भीमताल, प्रेस 15 न्यूज। ऐसे बहुत से लोगों को तो आप जानते ही होंगे जो करते कुछ नहीं और सोशल मीडिया और होर्डिंग पोस्टर में अपना बखान ऐसे करते हैं मानो वही सच्चे समाजसेवक हैं। जबकि उनकी असल सच्चाई और कारनामे हर कोई जानता है।
इससे उलट बहुत कम ऐसे लोग भी हमारे समाज में मौजूद रहते हैं जो किसी प्रचार या दिखावे से कोसों दूर रहकर अपने जनहित वाले मिशन में जुटे रहते हैं।
आज हम आपको भीमताल विधानसभा के एक ऐसे ही 34 साल के जुनूनी बेटे आन सिंह मटियाली के बारे में बताते हैं जिसकी क्षेत्र के विकास के लिए शिद्दत वाली मेहनत और जुनून के चलते ओखलकांडा ब्लॉक के सैकड़ों बच्चों का भविष्य उज्जवल हो सकेगा।
ओखलकांडा ब्लॉक के अटल उत्कृष्ट शहीद बहादुर सिंह मटियाली इंटर कॉलेज पतलोट में एनसीसी संचालित किए जाने की मांग पूरी हो गई है।
दरअसल साल 2018 से ओखलकांडा ब्लॉक के अटल उत्कृष्ट शहीद बहादुर सिंह मटियाली इंटर कॉलेज पतलोट में एनसीसी संचालित किए जाने की मांग चल रही थी। ग्रामीणों की इस मांग को आन सिंह मटियाली ने पूरा करने का संकल्प लिया। आज यह मांग पूरी हो गई है। जिसके बाद ग्रामीणों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। हालाकि अब ओखलकांडा में इस उपलब्धि को भुनाने वालों और राजनीति करने वालों की इंट्री भी हो गई है।
बताते चलें कि शहीद बहादुर सिंह मटियाली, आन सिंह मटियाली के चाचा थे। ऐसे में जो देशभक्ति का जुनून शहीद बहादुर सिंह मटियाली के दिल में था, ठीक वैसा ही जुनून आन सिंह का अपने क्षेत्र की भलाई के लिए रहा।
यही वजह है कि साल 2018 से उत्तराखंड शासन का शायद ही कोई ऐसा बड़ा अधिकारी हो जिसके सामने आन सिंह मटियाली ने शहीद बहादुर सिंह मटियाली इंटर कॉलेज पतलोट में एनसीसी संचालित किए जाने की मांग न रखी हो।
आन सिंह मटियाली साल 2018 से तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, सांसद अजय भट्ट, अनिल बलूनी, सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, पूर्व शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे, तत्कालीन कुमाऊं आयुक्त राजीव रौतेला के साथ साथ पूर्व मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, वर्तमान महामहिम राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह के समक्ष भी विद्यालय में एनसीसी लागू करवाने का निवेदन पत्र दे चुके हैं।
हल्द्वानी से देहरादून तक सात साल के संघर्ष के बाद आज आखिरकार वो आदेश जारी हो ही गया जिससे एनसीसी में प्रवेश का सपना पाले पहाड़ के विद्यार्थियों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। जो लोग आन सिंह का निस्वार्थ संघर्ष जानते हैं वो बधाई देने उनके घर भी पहुंचे।
इससे पहले आन सिंह उस लड़ाई का भी हिस्सा रहे जिसमें पतलोट इंटर कॉलेज का नाम शहीद बहादुर सिंह मटियाली के नाम पर करने की मांग थी।
नवयुवक मंगल दल अध्यक्ष आन सिंह मटियाली बताते हैं कि पतलोट गांव नैनीताल जिले का सीमांत क्षेत्र है जहां के कई देशभक्त भारतीय सेना में सेवारत हैं और कई छात्र भी सेना में जाना चाहते हैं।
इतना ही नहीं, पतलोट इंटर कॉलेज में छात्रों की संख्या भी एनसीसी के मानकों को पूरा करती है। उसके बाद भी एनसीसी संचालित नहीं था। स्कूल में एनसीसी न होने से युवाओं को सेना में भर्ती के लिए लाभ नहीं मिल पा रहा है जबकि युवाओं द्वारा भर्ती के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
जब “प्रेस 15 न्यूज” संवाददाता ने आन सिंह मटियाली से इस उपलब्धि के बारे में पूछा तो आन सिंह बोले उनका अपनी माटी और पहाड़ के लिए जो कर्तव्य था, उन्होंने वही किया। आप मेरे संघर्ष की खबर मत बनाइए भाई साहब। मुझे मीडिया की सुर्खियां बनने का कोई शौक नहीं है, खामखां मेरी खबर पढ़कर राजनीति के धुरंधरों की नींद खराब हो जाएगी।
आन सिंह मटियाली बोले- पत्रकार महोदय आप बस इतना लिख दीजिए कि अब ओखलकांडा ब्लॉक के अटल उत्कृष्ट शहीद बहादुर सिंह मटियाली इंटर कॉलेज पतलोट में एनसीसी को शुरुआत होगी, यही मेरे लिए खुशी की बात है।