

हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। इन दिनों नैनीताल जिले में पर्यटन सीजन जोरों से चल रहा है। उत्तराखंड की बहुप्रतीक्षित पावन चार धाम यात्रा भी कल यानी 30 अप्रैल से शुरू हो रही है। यानि नैनीताल जिले के साथ साथ पूरे प्रदेश में सैलानियों और श्रद्धालुओं का आना जाना लगातार बना हुआ है। जाहिर सी बात है ऐसे में उत्तराखंड पुलिस की जिम्मेदारी भी बढ़ गई है।
लेकिन अगर कोई पूछे कि नैनीताल जिले में क्या चल रहा है तो जवाब होगा सस्पेंड सीजन। चौकिए मत दरअसल, पिछले पांच दिन में जिले में 06 पुलिसकर्मी सस्पेंड हो चुके हैं। सभी पर कर्तव्य से विमुख होने का आरोप है। ऐसे में पुलिस विभाग की लोकप्रिय एक मात्र कार्रवाई सस्पेंशन इन दिनों नैनीताल जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है।
एसएसपी नैनीताल की इस कार्रवाई से सस्पेंड हुए पुलिसकर्मियों का मूड ऑफ होना स्वाभाविक है लेकिन आम लोगों के बीच भी चर्चा का बाजार गर्म है।
लोग कह रहे हैं कि आज यकायक ही नैनीताल जिले में पुलिसकर्मियों की कार्यशैली कैसे बिगड़ गई , समझ से परे है। क्योंकि थाना चौकी में बैठे जिम्मेदारों पर फरियादियों की ओर से पहले भी कई गंभीर आरोप लगे लेकिन ऐसी कार्रवाई किसी के खिलाफ देखने को नहीं मिली।
आज भी पीड़ित व्यक्ति थानों में लिखित तहरीर के साथ साथ सोशल मीडिया में पुलिस से संबंधित खबरों और पोस्ट के नीचे थाना चौकी में तैनात पुलिसकर्मियों की शिकायत कर न्याय मांग रहे हैं लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
चर्चा तो ये भी है कि आज जिले के अधिकतर पुलिसकर्मी मानसिक और शारीरिक परेशानियों से जूझ रहे हैं। बीपी, शुगर, थायराइड, डिप्रेशन जैसी बीमारियों से घिरे हैं। ड्यूटी के दौरान छुट्टी न मिलना और टारगेट का दबाव भी पुलिसकर्मी झेल नहीं पा रहे हैं।
फिलहाल बीते पांच दिन में छह पुलिसकर्मियों के निलंबन को जानिए। आज यानि मंगलवार को 02 पुलिसकर्मियों को कर्तव्यहीनता के चलते तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।
आरोप है कि कांस्टेबल हरीश चंद्र थाना खन्स्यु द्वारा उच्चाधिकारियों के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद ड्यूटी पर न जाकर जानबूझकर आदेशों की अनदेखी की गई। इस गंभीर अनुशासनहीनता को देखते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।
वहीं, हल्द्वानी कोतवाली में तैनात कांस्टेबल चंद्र प्रकाश जोशी द्वारा ड्यूटी पर रहते हुए अस्पताल से प्राप्त सूचना मेमो में आवश्यक कार्यवाही व उच्चाधिकारियों को सूचित नहीं किया गया। कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही बरतने पर उन्हें भी निलंबित किया गया है।
एसएसपी नैनीताल का कहना है कि पुलिस विभाग एक अनुशासित बल है। किसी भी प्रकार की ढिलाई, लापरवाही अथवा गैर-जिम्मेदाराना रवैये को किसी भी स्तर पर स्वीकार नहीं किया जाएगा। यह कार्यवाही एक स्पष्ट संदेश है कि अनुशासन और ईमानदारी से कोई समझौता नहीं होगा।
इससे पहले कल ही यानि सोमवार को ड्यूटी में लापरवाही और अनुशासनहीनता पर राजपुरा चौकी इंचार्ज नरेंद्र कुमार और सिपाही सुनील कुमार को महंगी पड़ गई। एसएसपी नैनीताल ने दोनों को सस्पेंड कर दिया।
