उत्तराखंड: चारधाम यात्रा मार्ग में लचर व्यवस्थाओं ने  पर्यटन विभाग और धामी सरकार के दावों की खोली पोल

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देहरादून/उत्तरकाशी, प्रेस 15 न्यूज। चारधाम यात्रा को लेकर उत्तराखंड सरकार ने टीवी से लेकर अखबारों में खूब विज्ञापन जारी किया। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने हर दौरे में देश के लोगों से उत्तराखंड आने की अपील की।

नतीजा यह रहा कि देशभर से लाखों लोगों की भीड़ उत्तराखंड चारधाम यात्रा के लिए उमड़ गई।

लेकिन यात्रियों की यह भीड़ कैसे चारधामों के दर्शन सुव्यवस्थित ढंग से करेगी और कैसे उत्तराखंड की इस पवित्र यात्रा का गौरव बरकरार रहेगा, इसे लेकर सरकार की कोई जमीनी तैयारी नजर नहीं आई।

नतीजा सबके सामने है। आज बद्रीनाथ, केदारनाथ और गंगोत्री यमुनोत्री धामों में अव्यवस्थाओं को लेकर देशभर के तीर्थयात्रियों में आक्रोश पनप रहा है। केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम में तो मंदिर समिति से जुड़े पुजारियों और स्थानीय लोगों ने वीआईपी दर्शन को खत्म करने के लिए हल्लाबोल भी शुरू कर दिया है।

लोगों का कहना है कि मुख्य सचिव ने 25 मई तक वीआईपी दर्शन न होने के लिए देशभर की सरकारों को पत्र लिखा था, लेकिन यह आदेश हवाहवाई निकला। बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम में वीआईपी दर्शन कराए जा रहे हैं, वहीं आम भक्त घंटों घंटों लाइन में खड़े रहने को मजबूर हैं।

इन सबके बीच सूबे के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के उस बयान पर भी उत्तराखंड के लोगों में आक्रोश है जिसमें महाराज ने गंगोत्री यमुनोत्री धामों में अव्यवस्था का ठीकरा स्थानीय लोगों और देवी देवताओं की डोली ले जाने वाले भक्तों के सिर फोड़ दिया।

कुल मिलाकर धामी सरकार के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज अपनी आधी अधूरी तैयारियों और व्यवस्थाओं की कमी को छुपा गए।

इतना ही नहीं, चारों धामों में खासकर केदारनाथ धाम में रील और वीडियो बनाने वालों की बाढ़ से आ गई है। मंदिर के परिसर में वीडियो बनाने के लिए धाम की मर्यादा को भी ताक पर रखा जा रहा है। लेकिन न तो सरकार और न हीं मंदिर समिति ने अब तक इस मनमानी पर कोई एक्शन लिया है।

बीते दिनों जरूर, केदारनाथ धाम में एक स्थानीय युवक ने रील बनाने के लिए कानफोड़ू ढोल और दूसरे वाद्य यंत्र बजा रहे लोगों को जमकर खरीखोटी सुनाई। जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ। उत्तराखंड के साथ साथ देशभर के लोगों ने केदारनाथ धाम की पवित्रता और मर्यादा बनाने के लिए आगे आए युवक की जमकर तारीफ भी की।

इस बीच बद्रीनाथ धाम, केदारनाथ धाम और गंगोत्री-यमुनोत्री धाम में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आवागमन जारी है। चार धाम यात्रा के लिए 14 मई शाम 4 बजे तक कुल 26,73,519 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण करवा लिया है।

हालाकि यात्रा मार्ग में जाम, पर्याप्त टॉयलेट न होने और कई दुकानदारों द्वारा मनमानी कीमतें लेने से यात्रियों को परेशानी का सामना भी करना पड़ रहा है। यात्रा मार्ग पर अव्यवस्थाओं से परेशान यात्रियों के गुस्से के कई वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहे हैं। जो कहीं न कहीं पर्यटन विभाग और प्रशासन की लचर व्यवस्थाओं की पोल खोलने के साथ ही आईना भी दिखा रहे हैं।

वहीं, चारधाम यात्रा को लेकर आधे अधूरे इंतजामों के बाद तीर्थयात्रियों के रोष ने उत्तराखंड की छवि को भी नुकसान पहुंचाने का काम किया है। रजिस्ट्रेशन से लेकर धामों के दर्शन तक अव्यवस्था हावी है।

यह हाल तब है जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर सचिव मुख्यमंत्री डॉ.आर.मीनाक्षी सुंदरम को उत्तरकाशी में कैंप की जिम्मेदारी दी गई है। इस दौरान उन्हें गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की व्यवस्था की निरंतर मॉनिटरिंग करनी है।

इन सबके बीच प्रशासन चाक चौबंद व्यवस्थाओं का दावा करते नहीं थक रहा है। गंगोत्री क्षेत्र में रोके गए सभी वाहनों की वापसी का क्रम जारी है। गंगोत्री से वाहनों की वापसी के साथ ही निचले इलाकों में रोके गए वाहनों को भी धामों के लिए भेजा गया।

गंगोत्री धाम जाने वाले मार्ग पर कुछ इस तरह थम रहे हैं श्रद्धालुओं के वाहन।

डीएम डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने यात्रा रूट पर तैनात किए गए अधिकारियों को अपने सेक्टर में ही बने रहकर यात्रा को सुचारू व सुव्यवस्थित रूप से संचालित करने और हमेशा मोबाइल फोन खुले रख यात्रियों की सहायता की प्रत्येक कॉल पर तत्परता से कार्रवाई करने की हिदायत दी है। उन्होंने कहा कि यात्रा मार्गों पर यात्रियों से अधिक कीमत वसूलने के मामलों पर भी कड़ी कार्रवाई की जाए।

गंगोत्री धाम जाने वाले मार्ग में घटों तक जाम में फंसे यात्रियों को बिस्कुट पानी वितरित किया गया।                                             डीएम ने गंगोत्री मार्ग के सभी होल्ड एरिया व वाहनों के दबाव से प्रभावित क्षेत्रों तक यात्रियों के लिए भोजन व पानी की आपूर्ति की व्यवस्था तुरंत उपलब्ध करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने कहा कि सुरक्षित व व्यवस्थित यात्रा के लिए गंगोत्री रूट पर भी गेट सिस्टम लागू किया गया है, जिससे यात्रा करने में कुछ समय लग रहा है। उन्होंने सभी लोगों से इस व्यवस्था में सहयोग करने का आग्रह करते हुए कहा कि वाहनों का दबाव कम होते ही यातायात की समस्या नहीं रहेगी।

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संजय पाठक

संपादक - प्रेस 15 न्यूज | अन्याय के विरुद्ध, सच के संग हूं... हां मैं एक पत्रकार हूं

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