंसानियत को शर्मसार करने वाली ये घटना जैसे ही मीडिया के जरिए समाज के सामने आई तो हर किसी ने एम्बुलेंस चालक योगेश कुमार को कोसा।
जैसे ही यह खबर जिलाधिकारी वंदना सिंह को लगी तो उन्होंने तत्काल इस मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी को तलब किया और जांच के बाद उचित कार्रवाई के लिए कहा।
वाहन चालक का स्पष्टीकरण संतोषजनक नही होने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी नैनीताल ने संभागीय परिवहन अधिकारी उधमसिंह नगर को एंबुलेंस के वाहन चालक योगेश कुमार का लाइसेंस सस्पेंड करने के लिए पत्र लिखा।
जिसके क्रम में सहायक सम्भागीय अधिकारी ने आयुष्मान मल्टीस्पेशलिटी चिकित्सालय काशीपुर की एम्बुलैंस संख्या UK18 पीए- 0290 का लाइसेंस तीन माह के लिए सस्पेंड कर दिया है और वाहन चालक को उक्त अवधि में वाहन का संचालन अवैध होगा। चालक द्वारा वाहन का संचालन करते पाये जाने पर कानूनी कार्रवाई की जायेगी।
मरीज रमेश रावत के 1500 ₹ एम्बुलैंस चालक योगेश कुमार से वापस दिलवा दिए गए हैं। एम्बुलेंस चालक योगेश कुमार ने अपनी करतूत के लिए माफी मांगी है और भविष्य में ऐसी हरकत दोबारा न करने का भरोसा भी अधिकारियों को दिया है।