
चंपावत, प्रेस 15 न्यूज। जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा के पास तैनात उत्तराखंड का 23 वर्षीय जांबाज अग्निवीर दीपक सिंह संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से शहीद हो गया।
शनिवार दोपहर हुई इस दुखदाई घटना के बाद घर परिवार में कोहराम के साथ ही क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। जवान का पार्थिव शरीर सोमवार तक पैतृक गांव पहुंचने की संभावना जताई जा रही है।
चंपावत के पाटी ब्लॉक के खरही गांव निवासी दीपक सिंह दो वर्ष पूर्व अग्निपथ योजना के तहत सेना में शामिल हुआ था। ट्रेनिंग के बाद उसकी पोस्टिंग पुंछ जिले की मेंढ़र तहसील में एलओसी के नजदीक अग्रिम चौकी पर हुई थी।
जानकारी के अनुसार, शनिवार दोपहर करीब 2.30 बजे चौकी में गोली चलने की आवाज सुनाई दी। साथी जवान मौके पर पहुंचे तो दीपक खून से लथपथ गिरा मिला। उसे तुरंत बटालियन मेडिकल कैंप ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हालाकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि गोली दुर्घटनावश चली या इसके पीछे कोई और कारण है। सेना और स्थानीय पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
ग्रामीणों के मुताबिक, दीपक कुछ ही दिन पहले छुट्टी लेकर घर आया था और खरही मेले में भी शामिल हुआ था। परिवार उसकी शादी की तैयारियों में जुटा हुआ था, लेकिन अचानक मिली दर्दनाक खबर ने सबको झंकझोर दिया।
मां तारी देवी गहरे सदमे में हैं, जबकि पिता शिवराज सिंह भी दर्द में डूबे हैं। दीपक चार भाई-बहनों में तीसरे नंबर का था। उसकी दो बड़ी बहनें और एक छोटा भाई है।
घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्र के नेताओं और स्थानीय लोगों का शहीद के घर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। हर कोई युवा दीपक के जाने से गमगीन है।









