हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। निकाय चुनाव का शंखनाद हो चुका है। नामांकन पत्रों की बिक्री जारी है। बात सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की करें तो रविवार शाम तक पार्टी नगर निगम दावेदारों का नाम जारी नहीं सकी है। हालाकि नगर पंचायत और नगर पालिका के दावेदारों की लिस्ट शुक्रवार देर शाम जारी हुई। जबकि वार्ड प्रत्याशियों के नाम की घोषणा शनिवार देर रात हुई।
बात अगर कुमाऊं के सबसे बड़े शहर के नगर निगम हल्द्वानी की करें तो यहां भी भाजपा आलाकमान के सामने मेयर का दावेदार तय करना माथे पर बल ला रहा है। जहां एक तरफ निवर्तमान मेयर डॉ. जोगेंद्र पाल सिंह रौतेला और उनके समर्थक उनकी जीत की हैट्रिक लगाने की उम्मीद कर रहे हैं।
तो वहीं, भाजपा कार्यकर्ताओं का एक बड़ा ग्रुप इस उम्मीद में हैं कि सालों से भाजपा की सियासत में हाशिए पर रहे गजराज सिंह बिष्ट को टिकट मिलेगा।
गजराज के समर्थक लगातार सोशल मीडिया में उनके पक्ष में रील वीडियो शेयर कर उन्हें भाजपा का असल मेयर दावेदार बता रहे हैं।
समर्थक बार बार यही कह रहे हैं कि 37 साल से गजराज सिंह बिष्ट पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता हैं। उन्होंने अपनी समाजहित वाली राजनीति में अपना सब कुछ कुर्बान कर दिया।
छात्र राजनीति के साथ साथ उत्तर प्रदेश के दौर में गजराज सिंह बिष्ट भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री, उत्तराखंड भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष, उत्तराखंड बीजेपी के प्रदेश महामंत्री और उत्तराखंड मंडी परिषद के अध्यक्ष जैसी जिम्मेदारियों को निभा चुके हैं। ऐसे में गजराज सिंह बिष्ट को अगर इस बार टिकट नहीं मिला तो भाजपा में भूचाल आना तय है।
समर्थकों की मानें तो आखिरी बार 2022 विधानसभा चुनाव में विधायक की तैयारी कर रहे गजराज सिंह बिष्ट को बैठाने के लिए पूरा का पूरा आलाकमान जुट गया था। रातों रात पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को गजराज को मनाने के लिए उनके घर भेजा गया था। उस बार भी अपनी दावेदारी को गजराज सिंह बिष्ट ने आलाकमान के भरोसे पर कुर्बान किया था।
समर्थक लगातार यही कह रहे हैं कि इस बार भी जब गजराज सिंह बिष्ट ने ओबीसी नेता के तौर पर हल्द्वानी के मेयर की दावेदारी ठोकी है तो पार्टी का एक गुट उनकी दावेदारी पर अड़चन डालने में तुला हुआ है। अगर अब भी गजराज को टिकट नहीं मिला तो यह भाजपा के हर उस जमीनी कार्यकर्ता के सपनों की हार है जो पार्टी में दरी बिछाने से लेकर बूथ और पार्टी को मजबूत करता है।
ऐसे में अब चंद घंटों बाद भाजपा अपने मेयर प्रत्याशियों की लिस्ट जारी करने जा रही है। गजराज के समर्थक भी टकटकी लगाए हैं और यही बात कह रहे हैं कि क्या भाजपा अपने जमीनी नेता को मेयर का टिकट देगी या एक बार फिर भाजपा का यह जमीनी नेता अपना मन मसोस कर भाजपा के अनुशासन में बंधकर गुमनामी की राजनीति में खो जाता है?
हालाकि गजराज के समर्थक उन्हें हर हाल में चुनाव लड़ने की अपील कर रहे हैं। कार्यकर्ताओं का कहना है कि अगर इस बार नहीं तो कभी नहीं…