

नैनीताल, प्रेस 15 न्यूज। (कमल जगाती)। नैनीताल की पुलिस पर चंद दिनों के भीतर दूसरी बार रील पोस्ट कर पर्यटकों ने अभद्रता का आरोप लगाया है। इस बार, रामगढ़ रोड में दोपहिया चालक युवतियों ने हैलमेट के नाम पर रोककर वीडियो बनाती युवतियों का कैमरा झपटने का आरोप लगाया। पूरी घटना का एकतरफा वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
वीडियो वायरल हुआ तो सोमवार शाम नैनीताल पुलिस ने भी बयान जारी किया। कहा गया कि सोशल मीडिया पर पुलिस कर्मी द्वारा चालान किये जाने की वायरल वीडियो चौकी रामगढ़ क्षेत्र का है, जहाँ चौकी प्रभारी एसआई गुलाब कंबोज द्वारा चेकिंग के दौरान एक बिना नंबर प्लेट के दोपहिया वाहन को रोका गया। वाहन के पास रजिस्ट्रेशन दस्तावेज नहीं थे और पीछे बैठे व्यक्ति ने हेलमेट नहीं पहना था।
वाहन चालक और पुलिसकर्मी के बीच विवाद हुआ, जिसकी वीडियो चालक ने सोशल मीडिया पर साझा की। प्रकरण की जांच के आदेश दिए गए हैं। रेंटल वाहन के दस्तावेजों की वैधता और जिम्मेदारी की जांच के बाद, जो भी दोषी पाया जाएगा (चालक, पुलिसकर्मी या वाहन स्वामी) के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। नैनीताल पुलिस निष्पक्ष जांच और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
बताते चलें कि नैनीताल पुलिस पर पिछले दिनों अपने बेटे को प्रतिष्ठित स्कूल के होस्टल छोड़ने आए एक दंपत्ति ने अभद्र व्यवहार का आरोप लगाते हुए रील वाइरल की थी। हालांकि पुलिस ने इसमें पर्यटक की ही गलती बताई और कहा कि पर्यटक गलत रास्ते में वन-वे का नियम तोड़कर आ रहा था।
रविवार को एक अन्य वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस पर दोबारा व्यवहार को लेकर सवाल खड़ा हुआ। यहां, दो दोपहिया चालक युवतियों ने रामगढ़ के चौकी इंचार्ज एसआई गुलाब सिंह कंबोज पर दुर्व्यवहार, नाजायज तंग करने और कैमरे को पटकने का आरोप लगाया है। पर्यटक युवतियों ने पूरी घटना की रील बनाई है। युवतियों के वाइरल वीडियो पर आए कमेंटों में अब लोग एसएसपी नैनीताल से जवाब मांग रहे हैं।
अप्रैल माह के इस वीकेंड में नैनीताल और आसपास घूमने आई पर्यटक युवतियों ने एक वीडियो वायरल किया है। वीडियो में एसआई कंबोज कॉन्स्टेबल जितेंद्र यादव से घटना का वीडियो बनाने को कह रहे हैं।
युवतियां किसी का ड्राइविंग लाइसेंस देखने के लिए कह रही है। वो एसआई से पूछ रही हैं कि उन्होंने हैलमेट पहना था और उनके पास लाइसेंस था या नहीं ? जिसकी पुष्टि एसआई ने की। युवतियों ने दो ऐसा ही हैलमेट पहने युवकों को जाने देने का आरोप लगाया।
भवाली से रामगढ़ और मुक्तेश्वर मार्ग पर खड़ी युवतियों ने वीडियो वायरल कर कहा कि हम दिल्ली से आए हैं और नैनीताल के पहाड़ी रास्ते में बैठी पुलिस ने उन्हें रोका। पुलिस ने पहले उनका डीएल चैक किया और फिर उनके हैलमेट देखे।
पुलिस पर शिकायतकर्ता युवती ने रिकॉर्डिंग के दौरान फोन फैंकने का आरोप लगाया। कैमरे में दिख रहा है कि एसआई ने युवतियों से पूछा कि जब वो मार्ग में ऐसा कर रही हैं तो घर में कैसा करती होंगी ? इस पर युवतियों ने कहा कि वो भी घर में ऐसे ही मारपीट करते होंगे। युवतियों ने कैमरे में कहा कि एसआई के मोबाइल छीनने के दौरान एक युवती के चेहरे पर चोट भी लगी है।
ऐसे में भले ही नैनीताल पुलिस की ओर से इस मामले में जांच की बात कही जा रही हो लेकिन घटना का वीडियो वायरल होने और एसआई की गर्म मिजाजी जाहिर होने से नैनीताल पुलिस की साख पर बट्टा तो लगा ही है।
पर्यटन सीजन के साथ साथ चार धाम यात्रा सीजन में यह संदेश उत्तराखंड के पर्यटन के लिए अच्छा संकेत नहीं है। ऐसी घटनाओं से कहीं न कहीं देश दुनिया में उत्तराखंड की छवि खराब ही होती है।
खासकर पर्यटन सीजन में नैनीताल पुलिस को चाहिए कि ऐसे वर्दीधारियों की ड्यूटी यातायात चेकिंग में लगाई जाए जिनमें सब्र, समझ, विनम्रता, जिम्मेदारी का भाव हो। केवल वर्दी की धौंस से अब काम नहीं चलेगा। क्योंकि जमाना सोशल मीडिया का है जहां अच्छी बुरी हर बात पलक झपकते ही वायरल होती है।




