भीमताल की घटना से जाग जाइए! कहीं आपका कोई अपना तो इस दौर से नहीं गुजर रहा ?

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हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। जो बचपन कभी बेपरवाह और खुशदिल हुआ करता था, आज वह भी प्रतियोगी बनने और बनाने के इस दौर में प्रभावित हुआ है।

नतीजा यह है कि बचपन से लेकर जवानी और फिर बुढ़ापे तक जिंदगी में ऐसी उथल पुथल मच रही है कि अच्छी भली जिंदगी अस्पताल और दवाइयों के सहारे गुजर रही है।

भागदौड़ भरी जिंदगी और गला काट प्रतियोगिता के इस दौर में सबसे ज्यादा अगर नुकसान हुआ है तो वो सेहत का। आज बचपन खेलने कूदने और हंसी ठिठोली की उम्र में बीमार है और युवा कुछ कर गुजरने की उम्र में हार्ट अटैक जैसी बीमारियों से दम तोड़ रहे हैं।

अब देखिए न , शनिवार की रात भीमताल में शादी करने पहुंची दिल्ली एक महज 28 साल की दुल्हन अपने मेंहदी समारोह के दौरान अचानक नाचते नाचते गिर पड़ी। एक पल में ही दोनों परिवारों की खुशियां काफ़ूर हो गईं।

आनन फानन में परिजन दुल्हन को नजदीकी हेल्थ सेंटर ले गए जहां डॉक्टरों ने दुल्हन को मृत घोषित कर दिया। दुल्हन की मौत हार्ट अटैक से होना बताई गई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, सेक्टर छह द्वारका, नई दिल्ली निवासी डॉ. संजय कुमार जैन अपनी बेटी श्रेया जैन (28) की शादी के लिए परिजनों के साथ भीमताल के नौकुचियाताल में एक रिजॉर्ट में आए थे।

दुल्हन और दुल्हा दोनों आईटी सेक्टर में नौकरी करते थे। जाहिर सी बात है दोनों का सैलरी पैकज भी बढ़िया होगा। तभी दोनों ने शादी के बंधन में बंधने का निर्णय भी लिया।

सब कुछ खुशी खुशी हो रहा था। शनिवार सुबह सगाई और शाम को मेंहदी की रस्म थी। घरवालों और मेहमानों के चेहरे में खुशी थी। रविवार को शादी होनी थी लेकिन एक रात पहले ही दुल्हन ने अचानक दम तोड़ दिया।

आखिर ऐसा क्यों हो रहा है? असमय मौत के यूं तो कई कारण हो सकते हैं। लेकिन अगर मुख्य कारणों की बात करें तो खानपान और जीवनशैली की बिगड़ती दिनचर्या रोगों से ग्रसित होने और हार्ट अटैक को निमंत्रण देने के प्रमुख वजहें हैं।

नौकरी में युवा पैसा तो खूब कमा रहे हैं लेकिन बिगड़ती जीवनशैली की तरफ उनका ध्यान नहीं जा रहा। ऑफिस में घंटों घंटों कुर्सी पर बैठना हो या वर्क फ्रॉम होम में घर पर… ध्यान जा भी रहा है तो अच्छी सेहत को बरकरार रखने के लिए जरूरी कदम नहीं उठा पा रहे। नतीजा हार्ट अटैक जैसा डरावना और दुखदाई है। याद रखिए ऐसा पैसा भी क्या कामना जो आपको असमय मौत के करीब ले जाए।

हम ये कतई नहीं कह रहे कि आप अच्छी भली सैलरी वाली नौकरी छोड़कर घर बैठ जाएं। हम बस इतना कह रहे हैं कि नौकरी के साथ साथ आप अपनी सेहत का भी ध्यान रखें।

जॉब के दौरान खानपान का ध्यान तो रखें ही साथ ही जीवनशैली को भी बेहतर बनाने की कोशिश करें तभी आप अपनी मेहनत की कमाई का आनंद के सकेंगे वरना खुद की जिन्दगी तो तबाह होगी ही पीछे अपनों को भी कभी न भूलने वाला दर्द मिल जाएगा।

हृदय रोग विशेषज्ञ बताते हैं कि हृदय की मांसपेशियों में ब्लड फ्लो बहुत कम या अवरुद्ध होने से हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है। जब दिल को रक्त की आपूर्ति करने वाली कोरोनरी धमनियों में वसा और कोलेस्ट्रॉल से जमा हो है तो इस जमाव को मेडिकल की भाषा में प्लाक कहा जाता है।

प्लाक का जमा होना धमनियों को संकीर्ण कर सकता है, जिससे ब्लड फ्लो कम हो जाता है। ब्लड फ्लो में पूरी तरह से रुकावट होने से दिल का दौरा पड़ता है। हालाकि कई अन्य कारण भी हैं जो दिल की सेहत के लिए ठीक नहीं हैं।

युवाओं में हार्ट अटैक होने के कारणों की बात करें तो बिगड़ती लाइफस्टाइल, एक्सरसाइज का अभाव, खानपान में जंक फूड और घर या ऑफिस में बैठे रहने का समय बढ़ने से भी हार्ट अटैक का खतरा बढ़ गया है।

धूम्रपान ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचाता है, जो हार्ट अटैक का कारण बन सकता है। शराब ब्लड प्रेशर और हृदय गति को बढ़ने का काम करती है, जिससे हार्ट पर दबाव बढ़ता है।

ज्यादा तनाव ब्लड प्रेशर और हृदय गति को बढ़ा सकता है, जिससे दिल से जुड़ी बीमारियां होने का खतरा रहता है.

नींद की कमी के कारण भी हार्ट अटैक की संभावना काफी हद तक बढ़ सकती है.

हार्ट अटैक के खतरे को कम करने के लिए आप इन उपायों को अपना सकते हैं। लेकिन अच्छा होगा आप किसी विशेषज्ञ जानकर से परामर्श जरूर ले लें।

रोजाना कम से कम आधा घंटा एक्सरसाइज करना सेहत के लिए बड़ा फायदेमंद है। भोजन में कम से कम जंक फूड लें। फल, हरी सब्जियां, साबुत अनाज को अपनी डाइट में शामिल करें।

धूम्रपान और शराब के सेवन से बचें। मेडिटेशन के जरिए तनाव को कम करें। मोबाइल की लत और काम के चक्कर नींद से समझौता न करें,  रोजाना कम से कम 7-8 घंटे की नींद लें।

समय समय पर ब्लड प्रेशर, शुगर और कोलेस्ट्रॉल की जांच जरूर करवाएं। सबसे बड़ी बात यह कि अपने जीवन में योग, प्राणायाम को शामिल करें ताकि  अच्छी सेहत को बरकरार रखा जा सके।

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संजय पाठक

संपादक - प्रेस 15 न्यूज | अन्याय के विरुद्ध, सच के संग हूं... हां मैं एक पत्रकार हूं

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