हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। नर्सिंग और सेना में करियर बनाने का सपना पाले युवाओं के लिए अच्छी खबर है। नैनीताल के ज्योलिकोट में स्थित नैंसी कॉन्वेंट एजुकेशनल एंड सोशल वेल्फेयर सोसाइटी ने शिक्षा क्षेत्र में बड़ी पहल की है।
संस्था ने 4 करोड़₹ की स्कॉलरशिप योजना की घोषणा की है, जिसे संस्था के प्रबंध निदेशक आई.पी. सिंह ने अपने पिता स्वर्गीय सूबेदार मेजर श्रीराम सिंह की स्मृति में शुरू किया है।
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नैनीताल रोड स्थित एक होटल में प्रेसवार्ता के दौरान प्रबंध निदेशक आई.पी. सिंह ने बताया कि नैंसी का उद्देश्य शिक्षा और सामाजिक कल्याण के माध्यम से राष्ट्र निर्माण को प्रोत्साहन देना है। यह पहल क्षेत्र के छात्रों को बेहतर भविष्य की ओर बढ़ने के अवसर प्रदान करेगी।
उन्होंने स्कॉलरशिप और योजनाओं के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि स्कूल छात्रों के लिए विशेष स्कॉलरशिप की व्यवस्था है।
नैंसी कॉन्वेंट स्कूल के 200 छात्रों को 1.25 लाख ₹ प्रति वर्ष की स्कॉलरशिप प्रदान की जाएगी।
यह सुविधा स्कूल की 3.25 लाख ₹ वार्षिक शुल्क में दी जाएगी।
नर्सिंग पाठ्यक्रम में मुफ्त शिक्षा
नैंसी कॉलेज ऑफ नर्सिंग को M.Sc नर्सिंग (25 सीटें) और पोस्ट बेसिक B.Sc नर्सिंग (40 सीटें) के लिए मान्यता प्राप्त हुई है।
इन कोर्सेज में कुमाऊं क्षेत्र की छात्राओं को नि:शुल्क शिक्षा, भोजन और आवास की सुविधा दी जाएगी।
सैनिक और NDA प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी संस्था ने WEDA (Winning Edge Defence Academy, Dehradun) के साथ समझौता किया है।
1200 छात्रों को CBSE पढ़ाई के साथ-साथ NDA, RIMC और सैनिक स्कूल की तैयारी मात्र 2 लाख रुपये में कराई जाएगी।
संस्था की उपलब्धियां और योगदान के बारे में बताते हुए प्रबंध निदेशक आई.पी. सिंह ने बताया कि 42 वर्षों तक शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए उन्हें “कुमायूं श्री पुरस्कार”, “बेस्ट एजुकेटर पुरस्कार” और “एशियन एक्सीलेंस पुरस्कार” जैसे प्रतिष्ठित सम्मान प्राप्त हुए हैं। यही वजह है कि 1993 में स्थापित नैंसी कॉन्वेंट स्कूल पिछले 30 वर्षों से शैक्षिक, खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों में अग्रणी रहा है।
प्रबंध निदेशक आई.पी. सिंह ने बताया कि 2007 में स्थापित नैंसी कॉलेज ऑफ नर्सिंग कुमाऊं का पहला नर्सिंग कॉलेज है। यहां की छात्राओं का अंतिम वर्ष में ही देश-विदेश के प्रमुख अस्पतालों जैसे वेदांता, मैक्स, अपोलो आदि में प्लेसमेंट हो जाता है।
उन्होंने बताया कि पुरानी परियोजनाएं संस्था की ओर से मानवता और सेवा से जुड़े कई उदाहरण भी हैं।
1998 से 2011 तक संस्था ने 35 मूक-बधिर बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा और आवास प्रदान किया।
2011 से 2016 तक 45 गरीब और मेधावी छात्रों को मुफ्त पढ़ाई और रहने की सुविधा दी गई।
इस सेवा के लिए संस्था को भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का आशीर्वाद भी मिला।
प्रेसवार्ता में नैंसी कॉन्वेंट स्कूल के निदेशक संजय कुमार सिंह, प्रधानाचार्य हिना मुजद्ददी, द विनिंग एज के निदेशक कर्नल अमरदीप आदि मौजूद रहे।