

हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। वरिष्ठ नागरिक जन कल्याण समिति, हल्द्वानी की मासिक बैठक समिति के सभागार कक्ष (पं. गोविंद बल्लभ पंत पुस्तकालय भवन) में समिति अध्यक्ष भुवन भास्कर पांडे की अध्यक्षता एवं महामंत्री डी.के. पांडे के संचालन में संपन्न हुई।
बैठक की शुरुआत पिछले माह की कार्रवाई के वाचन और उसकी पुष्टि के साथ हुई। बैठक में महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया गया।
पूर्व वर्षों की भांति इस वर्ष भी गंगा दशहरा के अवसर पर 5 जून 2025 को प्रातः 11 बजे आमजन के लिए शरबत वितरण का आयोजन कोतवाली के पास हनुमान मंदिर के निकट किया जाएगा।
नैनीताल जिले में राजकीय वृद्धाश्रम न होने की स्थिति में, केंद्र सरकार की योजना के तहत हल्द्वानी के बरेली रोड स्थित पुरानी कत्था फैक्ट्री परिसर में वृद्धाश्रम बनाए जाने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया। यह प्रस्ताव माननीय मुख्यमंत्री को वरिष्ठ नागरिक जनकल्याण परिषद के उपाध्यक्ष (राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त) नवीन चंद्र वर्मा के माध्यम से दिया गया।
समिति पदाधिकारियों ने नवीन चंद्र वर्मा के माध्यम से मुख्यमंत्री को सामाजिक समस्याओं एवं सुझावों पर आधारित ज्ञापन सौंपा। प्रमुख मांगें इस प्रकार रहीं।
– एक अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस को राजकीय स्तर पर मनाया जाए।
-हल्द्वानी में सार्वजनिक सायरन व्यवस्था स्थापित की जाए।
-किन्नरों के लिए पहचान पत्र जारी कर मांगलिक कार्यों में नेग की राशि को विनियमित किया जाए।
-पुलिस द्वारा वरिष्ठ नागरिकों की समस्याओं का प्राथमिकता से समाधान हो।
-फेरीवालों, ई-रिक्शा, टेंपो चालकों आदि के लिए पहचान पत्र की अनिवार्यता सुनिश्चित की जाए। ज्ञापन पर राज्य मंत्री नवीन वर्मा ने शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया।
संस्था Helpage India के प्रतिनिधि वैभव बिष्ट द्वारा साइबर सुरक्षा और स्मार्टफोन के सुरक्षित उपयोग से जुड़ी उपयोगी जानकारियाँ साझा की गईं।
इस दौरान नरेंद्र चंद्र तिवारी, उमेश चंद्र पांडेय एवं मोहन चंद्र पलडिया ने समिति की सदस्यता ग्रहण की। उनका माल्यार्पण कर और करतल ध्वनि से स्वागत किया गया।
पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के विरुद्ध भारत सरकार द्वारा उठाए गए कठोर कदमों एवं ऑपरेशन सिंदूर की सफलता की सराहना करते हुए वीर सैनिकों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
बैठक में गुरवचन सिंह, दया कृष्ण पंत, इंदर सिंह निगल्टिया, प्रताप सिंह जंतवाल, आनंद सिंह भाकुनी, शंकर दत्त तिवारी, एल एम लोहानी, मोहन चंद्र बुड़लाकोटी, बीडी जोशी, हरिश्चंद्र जोशी, राजेंद्र सिंह ऐरी, एम एस जन्तवाल, दिनेश चंद्र पंन्तोला, एडी डौर्बी, महावीर सिंह, सुरेंद्र कुमार श्रीवास्तव, जगदीश चंद्र डालाकोटी उपस्थित रहे।



