एक नेता ऐसे भी: नितिन गडकरी बोले – जो करेगा जाति की बात, उसको कस के मारूंगा लात 

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नई दिल्ली, प्रेस 15 न्यूज। जाति और धर्म की राजनीति ने जहां देश की एकता, अखंडता और शांति को कई बार भंग किया है लेकिन इसे करने वाले विधायक से लेकर सांसद जरूर बन गए। देश में मूलभूत समस्याओं को अंबार है लेकिन सत्ता और कुर्सी हथियाने का शार्टकट धर्म और जाति की राजनीति ही है।

भारतीय राजनीति की इस स्याह तस्वीर के बीच देश में गिनती के वो नेता भी हैं जो अपने बयानों से एक नई लकीर खींचने का काम करते हैं। उन्हीं में से एक हैं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता नितिन गडकरी।

केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने समानता के महत्व पर जोर देते हुए जाति आधारित राजनीति को खारिज किया है।

नितिनगडकरी ने पिछले साल चुनाव प्रचार के दौरान कही अपनी बात याद करते हुए कहा कि जो करेगा जाति की बात, उसको मारूंगा कस के लात। उन्होंने कहा कि मैं धर्म और जाति की बातें सार्वजनिक रूप से नहीं करता। चाहे चुनाव हार जाऊं या मंत्री पद चला जाए, मैं अपने इस सिद्धांत पर अटल रहूंगा।

केंद्रीय मंत्री शनिवार को नागपुर में सेंट्रल इंडिया ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए। उन्होंने कहा, किसी व्यक्ति का मूल्य जाति, धर्म, भाषा या लिंग के बजाय उसके गुणों से निर्धारित होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति को उसकी जाति, संप्रदाय, धर्म, भाषा या लिंग से नहीं, बल्कि उसके गुणों से जाना जाता है। इसलिए हम जाति, संप्रदाय, धर्म, भाषा या लिंग के आधार पर किसी के साथ भेदभाव नहीं करेंगे।

काश, नितिन गडकरी जैसे नेता की तरह देश की राजनीति में काबिज दूसरे नेताओं को भी सद्बुद्धि आ जाए तो कई मायनों में देश की तस्वीर बदल जाए।

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संजय पाठक

संपादक - प्रेस 15 न्यूज | अन्याय के विरुद्ध, सच के संग हूं... हां मैं एक पत्रकार हूं

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