अब गिरफ्तारी से नहीं बच सकता दुष्कर्म का आरोपी मुकेश बोरा, माननीय कोर्ट का आया आदेश

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नैनीताल, प्रेस 15 न्यूज। महिला के साथ दुष्कर्म और पॉस्को मामले में आरोपी नैनीताल दुग्ध संघ लालकुआं के अध्यक्ष मुकेश बोरा को बढ़ा झटका लगा है। मुकेश बोरा की सियासी पकड़ और धन बल धरा का धरा रह गया। अब मुकेश बोरा का अगला ठिकाना जेल होगा।

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हाईकोर्ट ने मुकेश बोरा की गिरफ्तारी पर रोक लगाने और उसके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को निरस्त करने के मामले पर सुनवाई करते हुए याचिका खारिज कर दी है।

माननीय कोर्ट ने कहा कि ऐसे जघन्य अपराधों के आरोपी को अंतरिम राहत देने से विवेचना में बाधा पहुंच सकती है और वह सबूत से छेड़छाड़ कर सकता है।

17 सितंबर को सुनवाई के बाद माननीय कोर्ट ने मुकेश बोरा की गिरफ्तारी पर रोक संबंधी प्रार्थनापत्र पर सुनवाई के बाद आदेश सुरक्षित रख लिया था। बुधवार को आदेश वेबसाइट पर अपलोड हुआ, जिसमें माननीय कोर्ट ने मुकेश बोरा की याचिका खारिज कर दी।

अब नैनीताल पुलिस के पास दुष्कर्म के मुकेश बोरा के खिलाफ जारी गैर जमानती वारंट के आधार पर उसे गिरफ्तार करने के सिवाय कोई विकल्प नहीं बचा है।

मुकेश बोरा ने अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए शायद ही कोई पैतरा न आजमाया हो। दौलत से लेकर सियासी रसूख का भी खूब इस्तेमाल किया। यही वजह है कि लालकुआं और हल्द्वानी की पुलिस ने उसके खिलाफ एफआईआर लिखने में भी घंटों लगा दिए थे। पुलिस की ढील का फायदा उठाकर मुकेश बोरा लगातार बचने का हर हथकंडा अपनाता रहा। आराम से कोर्ट में याचिका लगाने और अपने सियासी आकाओं से भी मिलता रहा।

भला हो माननीय न्यायालय का जिसके आदेशों के बाद नैनीताल पुलिस को मुकेश बोरा के खिलाफ सक्रिय होना पड़ा और मुकेश बोरा के घर की कुर्की का नोटिस और ढोल तक बजाना पड़ गया।

लालकुआं से लेकर हल्द्वानी तक हर आम और खास में यही चर्चा थी कि मुकेश बोरा अपने सियासी रसूख और दौलत के दम पर बच निकलेगा। लेकिन न्याय की अदालत ने ऐसा नहीं होने दिया। लोग कह रहे हैं ये मुकेश बोरा के सितम से परेशान लालकुआं दुग्ध संघ की पीड़ित महिलाओं के आसुओं का असर है।

महिला से दुष्कर्म और पॉक्सो के मामले में दर्ज एफआईआर को निरस्त करने और मुकेश बोरा की गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग को लेकर एडीजे कोर्ट में याचिका दायर की गई थी। इस मामले में पीड़िता की ओर से कैवियट दाखिल कर दी गई।

एडीजे कोर्ट हल्द्वानी से जमानत अर्जी खारिज होने के बाद बोरा ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। अब बोरा को हाईकोर्ट से भी झटका लगा है। ऐसे में अब नैनीताल पुलिस कभी भी मुकेश बोरा को गिरफ्तार कर सकती है।

बताते चलें कि पिछले कुछ दिनों से मुकेश बोरा अल्मोड़ा थाने में हाजिरी लगा रहा था। इस दौरान लालकुआं पुलिस भी मौजूद रही। सामने आया था कि मुकेश बोरा ने अपना पुराना फोन कहीं छुपा दिया है जिसमें महिलाओं के आपत्तिजनक वीडियो थे। आरोप है कि उन्हीं अश्लील वीडियो के दम पर मुकेश बोरा पीड़ित महिलाओं को ब्लैकमेल करता था।

ऐसे में अब देखना होगा कि मुकदमा दर्ज करने से लेकर आज दिन तक पुलिस से बचता मुकेश बोरा अब कितने दिन तक और पुलिस की पकड़ से बाहर रहता है। मुकेश बोरा के धारी च्युरीगाड़ और हल्द्वानी के घर के बाहर कुर्की का नोटिस चिपकाने के साथ ही नैनीताल पुलिस ढोल भी बजा चुकी है लेकिन गिरफ्तार कब करेगी, इस पर लालकुआं से लेकर देहरादून तक की नजर लगी हुई है।

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संजय पाठक

संपादक - प्रेस 15 न्यूज | अन्याय के विरुद्ध, सच के संग हूं... हां मैं एक पत्रकार हूं

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