हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। “तेरी सौं”, “मेरु गौं”, “असगार”, “अजाण” जैसी ब्लॉकबस्टर और देशभर में वाहवाही लूटने वाली फिल्मों के बाद लेखक निर्देशक अनुज जोशी और उनकी टीम अब एक बार फिर इतिहास रचने जा रही है।
देखें वीडियो: एक्सक्लूसिव इंटरव्यू “गढ़- कुमौ” उत्तराखंडी फिल्म के लेखक निर्देशक अनुज जोशी
इस बार अनुज जोशी ने कुमाऊं और गढ़वाल के लोगों के रिश्तों में सदियों से जमी बर्फ को एक खूबसूरत कहानी उत्तराखंडी फ़िल्म “गढ़- कुमौ” के जरिए लोगों के दिलों में उतारने की ठानी है। आने वाली 13 दिसम्बर 2024 को कुमाऊं और गढ़वाल के लोगों के दिलों को छूने वाले ये उत्तराखंडी फिल्म देहरादून व हल्द्वानी में एक साथ रिलीज होगी।
आज हल्द्वानी के नैनीताल रोड स्थित एक लॉन में गढ़वाली और कुमाउनी भाषा की महत्वाकांक्षी फिल्म “गढ़ कुमौ,” का पोस्टर फिल्म से जुड़े शानदार हस्तियों के हाथों जारी हुआ।
इस अवसर पर फिल्म के लेखक निर्देशक अनुज जोशी ने बताया कि यह फिल्म उत्तराखंड के दोनो पहाड़ी क्षेत्रों गढ़वाल व कुमाऊं के आपसी रिश्तों पर आधारित एक सोशल फैमिली ड्रामा है। जो इन दो पहाड़ी समाजों के बीच सदियों पुरानी कड़वाहट पर खुल कर बात करती है।
एक तरह से यह उत्तराखंडी फिल्म उत्तराखंड के सिनेमा को नया आयाम देने का एक नया गम्भीर प्रयास है। इन दोनों समाजों के बीच कथित वैमनस्य की ऐतिहासिक और सामाजिक परतों को यह फिल्म खूबसूरती से खोलती है। और साबित करती है कि गढ़वाल व कुमाऊं के दोनों पहाड़ी समाजों में भाषाई, सांस्कृतिक, भौगोलिक और ऐतिहासिक समानताएं हैं।
अनुज जोशी ने बताया कि दोनों समाजों का रहन सहन खानपान एक ही तरह का है। फिल्म में जहां रोमांस व ट्रेजडी का अनोखा संगम है वहीं गढ़वाली व कुमाउनी परिवारों की आपसी चुहल गुदगुदाती भी है। कुछ बेहतरीन रोमांटिक गीत संगीत के साथ फिल्म का कथानक भी रोचक है और उत्सुकता बनाकर रखता है। कुल मिला कर यह फिल्म “गढ़ कुमौ” उत्तराखंड के दोनों प्रमुख पहाड़ी अंचलों गढ़वाल व कुमाऊं के रिश्तों में सदियों से जमीं बर्फ को पिघलाने की कोशिश करती है।
फिल्म में बड़ी खूबसूरती से गढ़वाली व कुमाउनी भाषा का प्रयोग किया गया है। उत्तराखंड के सिनेमा में जहां गढ़वाली में तो हर वर्ष 20 से अधिक फिल्मों का निर्माण हो रहा है पर कुमाऊं में मुश्किल से एक दो ही फिल्मों पर काम हो रहा है। पर “गढ़ कुमौ” फिल्म से ऐसा लगता है कि कुमाऊंनी सिनेमा को भी अच्छे दिन आने की उम्मीद करनी चाहिए। फिल्म में आधे कलाकार कुमाऊं से और आधे गढ़वाल से हैं।
बताते चलें कि फिल्म में मुख्य भूमिका में जहां एक तरफ कुमाऊं की सुप्रसिद्ध अभिनेत्री अंकिता परिहार हैं, वही गढ़वाल से जाने माने अभिनेता संजू सिलोड़ी हैं। साथ में अनिल शर्मा, राजीव शर्मा, राकेश गौड़, मोहन जोशी, गम्भीर जायरा व आशा पांडेय सहयोगी कलाकार की भूमिका में हैं।
फिल्म के निर्माता हरित अग्रवाल हैं और फिल्म के निर्देशक अनुज जोशी हैं जिन्होंने कई मशहूर उत्तराखंडी फिल्मों से प्रसिद्धि पाई है और जो विगत में सुप्रसिद्ध धारावाहिक कसौटी जिंदगी की का निर्देशन कर चुके हैं। फिल्म 13 दिसम्बर को हल्द्वानी के वॉल्कवे मॉल व देहरादून के सेंन्त्रियो मॉल में लगने जा रही है। प्लान है कि फिल्म को देश के करीब 28 शहरों में रिलीज किया जाएगा जिसमें रामनगर, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, काशीपुर, रुद्रपुर, बेंगलौर, हैदराबाद, चंडीगढ़, लखनऊ जैसे नाम शामिल हैं।
इस अवसर पर शैलनट के अध्यक्ष राजीव कुमार शर्मा, मोहन जोशी, अनिल शर्मा, सुमित खरबंदा, अभिनेत्री अंकिता परिहार, मनोज बोरा, अंकित चौधरी, कुमार हर्षित, आशा पांडे मौजूद थे।