घायलों के इलाज को लेकर उठाए सवाल तो पुलिस ने हरीश पनेरू को ही उठा लिया

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हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। आज मुख्यमंत्री धामी का हल्द्वानी दौरा है। भीमताल बस हादसे के घायलों का हाल जानने के साथ मुख्यमंत्री 38वें राष्ट्रीय खेलों की मशाल को भी गौलापार अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम से रवाना करेंगे। इसके बाद गौलापार के गुरुद्वारे में जाने का भी मुख्यमंत्री के जाने का कार्यक्रम है।

इन सबके बीच राज्य आंदोलनकारी हरीश पनेरू भी आज सुबह हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल घायलों का हालचाल जानने पहुंचे थे। इस दौरान पुलिस को भनक लगी कि कहीं हरीश पनेरू मुख्यमंत्री के दौरे से ठीक पहले व्यवस्थाओं और इलाज को लेकर हल्लाबोल न कर दें। ऐसे में पुलिस ने हरीश पनेरू को पकड़कर कोतवाली ले आई।

हरीश पनेरू ने बताया कि वो सुशीला तिवारी अस्पताल घायलों का हालचाल और इलाज देखने पहुंचे थे। जब उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट से गंभीर घायलों को जल्द से जल्द हायर सेंटर रेफर करने को कहा तो उन्होंने कहा कि एक गंभीर मरीज को आज सुबह की हेली एम्बुलेंस से ऋषिकेश एम्स एयरलिफ्ट किया गया है। बाकी डाक्टरों के परीक्षण के बाद मरीजों को रेफर किया जाएगा। इस काम में अभी थोड़ा वक्त लगेगा।

बीते बुधवार को भीमताल के पास हुए दुखद बस हादसे में अब तक पांच लोगों की जीवनलीला समाप्त हो चुकी है। बाकी गंभीर रूप से घायलों का ऋषिकेश एम्स और सुशीला तिवारी अस्पताल में इलाज चल रहा है। आज सुबह ही एक गंभीर मरीज को हेली एम्बुलेंस से ऋषिकेश पहुंचाया गया। हादसे के बाद बुधवार शाम ऋषिकेश एम्स के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम भी सुशीला तिवारी अस्पताल पहुंची थी।

हरीश पनेरू ने बताया कि जब उन्होंने व्यवस्थाओं पर सवाल उठाए तो पुलिस ने उन्हें ही उठा लिया। जिसके बाद पुलिस इन्हें कोतवाली ले आई। और करीब एक घंटे से ज्यादा अपनी कस्टडी में बैठाए रखा। जब उन्होंने पुलिस से कहा कि वो किसी का विरोध नहीं कर रहे हैं बल्कि गंभीर घायलों के बेहतर इलाज की वकालत कर रहे हैं तो पुलिस ने उन्हें कोतवाली से उनके आरटीओ रोड घर में नजरबंद कर दिया।

राज्य आंदोलनकारी हरीश पनेरू ने कहा कि मुख्यमंत्री के विरोध का उनका कोई इरादा नहीं था। लेकिन पुलिस ने वर्दी का रौब दिखाकर उन्हें नजरबंद कर दिया। साफ है कि शासन प्रशासन अपनी नाकामियों को छुपा रहा है। ऐसे में हर बार की तरह पुलिस को आगे कर दिया है।

अब जब तक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सुशीला तिवारी अस्पताल में बस हादसे के घायलों से नहीं मिल लेते तब तक पुलिस हरीश पनेरू के घर के बाहर तैनात रहेगी। पुलिस को यह आशंका भी होगी कि कहीं हरीश पनेरू घर से चकमा देकर ठीक मुख्यमंत्री के सामने सुशीला तिवारी प्रकट न हो जाएं। इसका ट्रेलर हरीश पनेरू कुछ दी पहले पूर्व डीजीपी अभिनव कुमार के दौरे में दिखा चुके हैं।

हरीश पनेरू अब भी दो टूक कह रहे हैं कि सभी घायलों को बेहतर इलाज मिलने तक उनका हल्लाबोल जाती रहेगा।

बताते चलें कि हादसे के चंद घंटे बाद सीएम धामी ने भी दुख जताते हुए मृतकों के परिजन को 10 10 लाख सहायता राशि देने की घोषणा की थी।इसी प्रकार गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को ₹3 लाख एवं सामान्य रूप से घायल व्यक्तियों को ₹15 से ₹25 हजार दिए जाएंगे। वहीं, आज दोपहर ही परिवहन विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रोडवेज की आरएम पूजा जोशी को निलंबित किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बस दुर्घटना के मृतकों के परिजनों और घायलों को राहत राशि के साथ ही सरकार के स्तर से उन्हें हर संभव मदद प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को गंभीर रूप से घायल लोगों को आवश्यकता अनुसार हायर सेंटर रेफर करने के भी निर्देश दिए हैं।

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संजय पाठक

संपादक - प्रेस 15 न्यूज | अन्याय के विरुद्ध, सच के संग हूं... हां मैं एक पत्रकार हूं

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