देहरादून, प्रेस 15 न्यूज। एक तरफ बांग्लादेश में कट्टरपंथियों का आतंक जारी है और हिंदुओं पर अत्याचार की दर्दनाक खबरें भारत देश के सनातनियों को दुखी कर रही हैं। देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं। इस बीच देवभूमि उत्तराखंड के रुड़की में एक संदिग्ध बांग्लादेशी गिरफ्तार हुआ है।
सवाल उठ रहा है कि जब बांग्लादेश में बवाल के बाद भारतीय सीमाओं पर अलर्ट जारी है। उत्तराखंड की सीमाओं पर अलर्ट है तो फिर यह संदिग्ध कैसे उत्तराखंड में दाखिल हो गया?
बांग्लादेश में जो हालात चल रहे हैं, इस बीच रुड़की से एक बांग्लादेशी के पकड़े जाने के बाद मामला बेहद गंभीर भी है।
शनिवार रात सिविल लाइंस कोतवाली क्षेत्र के ढंडेरा क्षेत्र में स्थानीय लोगों ने एक दुकान पर एक संदिग्ध घूमता देखा। उसकी बोलचाल से शक होने पर लोगों ने पुलिस को फोन मिलाया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और संदिग्ध को पूछताछ के लिए कोतवाली ले आई।
शुरू में संदिग्ध पुलिस गुमराह करता रहा लेकिन सख्ती के बाद उसने मुंह खोल दिया।
पूछताछ में संदिग्ध ने बताया कि उसका नाम रहीमुल (43) पुत्र वात्सुमल है और वह गांव हाकीमपुर, तहसील नूरदीप जिला पावना, राजशाही खुलना, बांग्लादेश का रहने वाला है।
बांग्लादेशी ने बताया कि वह चोरी छिपे भारत में घुसा है। हालांकि, वह कब भारत की सीमा में घुसकर रुड़की पहुंचा है इसके बारे में पुलिस को गुमराह कर रहा है।
ऐसे में सीमा पर तैनात सुरक्षा पर भी सवाल उठ रहे हैं।आखिर अलर्ट और सख्ती के बाद कोई कैसे भारत में सीमा पार कर दाखिल हो गया? यह सवाल बना हुआ है।
जिस बांग्लादेशी को ढंडेरा से गिरफ्तार किया है, उसका आसपास का क्षेत्र आर्मी क्षेत्र से सटा हुआ है। ऐसे में बडी साजिश से भी इंकार नहीं किया जा सकता। अब सुरक्षा एजेंसियां हर पहलू से जांच कर रही हैं।
पुलिस और खुफिया विभाग की मानें तो पिछले पांच साल में रुड़की और कलियर से तीन बांग्लादेशी पकड़े जा चुके हैं। ऐसे में शनिवार रात संदिग्ध बांग्लादेशी के पकड़े जाने के बाद देवभूमि उत्तराखंड की शांत वादियां एक बार फिर अशांत हुई हैं।