चौकी प्रभारी राजपुरा उप निरीक्षक नरेंद्र कुमार पर आरोप लगा कि 27/28 अप्रैल 2025 की रात्रि अधिकारी ड्यूटी के दौरान एक नर्स की आत्महत्या की सूचना एसआई ने उच्च अधिकारियों को नहीं दी। साथ ही घटनास्थल से साक्ष्य न जुटाने तथा थाने की अन्य टीम द्वारा पकड़े गए व्यक्ति पर आवश्यक वैधानिक कार्रवाई न करने जैसी गंभीर लापरवाही भी बरती।
साथ ही पुलिस लाइन नैनीताल में तैनात कांस्टेबल सुनील कुमार 26 अप्रैल 2025 को पुलिस लाइन के मुख्य गेट पर ड्यूटी के दौरान अनुपस्थित पाए जाने और पूर्व में भी कई बार सीओ लाइन, आरआई द्वारा समझाए जाने व चेतावनी दिए जाने के बावजूद पर भी अनुशासनहीनता एवं गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार करने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। साथ ही मामले में प्रतिसार निरीक्षक पुलिस लाइन की भी विभागीय जांच खोली गई है।
इस सस्पेंशन के बाद एसएसपी नैनीताल ने कहा कि नैनीताल पुलिस में अनुशासन और कर्तव्यपालन सर्वोपरि है। ड्यूटी में लापरवाही, अनुशासनहीनता अथवा उत्तरदायित्वहीन व्यवहार किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विभाग की गरिमा, आम जनता का विश्वास और पुलिस की साख बनाए रखने हेतु सख्त कार्यवाही जारी रहेगी। सभी पुलिसकर्मी जिम्मेदारी का निर्वहन पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी से करें।
इससे पहले शुक्रवार को एसएसपी ने तल्लीताल थाने में तैनात उपनिरीक्षक बबिता को ड्यूटी से अनुपस्थित और पूर्व लापरवाही पर सस्पेंड किया था।
आरोप था कि एसआई बबिता, जो तल्लीताल क्षेत्र में नियुक्त थीं, को ड्यूटी के दौरान अपने कार्यक्षेत्र में अनुपस्थित पाए जाने और पूर्व में भी ड्यूटी के प्रति लापरवाही बरतने के गंभीर आरोपों के चलते तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। बार-बार चेतावनी के बावजूद सुधार न होने पर यह कठोर कदम उठाया गया है।
वहीं, हल्द्वानी में तैनात कांस्टेबल आकाश कुमार धार्मिक प्रकरण में पक्षपात का दोषी पाए जाने पर निलंबित किया गया। आरोप है कि कांस्टेबल आकाश कुमार ने 24-04-2025 को राजपुरा क्षेत्र में घटित एक धार्मिक प्रकरण में निष्पक्षता का उल्लंघन करते हुए एक पक्ष का समर्थन किया।
इस कार्रवाई के बाद एसएसपी ने कहा था कि पुलिस सेवा में कार्यरत प्रत्येक अधिकारी और कर्मचारी अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी निष्ठा, निष्पक्षता और सजगता से करे। ड्यूटी में लापरवाही, गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार और पक्षपात किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जाएगा। भविष्य में भी ऐसे किसी भी कर्मी के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही की जाएगी, चाहे वह किसी भी पद पर हो। *विभाग की गरिमा और जनता का विश्वास सर्वोपरि है।
सभी पुलिसकर्मियों को चेताया जाता है कि वे अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूर्ण निष्ठा, ईमानदारी एवं संवेदनशीलता के साथ करें, अन्यथा उनके विरुद्ध भी इसी प्रकार की सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।




