हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। बाबा नीम करोली का पावन कैंची धाम साल दर साल देश विदेश के श्रद्धालुओं और पर्यटकों के आवाजाही का केंद्र बनता जा रहा है। ऐसे में बाबा के धाम पहुंचने वाला मार्ग दिनों दिन जाम की परेशानी से जूझ रहा है।
जाम की वजह से सबसे ज्यादा परेशानी स्थानीय लोगों और इस मार्ग से अल्मोड़ा, रानीखेत और दूसरे पहाड़ी जिलों में रहने वाले लोगों को उठानी पड़ रही है।
कई बार वीवीआईपी मेहमानों की वजह से पुलिस प्रशासन इस मार्ग को आम जनता के लिए बंद कर देता है। ऐसे में सोचिए कैसे आम लोगों को जिंदगी परेशानी में पड़ती होगी। वहीं जाम की वजह से पर्यटकों में भी अच्छा संदेश नहीं जाता।
ऐसे में पिछले कुछ समय से सरकार भी कैंची धाम मार्ग को जाम से निजात दिलाने के लिए प्रयास करती दिख रही है। हालाकि सरकार के इन प्रयासों का असर जमीन पर दिखना अभी बाकी है।
इधर, केंद्रीय राज्य मंत्री, सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार अजय टम्टा ने रविवार को सेनिटोरियम से रातीघाट, राष्ट्रीय राजमार्ग हरतपा बैंड से प्रस्तावित कैंची बाई पास मोटर के सम्बन्ध में रातीघाट में बैठक की।
उन्होंने कहा कि कैंची धाम में लगातार भक्तों की संख्या बढ़ते जा रही हैं, जिस कारण भवाली, कैंची, रातीघाट आदि इलाकों में जाम की स्थिति बनी रहती है।
जिससे लोगों को आवाजाही में काफ़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है। कहा कि जाम से निजात पाने के लिए एन एच के साथ वार्ता और सर्वे किया गया। साथ ही सेनिटोरियम से रातीघाट बाईपास का पहला चरण का कार्य पूरा हो गया है, जल्द ही उसमें डामरीकरण किया जाएगा।
कैंची बैंड से हली हरतपा गांव को जोड़ते हुए एन एच पर मिलाया जाएगा। जिसके लिए सम्बंधित विभाग को डी पी आर बनाने के निर्देश दिए हैं। इस दौरान उन्होंने सड़क के कार्यों को बेहतर गुणवत्ता के साथ करने के निर्देश दिए।