हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। हल्द्वानी से सटे गौलापार के सुंदरपुर रैक्वाल गांव में लैंड फ्रॉड करने वाला दीपांशु बेलवाल आज फिर सुर्खियों में आ गया। एक बार फिर उसे सुधरने के लिए सात दिन की मोहलत मिली है।
भूमि विवाद में करीब 25 लोगों ने बीते महीने आयुक्त दीपक रावत को अपनी शिकायत में बताया था कि उनके द्वारा घर बनाने के लिए सुन्दरपुर रैक्वाल गौलापार में लगभग 6 बीघा जमीन दीपांशु बेलवाल से पृथक-पृथक से खरीदी गई थी। जिसके आवाज में लोगों ने लगभग 2 करोड की धनराशि दीपांशु बेलवाल और सह खातेदार कमल बुढलाकोटी के खातों में ट्रान्सफर भी की गई।
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इस सम्बन्ध में आयुक्त ने उपजिलाधिकारी एवं तहसीलदार हल्द्वानी को तलब किया था। बेलवाल द्वारा जो भूमि बेची गई थी वह उक्त भूमि खतौनी में शेष नही थी। जिस पर आयुक्त ने गम्भीरता से लेते हुए कहा कि विक्रेता सभी को भूमि उपलब्ध कराये या धनराशि वापस करे अन्यथा दीपांशु बेलवाल के खिलाफ लैंड फ्राड एक्ट मे मुकदमा दर्ज किया जायेगा। हालाकि अभी तक न तो आरोपी के खिलाफ लैंड फ्रॉड का मुकदमा हो दर्ज हुआ और न ही आरोपी ने लोगों के पैसे लौटाए।
शनिवार को एक बार फिर आयुक्त के निर्देश पर हल्द्वानी पुलिस के जांबाज लैंड फ्रॉड के आरोपी दीपांशु बेलवाल को लेकर उनके कैंप कार्यालय पहुंची।
हालाकि शनिवार को आयुक्त की अध्यक्षता में जनता दरबार आयोजित नहीं होगा, इस आशय की जानकारी उनके वैयक्तिक सहायक हरेंद्र गैडा की ओर से दी गई थी। लेकिन बावजूद इसके इस मामले को आयुक्त ने सुना।
इस दौरान कमिश्नर दीपक रावत ने दीपांशु बेलवाल को एक सप्ताह में पीड़ित लोगों को उनकी रकम वापस लौटने के साथ ही पुनः आयुक्त दरबार में पेशी किए जाने के निर्देश दिए हैं।
ऐसे में एक बार फिर जमीन धोखाधड़ी के पीड़ितों में उम्मीद बंध गई है। अब देखना होगा ठग जमीन माफिया कमल बेलवाल एक हफ्ते में लोगों को उनकी रकम लौटता है या फिर कोई कहानी सुनाकर बच निकलेगा।