
हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। रात को हल्द्वानी की आम जनता ही क्यों सोए, हम ड्यूटी में मुस्तैद पुलिसवाले भी तो झपकी ले सकते हैं। वो बात अलग है कि हमारी झपकी से किसी का माल चोर लूट ले जाएं। और वो भी और बात है कि हम पुलिस वालों की ठीक ठाक सैलरी इसी आम जनता के दिए टैक्स से निकलती है।
हम धूप, बारिश और ठंड के सीजन में मुस्तैद रहने वाले कर्मठ पुलिसकर्मियों की बात नहीं कर रहे हैं और न ही समाज में उनके योगदान को अनदेखा कर रहे हैं। ये खबर पुलिस की वर्दी में खुद को सिंघम समझने वाले हल्द्वानी पुलिस के जिम्मेदारों के चेहरे को बयां कर रही है।
सोमवार रात चोरों ने कोतवाली के ठीक सामने स्थित मोती महल रेस्टोरेंट में बेखौफ हाथ साफ कर दिया।
इस वारदात ने कोतवाली पुलिस की रात्रि गश्त और चौकसी के दावों की पोल खोल दी है। ऐसे में आपसे यही कहेंगे कि घर तो घर अगर बाजार में आपकी दुकान है तो रात के वक्त दुकान में ही सोएं। और एक जानदार डॉग भी अपने साथ रखें जो कम से भौंक कर आसपास किसी जिम्मेदार को जगा तो सके। वो बात अलग है कि जिम्मेदार उठे ही ना।
जानकारी के अनुसार, कोतवाली के ठीक सामने नैनीताल रोड स्थित मोती महल रेस्टोरेंट में सोमवार रात चोरों ने छत का दरवाजा तोड़कर इंट्री ली और वहां से गल्ले में रखे करीब 4500 रुपए, एक आईफोन, तांबे की गगरी, क्रॉकरी समेत हजारों का माल लेकर ठीक सामने कोतवाली पुलिस को सलामी देकर रफूचक्कर हो गए।
मंगलवार सुबह जब रेस्टोरेंट मालिक रविंदर कौर ने रेस्टोरेंट खोला, तो होश उड़ गए। अंदर का सारा सामान बिखरा पड़ा था। हर पीड़ित की तरह उन्होंने तत्काल कोतवाली पुलिस को तहरीर सौंपकर चोर को पकड़ने और माल वापसी की गुहार लगाई।
मामले में कोतवाली पुलिस ने भी बड़ा दिल दिखाते हुए मुकदमा दर्ज कर चोरों की तलाश शुरू कर दी है, लेकिन शहर कोतवाली के ठीक सामने हुई चोरी ने पुलिस की लापरवाही को उजागर कर दिया है।
जैसे ही यह खबर आसपास के दुकानदारों और शहरवासियों को लगी तो चर्चा शुरू हो गई। लोग कहने लगे कि जब कोतवाली पुलिस अपने आसपास भी सुरक्षा नहीं संभाल पा रही तो पांच लाख की आबादी वाले हल्द्वानी शहर का तो भगवान ही मालिक है।








