

हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। उत्तराखंड के जाने माने दि नैनीताल बैंक लिमिटेड की विभिन्न शाखाओं में सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने आज मुखानी खड़िया फैक्ट्री में टेंट हाउस परिसर में एक सांकेतिक बैठक आयोजित की।
बैठक में सुरक्षाकर्मियों ने गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि एक जून 2025 से लागू होने वाले नये सुरक्षा अनुबंध के अंतर्गत बाहरी राज्यों की सुरक्षा एजेंसियों को दि नैनीताल बैंक द्वारा अनुबंधित किया गया है, जिनके प्रतिनिधि वर्तमान में नियुक्त सुरक्षा कर्मियों से अवैध रूप से 12,000 से 18,000 तक की नगद वसूली कर रहे हैं।
बैठक के उपरांत सुरक्षाकर्मियों ने सचिव, माननीय मुख्यमंत्री एवं आयुक्त कुमाऊँ मण्डल के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री, उत्तराखण्ड सरकार को एक ज्ञापन प्रेषित किया। ज्ञापन में यह मांग की गई है कि बैंक प्रबंधन द्वारा राज्य के बाहर की एजेंसियों को ठेका देना न केवल स्थानीय बेरोजगारों के हितों के विरुद्ध है, बल्कि यह अवैध वसूली की प्रवृत्ति को बढ़ावा भी दे रहा है।
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि वर्तमान में कार्यरत स्थानीय एजेंसी द्वारा अब तक कभी भी किसी प्रकार की धनराशि की मांग नहीं की गई और सुरक्षाकर्मियों को बैंक द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार पूरा भुगतान समय पर प्राप्त होता रहा है।
सुरक्षाकर्मियों ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि वे इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराएं और ऐसे ठेकेदारों एवं एजेंसियों के खिलाफ उचित कार्यवाही सुनिश्चित करें, ताकि राज्य के सामान्य वर्ग के कर्मचारी अपनी आजीविका की रक्षा कर सकें।
ज्ञापन देने वालों में विपिन चंद्र पलड़िया, धर्मवीर सिंह, खुशीराम, मोहन चंद्र, विपिन चंद्र, कंचन सिंह, कुलदीप, हयात सिंह, गणेश सिंह, गोविंद सिंह नेगी, नारायण दत्त, पुरन सिंह, हरेंद्र सिंह नेगी, हरीश चंद्र, गोधन सिंह नेगी, भवान सिंह, राजेंद्र चंद्र आदि मौजूद रहे।



