भीमताल: जो खनस्यूं थाने के सब इंस्पेक्टर ने किया, ऐसा बर्ताव तो अंग्रेजों की पुलिस करती थी SSP साहब! 

खबर शेयर करें -

भीमताल, प्रेस 15 न्यूज। देवभूमि उत्तराखंड में मित्रता, सेवा और सुरक्षा का दम भरने वाली नैनीताल पुलिस को उसी के वर्दीधारी उप निरीक्षक ने शर्मसार किया है।

ताजा मामला नैनीताल जिले की भीमताल विधानसभा के ओखलकांडा ब्लॉक का है। यहां खनस्यूं थाने में तैनात एसआई सादिक हुसैन ने खाकी वर्दी की गर्मी में नैनीताल पुलिस को शर्मसार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। आरोप है कि गांव में बाहरी फेरीवाले के प्रकरण में आवाज उठाने पर आरोपी एसआई सादिक हुसैन ने सिपाही विनोद यादव के साथ खनस्यू के युवक मनमोहन शर्मा को बेरहमी से पीटा।

नैनीताल पुलिस के “गुंडे” सब इंस्पेक्टर की करतूत हुई बेपर्दा देखिए video: 

आरोपी एसआई सादिक हुसैन ने क्षेत्र के एक युवक को वर्दी के रौब में बेरहमी से पीटने का जैसे ही क्षेत्र के लोगों को पता चला आरोपी पुलिसवाले के खिलाफ नाराजगी का बांध टूट गया। वर्दी की आड़ में सड़क छाप गुंडों जैसी हरकत करने वाले एसआई सादिक हुसैन के खिलाफ युवाओं ने खनस्यु थाने में प्रदर्शन किया और आरोपी एसआई सादिक हुसैन को बर्खास्त करने की मांग की।

शर्मशार खाकी : देखिए नैनीताल पुलिस के सब इंस्पेक्टर सादिक हुसैन ने पहाड़ के युवा मनमोहन शर्मा का क्या हाल किया।

युवाओं का साफ कहना है कि लाइन हाजिर से कुछ नही होगा। आरोपी एसआई को निलंबित या बर्खास्त किया जाना चाहिए। जिस तरह से हमारे भाई को पुलिस वाले ने बिना आरोप के मारा है यह बहुत निंदनीय है।

हालाकि हर बार की तरह इस बार भी आरोपी एसआई को एसएसपी नैनीताल ने लाइन हाजिर कर क्षेत्र के लोगों के विरोध को ठंडा करने का प्रयास किया है। और पूरे मामले की जांच एसपी क्राइम हरवंश सिंह को सौंपी गई है। पुलिस ने लोगों से धैर्य बनाए रखने की अपील की है।

लेकिन जिस तरह से खनस्यूं के लोगों में खाकी वर्दी धारी की इस गुंडों वाली हरकत के प्रति आक्रोश है, ऐसे में आने वाले दिनों में विरोध तेज होने के आसार बने हुए हैं। क्षेत्र के लोगों ने विधायक राम सिंह कैड़ा से भी मामले में आवाज उठाने और पीड़ित युवा को न्याय दिलाने की मांग की है।

इधर, इस घटना के सामने आने के बाद सोशल मीडिया में लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। लोगों ने एक ही बात कही कि पहाड़ के युवा के साथ ऐसी बर्बरता करने वाले सब इंस्पेक्टर को लाइन हाजिर करना उसके लिए सजा नहीं मौज है। ऐसे लोगों को तत्काल बर्खास्त करना चाहिए। ऐसी मानसिकता के लोगों को पुलिस सेवा के बजाय जेल में होना चाहिए।

अपने कॉमेंट में लोगों के गुस्से का आलम यह था कि उन्होंने इस मामले में आरोपी सब इंस्पेक्टर और सिपाही विनोद यादव पर सख्त कार्रवाई न होने की दशा में कुमाऊं भर में उग्र आंदोलन की बात भी कही।

ऐसे में अब ओखलकांडा ब्लॉक और पहाड़ की शांत वादियां नैनीताल पुलिस के वर्दी वाले गुंडों की वजह से अशांत न हों, इसके लिए उत्तराखंड पुलिस के जिम्मेदारों से उचित कार्रवाई की दरकार है ताकि नजीर के साथ आमजन का भरोसा भी खाकीवालों पर बन सके।

What’s your Reaction?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
1
+1
0

संजय पाठक

संपादक - प्रेस 15 न्यूज | अन्याय के विरुद्ध, सच के संग हूं... हां मैं एक पत्रकार हूं

सम्बंधित खबरें