हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने जिले के विभिन्न थाना, चौकियों और पुलिस लाइन में तैनात पुलिस कर्मियों के तत्काल प्रभाव से ट्रांसफर के आदेश जारी किए हैं।
इनमें से कुछ वर्दीधारी बीते दिनों सड़क से लेकर थाने में खाकी को शर्मसार कर चुके हैं जिसकी वजह से उन्हें लाइन हाजिर और कोर्ट के चक्कर भी काटने पड़े थे।
एसएसपी की ट्रांसफर लिस्ट में एक नाम तो ऐसा है जो लाइन हाजिर होने के कुछ ही समय बाद वाया पुलिस लाइन होते हुए पहले रामनगर की चौकी और फिर हल्द्वानी की चौकियों के रास्ते अब हल्द्वानी के ही एक महत्वपूर्ण थाने के सर्वेसर्वा बन गए हैं।
कुल मिलाकर साफ है कि भले ये पुलिसवाले जितनी मर्जी खाकी को शर्मसार करते रहें लेकिन सजा के तौर पर उन्हें लाइन हाजिर के नाम पर सजा नहीं बल्कि पारितोषिक ही मिलेगा।
आप भी एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा के आदेश वाली इस ट्रासंफर लिस्ट में गौर कीजिए, पाएंगे कि बीते कुछ समय में कौन कहां से कहां पहुंच गया। इस लिस्ट में आपको लाइन हाजिर से लेकर थाना चौकी के वो जिम्मेदार नजर आएंगे जिन्होंने बार बार खाकी को शर्मिंदा किया लेकिन आज उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिली है।
विश्वस्त सूत्रों की मानें तो थाना चौकियों में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों पर बैठे कुछ एक वर्दीधारी की धमक तो सीधे देहरादून तक है। यानी हर हाल में उन्हें महत्वपूर्ण थाना चौकी तो मिलनी ही मिलनी है।
वहीं, हल्द्वानी में कुछ थाने ऐसे हैं मानो उनके लिए तो ट्रांसफर किस चिड़िया का नाम है, ऐसा हाल है। यानी धरती भूकंप से डोल जाएगी लेकिन उनकी कुर्सी नहीं डिगेगी, ये तय है। अब आप कहेंगे भला ऐसा घोर अन्याय क्यों? तो जवाब इस कहानी से समझिए।
जैसे किसी मां बाप के तीन बेटे हैं। जाहिर सी बात है तीनों उन्हें प्यारे होंगे। लेकिन जिंदगी में एक वक्त ऐसा आता है जब मां बाप को भी वही बच्चा ज्यादा करीब और दुलारा लगने लगता है जो उनका अच्छे से ध्यान रखता हो और ठीक ठाक कमाता हो। फिर मां बाप ये भी नहीं देखना चाहते कि आखिर बेटा किन किन जरियों से उनके लिए साधन जुटा रहा है। यानी बेटे के आगे मां बाप एक तरह से धृतराष्ट्र से बन जाते हैं।
यानी जो बेटा येन केन शाम दाम दंड भेद की नीति पर अपनी जिंदगी के साथ साथ घर परिवार की जिंदगी भी आलीशान बनाने की कुब्बत रखता हो, वही मां बाप का सबसे दिलनशीन और आंखों का तारा साबित होता है। फिर जो मजाल किसी रिश्तेदार या पड़ोसी की जो उनके उस लाडले के बारे में कुछ बोल दे। अगर बोल भी दे तो मां बाप को कोई फर्क नहीं पड़ता।
वो बस इतना कहते हैं Our child is a piece of our heart, he himself lives a luxurious life and gives us happiness too… You understand, be considerate of yourself… अब आप कहेंगे कि हिंदी खबर में आपने बिना बात के ये अंग्रेजी क्यों घुसेड़ दी। ये बात आप हिंदी में भी तो लिख सकते थे?
दरअसल, इन वर्दीधारियों के रुतबे का आगे देश की गुलामी के दिनों की उस अंग्रेज पुलिस की न जाने क्यों याद आ गई? इसी कहानी में थाना चौकी में अंगद की तरह पांव जमाए वर्दीधारियों का पूरा सार है।
अब उस लिस्ट को भी देख लजिए जिसमें एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा के आदेश के अनुसार निरीक्षक/उपनिरीक्षक नागरिक पुलिस के ट्रांसफर तत्काल प्रभाव से उनके नाम के सम्मुख अंकित स्थानों पर किए गए हैं।
1. निरीक्षक डीआर वर्मा –प्रभारी निरीक्षक थाना लालकुआं से प्रभारी निरीक्षक थाना भवाली।
2. निरीक्षक दिनेश फर्त्याल–पुलिस लाईन से प्रभारी निरीक्षक थाना लालकुआं।
3.निरीक्षक हरपाल सिंह–प्रभारी निरीक्षक थाना मल्लीताल से प्रभारी शिकायत प्रकोष्ठ/डीसीआरबी।
4. निरीक्षक उमेश कुमार मलिक–प्रभारी शिकायत प्रकोष्ठ/डीसीआरबी से प्रभारी निरीक्षक थाना मल्लीताल।
5. उनि जगदीप सिंह नेगी–थानाध्यक्ष भीमताल से प्रभारी चौकी टीपी नगर।
6. उनि विमल कुमार मिश्रा– थानाध्यक्ष काठगोदाम से थानाध्यक्ष भीमताल।
7. उनि दीपक बिष्ट– प्रभारी चौकी टीपी नगर से थानाध्यक्ष काठगोदाम।
8. उनि रोहताश सिंह– थानाध्यक्ष खन्स्यू से वउनि थाना हल्द्वानी।
9. उनि विजयपाल सिंह– थाना हल्द्वानी से थानाध्यक्ष खन्स्यू।
10. उनि दीपक सिंह बिष्ट – वउनि थाना लालकुआं से वउनि थाना हल्द्वानी ।
11. उनि प्रकाश सिंह मेहरा– वउनि थाना मल्लीताल से प्रभारी चौकी खैरना।
12. उनि प्रताप सिंह– प्रभारी चौकी हंसपुर खत्ता से थाना काठगोदाम।
13. उनि सुशील चंद्र जोशी– पुलिस लाईन से वउनि थाना मल्लीताल।
14. उनि जगवीर सिंह पुलिस लाईन से प्रभारी चौकी ओखलकांडा।