उत्तराखंड: शरारती तत्वों ने भूकंप की झूठी खबर फैलाई लोगों ने रात भर खुले में रात बिताई , मुकदमा दर्ज

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देहरादून, प्रेस 15 न्यूज। सोशल मीडिया कभी वरदान बनता है तो कभी परेशानी का सबब भी बन जाता है। हालांकि यह सब होता उन्हीं लोगों की वजह से जो या तो समाज के लिए जागरूक होते हैं या खाना खराब किस्म के होते हैं। खाना खराब के मायने वो लोग जो कभी अपने परिवार के सगे नहीं बन सके। ऐसे में आप उन जैसों से समाज में बेहतरी की उम्मीद भी क्या ही कीजिए।

उत्तरकाशी में लगातार आ रहे भूकंप के झटकों के बीच कुछ शरारती तत्वों ने सोशल मीडिया पर अफवाह फैला दी कि शुक्रवार देर रात को तेज भूकंप आने वाला है। देखते ही देखते यह अफवाह व्हाट्सएप ग्रुपों से लेकर फेसबुक पर वायरल हो गई। बची कसर कॉपी पेस्ट में पारंगत तमाम न्यूज पोर्टल के मठाधीशों ने पूरी कर दी।

नतीजा यह हुआ कि कड़ाके की ठंड के बीच नगर क्षेत्र के बुजुर्गों, बच्चों, महिलाओं और युवाओं ने पूरी रात खुले आसमान के नीचे काटी।

नगर के गंगोरी में खेतों में और भैरव चौक के लोग अन्नपूर्णा मंदिर और मुख्य बाजार के लोग रामलीला मैदान में जमा हो गए। वहां पर लोगों ने रातभर आग जलाकर रतजगा करने को मजबूर रहे।

लोग सुबह करीब तीन से चार बजे तक खुले आसमान के नीचे रहे। उसके बाद सब लोग अपने घरों को लौट गए।

सोचिए अफवाह फैलाने वालों को क्या मिला। कुछ कॉमेंट कुछ व्यूज और उनकी इस गैर जिम्मेदाराना हरकत से कई परिवारों को बेवजह परेशानी उठानी पड़ी।

अब इस मामले में कोतवाली पुलिस ने अफवाह फैलाने वाले अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की झूठी अफवाह फैलाने और सामजिक सौहार्द को बिगाड़ने को लेकर उपद्रव आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।

लेकिन पुलिस के इस मुकदमे से बात नहीं बनेगी। उत्तरकाशी के लोग कह रहे हैं कि जब तक इस अफवाह के सभी सूत्रधारों को बेनकाब कर उन्हें सजा नहीं दे देती तब तक यह कोरी कार्रवाई है।

हालांकि अफवाहों का बाजार गर्म होते ही पुलिस- प्रशासन ने अपने सोशल मीडिया पेज पर इसे फर्जी खबर बताते हुए लोगों को सतर्क रहने और भूकंप के तहत जारी एडवाइजरी का पालन करने की अपील की।

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संजय पाठक

संपादक - प्रेस 15 न्यूज | अन्याय के विरुद्ध, सच के संग हूं... हां मैं एक पत्रकार हूं

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