हरिद्वार, प्रेस 15 न्यूज। काम, क्रोध, लोभ, मोह और अहंकार…जो भी इनके वशीभूत हुआ समझो रावण बन गया। यह दिव्य ज्ञान आपको क्यों दे रहे हैं अब यह भी जान लीजिए।
इन दिनों उत्तराखंड के हर गांव शहर में रामलीला की धूम है। माहौल भक्तिमय है और जय सिया राम के उद्घोष से हर कोई भक्ति में गोते लगा रहा है। कुछ ऐसा ही भक्तिमय रामलीला का आयोजन जिला कारागार रोशनाबाद में भी हो रहा था। लेकिन रामलीला होते होते दो रावण यानी कैदी फरार हो गए। अब हड़कंप मचा हुआ है और भगवान से कैदियों की वापसी की कामना की जा रही है।
जानकारी के अनुसार, जिला कारागार रोशनाबाद में शुक्रवार देर रात दो कैदी रामलीला और निर्माण कार्य का फायदा उठाकर फरार हो गए। सूचना मिलते ही जेल प्रशासन और पुलिस कैदियों की तलाश में जुट गई। वहीं, कैदियों के फरार होने से जेल प्रशासन कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, कैदी पंकज निवासी रुड़की और राजकुमार निवासी गोंडा उत्तर प्रदेश रोशनाबाद जेल में बंद थे। पंकज हत्या के मामले में आजीवन कारावास काट रहा था तो राजकुमार अपहरण के मामले में विचाराधीन कैदी है।
कहा जा रहा है जिस वक्त ये दोनों कैदी फरार हुए उस दौरान जेल परिसर की रामलीला में माता सीता के हरण का मंचन हो रहा था। ऐसे में वीर बजरंगबली की बानर सेना माता सीता की खोज में निकली ही थी कि पीछे पीछे दो कैदी भी फरार हो गए।
ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि गंभीर अपराधों के दोषियों के प्रति जेल प्रशासन ने इतना ढुलमुल रवैया क्यों अपनाया। आप रामलीला कीजिए लेकिन कम से कम रावण रूपी कैदियों को तो पकड़ कर रखिए।