हल्द्वानी में नुमाइश के विरोध में UKD की हुंकार, फिर मिले सिटी मजिस्ट्रेट से

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हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। हल्द्वानी के एमबी इंटर कॉलेज मैदान में मनोरंजन मेले के नाम पर लगने वाली नुमाइश का आयोजन साल दर साल सवालों के घेरे में आ रहा है। नुमाइश की आड़ में अराजक और अराजकता दोनों हावी हो जाती है।

वार्ड आठ के पार्षद रवि वाल्मीकि के नेतृत्व में उत्तराखंड क्रांति दल करीब दो हफ्तों से लगातार नुमाइश को कहीं और शिफ्ट करने की मांग कर रहा है लेकिन स्थानीय प्रशासन के कान में जूं तक नहीं रेंगी और नुमाइश के कर्ताधर्ताओं को घनी आबादी के बीच 45 दिन की अनुमति मिल गई।

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आज एक बार फिर उत्तराखंड क्रांति दल ने वरिष्ठ नेता एडवोकेट मोहन कांडपाल और पार्षद रवि वाल्मीकि ने सिटी मजिस्ट्रेट गोपाल सिंह चौहान को ज्ञापन सौंपा और नुमाइश के साइड इफेक्ट बताए। हालांकि ये साइड इफेक्ट यूकेडी कार्यकर्ता इससे पहले भी नए नए पदभार ग्रहण करने वाले सिटी मजिस्ट्रेट को बता चुके हैं।

इस अवसर पर एडवोकेट मोहन कांडपाल ने कहा कि समझ नहीं आता कि आबादी के बीच जहां अस्पताल से लेकर स्कूल मौजूद हों, आखिर कैसे प्रशासन अराजकता के गढ़ के तौर पर बदनाम नुमाइश के संचालन की अनुमति दे सकते हैं? उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट से नुमाइश को कहीं और शिफ्ट करने और मामले में सुनवाई न होने पर माननीय हाईकोर्ट की शरण में जाने का इरादा भी बताया।

पार्षद रवि वाल्मीकि ने कहा कि पिछले साल इसी नुमाइश में कानून व्यवस्था ताक पर रखकर आईटीआई गैंग के गुंडों ने उत्पात मचाया था। इतना ही नहीं घरेलू गैस सिलेंडरों का उपयोग भी नुमाइश में बड़े पैमाने में पकड़ा गया। साथ ही खाने पीने के सामान में भी गंदगी की भरमार मिली जो बच्चों से लेकर बड़ों को बीमार बनाने की तैयारी है।

उन्होंने कहा कि जिस मैदान में पहाड़ के युवा अग्निवीर जैसी भर्तियों के लिए फिजिकल की तैयारी करते थे, उसे प्रशासनिक मिलीभगत से नुमाइश का नाम देकर घेरा गया।

आरोप लगाया कि नुमाइश लगने के बाद फूड सेफ्टी से लेकर खाद्य आपूर्ति विभाग के जिम्मेदार यहां छापा मारने पहुंचेंगे लेकिन जब हम पहले ही अराजकता के गढ़ नुमाइश का विरोध कर रहे हैं तो हल्द्वानी नगर निगम और प्रशासन को मानो सांप सूंघ गया है।

बताते चलें कि नुमाइश के विरोध में इस बार 17 दिन तक पार्षद रवि वाल्मीकि के नेतृत्व में यूकेडी कार्यकर्ताओं ने नुमाइश के गेट के बाहर ही विरोध प्रदर्शन किया था। लेकिन बीते रोज अचानक पार्षद रवि वाल्मीकि ने यूकेडी पर साथ न देने और मनोबल टूटने का हवाला देते हुए पार्टी से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया।

हालांकि रवि वाल्मीकि के इस कदम के बाद उन चर्चाओं का बाजार भी गर्म हुआ जिसमें कहा गया कि नुमाइश के ठेकदार से कोई डील हुई है। नुमाइश के अंदर दुकान आवंटन और रकम मिलने जैसी बातें भी हर किसी की जुबान पर रहीं। हालाकि रवि वाल्मीकि ने सारे आरोपों को नकार दिया।

ज्ञापन देने वालों में एडवोकेट मोहन कांडपाल, पार्षद रवि वाल्मीकि, प्रकाश चन्द्र जोशी, प्रताप चौहान, एसएस नेगी, एमसी तिवारी, उत्तम सिंह, प्रदीप पंत मौजूद रहे।

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संजय पाठक

संपादक - प्रेस 15 न्यूज | अन्याय के विरुद्ध, सच के संग हूं... हां मैं एक पत्रकार हूं

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