हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। उसे गुमां है कि मेरी उड़ान कुछ कम है, मुझे यकीं है कि ये आसमान कुछ कम है…ये पंक्तियां हल्द्वानी के आदित्य के हौसलों को बताने के लिए काफी हैं।
हल्द्वानी के आदित्य गुरुरानी ने इतिहास रच दिया। दिव्यांग होने के बावजूद आदित्य ने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में न केवल देश का प्रतिनिधित्व किया बल्कि 4 मेडल जीतकर प्रदेश और देश का नाम भी रोशन किया।
भले ही आदित्य मानसिक रूप से कमजोर हो लेकिन उसने अपनी लगन और मेहनत से ये साबित कर दिया कि अगर शिद्दत से लक्ष्य की ओर बढ़ा जाए तो सफलता मिलती ही है।
आदित्य गुरुरानी ने एक से 10 दिसंबर तक ताशकंद उज़्बेकिस्तान में आयोजित एशियन पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में इतिहास रच दिया। आदित्य ने प्रतियोगिता में तीन गोल्ड मेडल और एक सिल्वर मेडल अपने नाम किए।
आदित्य ने अपने इवेंट के अलग अलग भार वर्ग में स्वैट में 100 किलोग्राम गोल्ड मेडल, डेड लिफ्ट में 100 किलोग्राम गोल्ड मेडल, बेंच प्रेस में 60 किलोग्राम गोल्ड मेडल और कंबाइंड में सिल्वर मेडल हासिल किया।
इधर, आदित्य गुरुरानी की उपलब्धि पर परिजनों और कोच के साथ साथ स्पेशल एजुकेटर, थैरेपिस्ट की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था। ढोल नगाड़ों और फूल मालाओं से आदित्य का स्वागत करते हुए सभी की आँखें खुशी से नम हो गई।
प्रेस 15 न्यूज की पूरी टीम की ओर से हल्द्वानी के होनहार आदित्य गुरुरानी को उज्जवल भविष्य की ढेर सारी शुभकामनाएं…