हल्द्वानी की 03 दुकानों में मिठाई, समोसों पर कॉकरोच, चूहों और गंदगी की भरमार, 15 हजार जुर्माना, लाइसेंस निरस्त

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हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। आम जनता से जुड़ा सरकारी सिस्टम क्या होता है और कैसे काम करता है, इसे समझना है तो हल्द्वानी में आज मिठाई की दुकान पर हुई कार्रवाई से समझिए।

रामपुर रोड में हिंदू धर्मशाला के ठीक सामने जायसवाल स्वीट्स नाम से कारोबार कर रहे तीन व्यापारियों के खिलाफ गंदगी वाले पदार्थ परोसने के चलते चालानी कार्रवाई हुई। लेकिन हल्द्वानी के लोग जानते हैं कि इस दुकान में यह खेल कोई एक दिन का नहीं सालों पुराना है।

यही तीन दुकानें ही क्यों हल्द्वानी में ऐसे कई दुकानें हैं जहां नियम कायदे ताक पर रखकर खाने पीने का सामान बेचा जाता है लेकिन जब तक एमबी इंटर कॉलेज से सटी सरस्वती स्वीट्स का पैरों से आलू कुचलने का वीडियो वायरल नहीं होता तब तक सारा सिस्टम सोए रहता है। अब ये सिस्टम सोता है, ये भी जनता जानती ही है।

खैर, आज नगर आयुक्त ऋचा सिंह ने इस छापामार कार्रवाई की अगुवाई की तो पीछे पीछे खाद्य सुरक्षा विभाग के जिम्मेदार भी पहुंचे।

नगर आयुक्त ऋचा सिंह ने बताया कि आज नगर निगम की टीम के द्वारा जायसवाल स्वीट लक्ष्मी टॉकीज के पास का गंदगी की शिकायत पर निरीक्षण किया गया तो पाया गया कि इन तीनों दुकानदारों द्वारा रोड पर ही अतिक्रमण कर खाद्य सामग्री बनाने का कार्य किया जा रहा था।

नगर आयुक्त ने बताया कि तीनों दुकानों में मिठाई, समोसे आदि पर कॉकरोच चूहा तथा गंदगी की भरमार थी। जगह-जगह दुकान में गंदगी थी, जिस पर इनका सड़क से बाहर सामान रखने पर एवं गंदगी पर 15000 का चालान नगर निगम के द्वारा किया गया।

इतना ही नहीं सामने की नाली को अतिक्रमण मुक्त कराकर सफाई कराई गई। साथ ही खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम के द्वारा उक्त तीनों दुकानों के फूड लाइसेंस स्थगित किए गए।

बताते चलें कि इससे पहले 25 अक्टूबर 2024 को भी खाद्य सुरक्षा विभाग के जिला अभिहित अधिकारी संजय कुमार और वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी अभय कुमार सिंह ने इन्हीं तीनों दुकानों पर छापा मारा था।

लेकिन तब सिवाय जलेबी का बक्खर फेंकने के कोई कार्रवाई नहीं हुई। हालाकि तब भी इन तीनों मिठाई की दुकानों में आज ही की तरह गंदगी का अंबार था। लेकिन पिछले छह महीने से या कहें सालों से मिठाई की इन तीन दुकानों पर जिम्मेदार विभागों की कृपा बनी रही। और मिठाई और समोसे के शौकीन गंदगी को अपने पेट में डालते रहे।

इतना ही नहीं दुकान के भीतर वर्षों से घरेलू गैस सिलिंडर से मिठाई और समोसे बनाए जा रहे थे लेकिन चूंकि वो नगर निगम और खाद्य सुरक्षा विभाग के दायरे में नहीं आता तो आज भी उनकी नजर नहीं पड़ी। अब खाद्य पूर्ति विभाग और शहर में संचालित गैस एजेंसियों के तंत्र को क्यों इसकी भनक नहीं लगी होगी, आप समझ सकते हैं।

वैसे भी ये कोई अकेली मिठाई की दुकान तो है नहीं जहां व्यावसायिक सिलेंडरों के बजाय घरेलू गैस सिलिंडर में माल पक रहा हो।

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संजय पाठक

संपादक - प्रेस 15 न्यूज | अन्याय के विरुद्ध, सच के संग हूं... हां मैं एक पत्रकार हूं