हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। कुमाऊं का प्रवेश द्वार हल्द्वानी लगातार अपराधी प्रवत्ति के लोगों का गढ़ बनता जा रहा है। हैरानी की बात यह है कि इन असामाजिक तत्वों में कम उम्र के नौजवान भी हैं।
जिस आईटीआई से ट्रेनिंग लेकर युवा कुशल कारीगर के तौर पर सिडकुल और अन्य कंपनियों में अपना भविष्य संवार रहे हैं, बीते कुछ समय से गुंडों का एक गैंग हल्द्वानी में आईटीआई गैंग के नाम से अराजकता और गुंडई का दूसरा नाम बन गया है।
आईटीआई गैंग से जुड़े खाना खराब और लफंगे आए दिन शहर में उत्पात मचा रहे हैं। बीते दिनों नुमाइश में भी इस गैंग से जुड़े लंपटों ने गुंडागर्दी की थी। आए दिन हल्द्वानी के किसी न किसी कोने से इस अराजक टोली के दुस्साहस की खबर आती है।
कई बार पुलिस ने इनके खिलाफ गिरफ्तारी की कार्रवाई भी की लेकिन इनके हौसले पस्त नहीं हुए। बीते दिनों हल्द्वानी आए डीजीपी अभिनव कुमार के सामने भी आईटीआई गैंग का मामला उठा था।
28 सितंबर को हल्द्वानी के वसुन्धरा कालोनी बरेली रोड निवासी गौरव नेगी पुत्र उमेश सिंह निवासी ने कोतवाली में तहरीर देते हुए बताया था कि 27 सितंबर को आईटीआई गैंग से जुड़े आदित्य नेगी, धीरज बिष्ट, दीपक पंचपाल, रविद्र रावत और उनके साथियों ने तिकोनिया चौराहे के पास उसके साथ मारपीट की।
इतने भर से मन नहीं भरा तो आदित्य नेगी ने बिना नम्बर प्लेट के वाहन सफेद स्विफ्ट कार से उसे कुचलने का प्रयास भी किया। इस दौरान गौरव को काफी चोटें भी आईं। किसी तरह उसके साथी ने 112 में कॉल करके पुलिस को जानकारी दी। और फिर वह बेस अस्पताल में इलाज कराने पहुंचा।
मामले में हल्द्वानी पुलिस ने 29 सितंबर को आईटीआई गैंग के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान 20 साल के दीपक पंचपाल पुत्र रमेश पंचपाल निवासी मतकोट मुनस्यारी, पिथौरागढ़ हॉल निवासी नरीमन तिराहा काठगोदाम के तौर पर हुई है। बाकी आरोपी अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।
मामले में एफआईआर न0 349/24 धारा 115(2)/109 बीएनएस बनाम आदित्य नेगी और अन्य पर अभियोग पंजीकृत कराया गया है।