हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। आज के दिन अगर कोई पूछे कि हल्द्वानी की सबसे बड़ी समस्या क्या है तो जवाब होगा शहर की सड़कों पर लगने वाला जाम। पांच मिनट की दूरी को 30 मिनट और उससे ज्यादा बनाने वाली हल्द्वानी की यातायात व्यवस्था का कब समाधान होगा, यह समय के गर्त में है। जाम के झाम का दर्द वही समझ सकता है जिसका कोई अपना एम्बुलेंस में जिंदगी की जंग लड़ते लड़ते फंसा हो या जिसकी ट्रेन या कोई महत्वपूर्ण कार्य जाम की वजह से छूटा हो।
इस बीच एक बार फिर शहनाइयों का सीजन आ गया है। सात जन्मों के बंधन को यादगार बनाने के लिए भावी दूल्हे अपनी दुल्हन को लाने के लिए गाजे बाजे के साथ घर से बैंक्वेट हॉल के लिए निकलेंगे। ऐसे में हल्द्वानी की सड़कों पर जाम लगना भी तय है। लेकिन इस बार किसी भी बारात की वजह से हल्द्वानी की सड़कें जाम से न हांफे , इसके लिए पुलिस प्रशासन ने पहल की है।
साफ है सात जन्मों के सात वचन निभाने के साथ साथ अब दूल्हे को यातायात नियमों का भी पालन करना होगा। हालाकि यह आठवां नियम बैंक्वेट हॉल मालिकों और बैंड वाले मास्टर साहब के लिए भी अपनाना जरुरी है।
पुलिस-प्रशासन ने हल्द्वानी के बैंक्वेट हॉल मालिकों और बैंड वालों के साथ बैठक की। सहमति बनी कि अब बैंक्वेट हॉल से 500 मीटर की दूरी से ही बारात शुरू हो पाएगी। साथ ही विवाह समारोह में रात अधिकतम 12 बजे तक ही पार्टी हो सकेगी।
बैंक्वेट हॉल के गेट पर पहुंचते ही दूल्हे के इंतजार में खड़ी सालियों के रिबन काटने की रस्म भी अब मुख्य गेट पर नहीं होगी। इसके लिए दूल्हे को बैंक्वेट हॉल के गेट के बजाय बारात के अंदर पहुंचने पर गैलरी में आना होगा, तब जाकर रिबन कट सकेगा। बैठक में अधिकारियों ने साफ कहा कि नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
सख्त निर्देश दिए कि बैंक्वेट हॉल मालिक को शादी और अन्य समारोह के लिए बुकिंग की सूचना निर्धारित प्रारूप पर अनिवार्य रूप से संबंधित थाने को देनी होगी।
डीजे का नियम पहले जैसा ही है। रात 10 बजे के बाद बारात में बैंड का प्रयोग पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगा। लेकिन बारात में बैंड के साथ साउंड सिस्टम वाली ट्रॉली का प्रयोग इस बार नहीं हो सकेगा।
रात 10 बजे से सुबह छह बजे तक सभी प्रकार के आयोजनों में साउंड सिस्टम और पहाड़ी बैंड का प्रयोग पूर्ण रूप से प्रतिबंधित होगा। जश्न में हर्ष फायरिंग पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बैंक्वेट हॉल मालिक को बैंक्वेट हॉल में पार्किंग की सुविधा देनी होगी। सड़क पर कोई गाड़ी पार्क नहीं होगी। और बैंक्वेट हॉल को सीसीटीवी से लैस करना होगा।
बैंक्वेट हॉल स्वामी, कैटरिंग संचालक व बैंड वालों को अपने कर्मचारियों का पुलिस सत्यापन कराना होगा। कैटरिंग का काम करने वालों और बैंक्वेट हॉल मालिक को खाद्य सुरक्षा विभाग से कैटरिंग लाइसेंस लेना होगा।
ये सारी बातें कोतवाली के सभागार में हुई बैठक में सिटी मजिस्ट्रेट एपी बाजपेयी और एसपी सिटी प्रकाश चंद्र की मौजूदगी में हुई। अब हल्द्वानी की मुख्य सड़कों पर इन सारी बातों का कितना असर इस बार देखने को मिलता है, यह तो वक्त बताएगा।
देखना होगा कि बैठक में जो सख्ती पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने बैंक्वेट हॉल मालिकों और बैंड मालिकों के सामने दिखाई है, उसका पालन करवाने के लिए भी जिम्मेदार नजर रखेंगे। वरना हर बार की तरह यह भी महज मीडिया की सुर्खियां बटोरने वाली खबर साबित होगी।
लेकिन यह तय है कि अगर शादी सीजन में जाम के झाम से हल्द्वानी की सड़कें मुक्त हुई तो यह आम राहगीरों के साथ साथ एंबुलेंस में जिंदगी की जंग लड़ रहे मानुषों के लिए बड़ी राहत होगी।