रामनगर, प्रेस 15 न्यूज। कलकल बहती कोसी नदी के बीच टीले पर विराजमान मां गर्जिया का पावन मंदिर उत्तराखंड ही नहीं बल्कि देश दुनिया के भक्तों के अटूट आस्था का केंद्र है। यहां साल भर भक्तों के आने का सिलसिला जारी रहता है। मान्यता है कि सच्चे दिल से मांगी हर मुराद मां जरूर पूरा करती हैं।
इस बीच फरवरी 2021 में मां गर्जिया मंदिर के टीले में आई दरारों ने भक्तों के साथ साथ प्रशासन की चिंता को भी बड़ा दिया। ऐसे में अब प्रशासन टीले को मजबूती देने की मंशा से निर्माण कार्य में जुटने जा रहा है। यही वजह है कि 10 मई से मंदिर के कपाट बंद रखने का फैसला लिया गया है।
बीते रोज मंदिर समिति के अध्यक्ष कुबेर सिंह अधिकारी और मुख्य पुजारी मनोज पांडेय समेत अन्य संभ्रांत लोगों के साथ प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक में यह निर्णय लिया गया है।
मुख्य पुजारी मनोज पांडेय ने बताया कि 10 मई से मंदिर के कपाट बंद होंगे जो करीब 15 से 20 दिन बंद रहेंगे। इस दौरान मंदिर टीले का सुरक्षात्मक कार्य किया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक, मंदिर के टीले पर शॉर्ट क्रीट वायर को बिछाया जाएगा। वायर बिछाने के बाद उसके ऊपर 75 एमएम कांक्रीट को डाला जाएगा। इससे मंदिर के टीले को मजबूती मिलेगी। आरसीसी ब्लॉक को बनाया जाएगा, ताकि बाढ़ आने पर टीले को कोई नुकसान ना हो। 30 जून तक काम को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
बताते चलें कि फरवरी माह में गर्जिया मंदिर के टीले के सुरक्षात्मक कार्य के लिए शासन से पांच करोड़ 86 लाख रुपये की वित्तीय स्वीकृति मिली थी। सिंचाई विभाग की निविदा के बाद 15 मार्च से सुरक्षात्मक कार्य शुरू किया था। इस बीच लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के चलते काम रोक दिया गया था। अब फिर से काम शुरू कर दिया गया है।