हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। नगर निगम चुनाव नजदीक आते ही एक बार फिर जवाहर ज्योति दमुवाढूंगा के मालिकाना हक का मुद्दा गरमा गया है।
जवाहर ज्योति दमुवाढूंगा के वार्ड 35, 36, 37 के प्रबुद्ध लोगों के शिष्टमण्डल ने रविवार को जवाहर ज्योति दमुवाढूंगा के मालिकाना हक के वर्तमान परिपेक्ष को लेकर उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया से मुलाकात की।
प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया ने बताया कि उनके द्वारा एक जनहित याचिका माननीय उच्च न्यायालय में दायर की गई जिसकी संख्या 118/2021 है। जिसकी अगली सुनवाई 3 सितंबर 2024 को है।
बल्यूटिया ने कहा कि जवाहर ज्योति दमुवाढूंगा के लोगों को मालिकाना हक दिलाने के लिए तत्कालीन कांग्रेस सरकार में 20 दिसंबर 2016 को सर्वेक्षण एवं अभिलेख संक्रियाएं सम्पादित करने के लिए एक अधिसूचना जारी की थी जिस पर 13 मई 2020 को तत्कालीन भाजपा सरकार ने रोक लगा दी थी, जिससे जवाहर ज्योति दमुवाढूंगा के वासियों को मालिकाना हक मिलने की उम्मीद टूट गई थी।
बल्यूटिया ने शिष्टमंडल को बताया कि भाजपा सरकार की 13 मई 2020 की अधिसूचना के खिलाफ उन्होंने माननीय उच्च न्यायालय एक जनहित याचिका दायर की।
जवाहर ज्योति दमुवाढूंगा के मालिकाना हक का प्रकरण 2021 से उच्च न्यायालय में विचाराधीन है।
16 जुलाई, 2024 को उच्च न्यायालय द्वारा नगर निगम हल्द्वानी को दो सप्ताह में जवाब देने को कहा। दो हफ्ते 30 जुलाई को पूरा हो गए बावजूद इसके नगर निगम ने जवाब दाखिल नहीं किया।
इस दौरान दीपक बल्यूटिया ने अपने अधिवक्ता से शिष्टमण्डल की बात कराकर न्यायालय में चल रही जानकारी से भी अवगत कराया।
जवाहर ज्योति दमुवाढूंगा के वार्ड 35, 36, 37 के प्रबुद्ध लोगों के शिष्टमण्डल में महेशानंद, महेश वैद्य , जगदीश भारती, तेज राम, मोहन लाल,कृष्ण लाल कोहली, मोहन लाल( एडवोकेट), गोपाल राम ग्वासाकोटी, कृष्ण टम्टा, गोपाल कृष्ण टम्टा, फकीर राम कोहली, दीपक चन्याल, किशन राम रहे।
बताते चलें कि नगर निगम चुनाव की सुगबुगाहट के बीच जवाहर ज्योति दमुवाढूंगा के तीन वार्डों के वोटर्स को अपने पाले में करने के लिए राजनीतिक जोर आजमाइश शुरू हो गई है। और इस दांव की शुरुआत भाजपा के कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत ने कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत से मिलकर की। वो भी तब जब जवाहर ज्योति दमुवाढूंगा के मालिकाना हक का मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है। यानी साफ था कि जब सैय्या भए कोतवाल तो डर काहे का…
जब इतने से भी लगा कि कुछ कम हो गया तो विधायक मुख्यमंत्री धामी को ज्ञापन देने देहरादून पहुंच गए। यानी कुल मिलाकर यह दिखाना था कि जवाहर ज्योति दमुवाढूंगा के वार्ड 35, 36, 37 के सच्चे हितैषी विधायक भगत और भाजपा है। लेकिन हकीकत कुछ और है। क्षेत्र की प्रबुद्ध जनता जानती है कि 13 मई 2020 किसने उनकी उम्मीदों को चकनाचूर किया था।
जवाहर ज्योति दमुवाढूंगा के लोग जानते हैं कि कौन उनका सगा है और किसने उन्हें ठगा है। यही वजह है कि इस बार नगर निगम चुनाव में जवाहर ज्योति दमुवाढूंगा के लोगों ने हिसाब बराबर करने का मन बना लिया है।