हल्द्वानी में देवखड़ी नाले के उफान ने छीना 400 घरों का सुख चैन, राहत दे पाएगा सरकारी मदद का मरहम?

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हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। तपोवन के पास बादल फटने के कारण सोमवार शाम उफान पर आए देवखड़ी नाले ने दमुआढूंगा क्षेत्र में भारी तबाही मचाई। यहां कृष्णा विहार, देवकी विहार, गायत्री नगर शिवालिक विहार में नाला टूटने से करीब 400 घरों में मलबा घुस गया। कई वाहन भी मलबे की चपेट में आए।

सोमवार शाम 6:45 बजे देवखड़ी नाला टूट गया। करीब डेढ़ घंटे में नाले का पानी मलबा, बोल्डर घरों में घुस गया। लोग जान बचाने के लिए छत में भागे। बारिश का पानी कम होने के बाद जब लोग घरों से उतरे तो मंजर खौफनाक था। घरों में दो-दो फिट मलबा घुस गया था।

लोगों के घरों में रखा सामान, फ्रिज, कूलर सब खराब हो गए। सड़कें एक से पांच फिट मलबे में दब गई। लोगों की घरों की भूमिगत टंकी मलबे से भर गई। बारिश रुकने के बाद लोग अपना सामान निकालने में जुटे रहे।

नाले के बगल से तीन इंच की पेयजल लाइन भी तहस नहस हो गई। इससे करीब 1200 परिवार के सामने पेयजल संकट पैदा हो गया है।

इधर, क्षेत्र के लोगों ने आरोप लगाया कि जिस समय वन विभाग नाले को साफ कर रहा था तो उन्होंने अपने खेत से जेसीबी को नाले तक जाने का रास्ता दिया। उस समय हमने वन विभाग से कहा कि यहां पर तार के जाल और पत्थर लगा दो वे नहीं माने। कहा कि वन विभाग की लापरवाही से उनके पूरे धान बह गए। बटाईदार की झोपड़ी और सामान बह गया। माना जा रहा है कि 30 आदमी लगातार काम करें तो मलबे को सात दिन में साफ किया जा सकता है।

डीएम वंदना के सामने मन की पीढ़ा को रखते आपदा प्रभावित बुजुर्ग।

इधर, जिलाधिकारी वंदना अधिकारियों के दलबल के साथ मंगलवार शाम गायत्री नगर शिवालिक विहार में देवखडी नाले के पानी के नुकसान का जायजा लेने पहुंची।

उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लगभग 300 से 400 लोगो के घरों में मलवा आने के कारण नुकसान हुआ है उन्हें हर सम्भव मदद दी जायेगी।

राजस्व विभाग ने शाम चार बजे तक 100 लोगों को सहायता राशि दे दी है। सर्वे जारी है अन्य प्रभावितों को भी आज रात तक राहत राशि दे दी जाएगी।

उन्होंने कहा नगर निगम निगम के कार्मिको द्वारा लोगो के घरों और सड़कों से मलवा आदि निकालने का कार्य भी किया जा रहा है।

उन्होंने आम पानी नाले, बरेला आम नाले के कैचमेंट से लेकर आबादी तक दीर्घकालीन सुरक्षा कार्य का प्रस्ताव एक सप्ताह में तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दिए । सिंचाई, वन विभाग, और UUSDA की तकनीकी टीम नाले के स्थाई ट्रीटमेंट के लिए चल रहे सर्वे को एक सप्ताह में पूर्ण करेगी।

गायत्री नगर के आन्तरिक कालोनियों मे छोटे नाले और गुल पर अतिक्रमण की शिकायत पर उपजिलाधिकारी को नालों पर अतिक्रमण का सर्वे करने के निर्देश दिये ताकि नाले के प्रवाह को सुचारू रूप से संचालित कर पानी के रूकावट को दूर किया जा सके।

जिलाधिकारी ने आमपानी, बरेला आम और देवखडी नाले के मुहाने पर तीन नालों (आमपाली, दुरगडी एवं बरेलाआम) नाले जो देवखडी नाले में मिलते हैं, का निरीक्षण भी किया।

वर्तमान में वन विभाग द्वारा तात्कालिक कार्य किए जा रहे हैं, जिलाधिकारी ने वन महकमे के अधिकारी को तत्काल एक अतिरिक्त पोकलैंड लगाने के निर्देश दिए और दीवार बनाने के तात्कालिक कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया।

उन्होंने देवखडी नाले के स्थायी समाधान हेतु एडीबी के प्रोजेक्ट मैनेजर कुलदीप सिंह से स्टीमेट शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिये ताकि नाले के स्थायी समाधान हेतु कार्य प्रारम्भ हो सके।

उन्होंने कहा कि बुधवार को तकनीकी टीम के साथ ही सिचाई, वन एवं एडीबी संयुक्त सर्वे कर स्थायी समाधान हो सके इसके लिए एक सप्ताह के भीतर डीपीआर प्रस्तुत करने के निर्देश मौके पर दिए।

डीएम ने कहा तकनीकी टीम द्वारा देवखडी नाले के जंगल के अन्दर जाकर सर्वे भी किया जायेगा तथा नाले के ऊपर चैकडैम के साथ साथ नाले को चैनलाईज किया जायेगा जिससे नाले के प्रवाह को सुरक्षित निकास दिया जा सकेगा।

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संजय पाठक

संपादक - प्रेस 15 न्यूज | अन्याय के विरुद्ध, सच के संग हूं... हां मैं एक पत्रकार हूं

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