काशीपुर, प्रेस 15 न्यूज। रिश्वत लेना सरकारी विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपना धर्म बना लिया है। हालांकि सभी सरकारी अधिकारी और कर्मचारी ऐसे नहीं हैं लेकिन आम जन से जुड़े विभागों में जिसका भी बस चला वो रिश्वत लेने में पीछे नहीं रहा।
लेकिन उत्तराखंड में विजिलेंस टीम की सक्रियता का परिणाम है कि ऐसे घूसखोर अधिकारी और कर्मचारी अब पकड़े जा रहे हैं जिन्होंने सरकारी नौकरी को रिश्वत लेने का जरिया बना दिया है।
इसी क्रम में आज विजिलेंस की टीम ने उत्तराखंड परिवहन निगम काशीपुर में तैनात एआरएम अनिल सैनी को नौ हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथ धर दबोचा।
एआरएम अनिल सैनी ने अनुबंधित बसों के संचालक मनीष अग्रवाल से अनुबंधित बसों के परिवर्तन के लिए पैसे की मांग की थी। खबर लिखे जाने तक विजिलेंस की टीम रिश्वतखोर एआरएम अनिल सैनी से पूछताछ जुटी दिखी। वहीं, एआरएम अनिल सैनी के गिरफ्तार होने की खबर जैसे ही फैली रोडवेज स्टाफ में हलचल बढ़ गई।
इस बीच आम यात्री कहते दिखे कि ऐसे अभी बहुत हैं जिन्होंने रिश्वतखोरी को अपना धर्म बना रखा है। कभी न कभी वो भी विजिलेंस के रडार में जरूर फसेंगे।