देहरादून, प्रेस 15 न्यूज। उत्तराखंड में सरकारी पद हो गया मानो रिश्वत लेने का लाइसेंस मिल गया। उत्तराखंड में बहुत कम ऐसे सरकारी विभाग होंगे जहां आम आदमी का रिश्वतखोर अधिकारियों और कर्मचारियों से पाला न पड़ता हो। भला हो विजिलेंस के अधिकारियों का जो लगातार ऐसे रिश्वतखोरों को बेनकाब कर रहे हैं।
लेकिन अब भी कई ऐसे रिश्वतखोर अधिकारी उत्तराखंड के सरकारी विभागों और कुर्सियों में काबिज हैं जिनके खिलाफ कोई शिकायत करना तो छोड़िए ऐसा करने की सोच भी नहीं सकता। ऐसे में आमजन को छोटे मोटे रिश्वतखोरों के पकड़े जाने पर ही संतोष करना पड़ता है।
आज विजिलेंस की टीम ने पीड़ित की शिकायत पर उत्तराखंड के चिकित्सा निदेशालय में तैनात भ्रष्ट कर्मचारी को बेपर्दा किया है।
चिकित्सा निदेशालय के वरिष्ठ सहायक को विजिलेंस ने छह हजार ₹ की रिश्वत के साथ पकड़ा। शिकायतकर्ता ने विजिलेंस में शिकायत दर्ज कराई थी कि चिकित्सा प्रतिपूर्ति के भुगतान के लिए वरिष्ठ सहायक, महानिदेशालय चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मुकेश कोटियाल द्वारा 8,500 रु0 रिश्वत की मांग की गई थी। इसमें से 2500₹ उन्हें दे दिए गए थे।
आज विजिलेंस की ट्रैप टीम ने मुकेश कोटियाल वरिष्ठ सहायक, महानिदेशालय चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण को छह हजार ₹ लेते हुए गिरफ्तार किया। अब विजिलेंस की टीम रिश्वतखोर मुकेश कोटियाल का रिकॉर्ड खंगाल रही है।