मित्रता, सेवा और सुरक्षा: हल्द्वानी कोतवाली, एसएसपी और लालकुआं थाने को सलामी देकर मुकेश बोरा रफूचक्कर, अब कुर्की शुरू 

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हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। कानून का मजाक डंके की चोट पर सिर्फ सड़कछाप लफंगे और हमारे माननीय नेता ही नहीं उड़ाते, पुलिस भी उड़ाती है। दुष्कर्म और पॉक्सो के आरोपी नैनीताल-लालकुआं दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा के मामले में नैनीताल पुलिस ऐसा ही कर रही है।

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सोचिए जिस मुकेश बोरा के खिलाफ माननीय हाईकोर्ट यहां तक कह चुकी है कि ऐसे जघन्य अपराधों के आरोपी को अंतरिम राहत देने से विवेचना में बाधा पहुंच सकती है और वह सबूत से छेड़छाड़ कर सकता है।

इतना ही नहीं जिस मुकेश बोरा के खिलाफ हाईकोर्ट गैर जमानती वारंट तक जारी कर दिया हो, उसकी गिरफ्तारी तो छोड़िए, मुकदमा लिखने तक में नैनीताल पुलिस ने पीड़िता की चप्पलें घिसवा दी थी।

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हाईकोर्ट के 17 सितंबर के आखिरी आदेश के 48 घंटे से ज्यादा बीतने के बाद भी आईपीएस पीएन मीणा की कप्तानी वाली नैनीताल पुलिस मुकेश बोरा को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। क्योंकि यह मित्रता, सेवा और सुरक्षा देने वाली उत्तराखंड पुलिस जो है।

पिछले करीब 20 दिनों से नैनीताल पुलिस की कार्यशैली ने ये साफ कर दिया कि पुलिस कैसे एक आम अपराधी को लतियाते गरियाते हुए मीडिया के सामने पेश करने में देर नहीं लगाती, लेकिन जब सामने मुकेश बोरा जैसा अपराधी हो तो इसी नैनीताल पुलिस को सांप सूंघ जाता है।

अब ताजा अपडेट भी जान लीजिए। शुक्रवार शाम पुलिस ने मुकेश बोरा के पहाड़ और मैदान के घरों की कुर्की की कार्रवाई शुरू कर दी है।

लेकिन कल यानी बीते हुए कल गुरुवार को मुकेश बोरा हल्द्वानी कोतवाली पुलिस, एसएसपी और लालकुआं पुलिस को सलामी देते हुए भीमताल से वाया हल्द्वानी होते हुए पुलभट्टा पहुंच गया। लेकिन को मजाल चरसी, शराबी पकड़ने वाली हल्द्वानी पुलिस और एसओजी को खबर लग जाती।

सूत्रों की मानें तो बुधवार रात मुकेश बोरा भीमताल में अपने एक करीबी के घर रूका था। जहां से मुकेश बोरा नेपाल भागने की फिराक में था। उसके लिए बकायदा भीमताल से नेपाल जाने के लिए टैक्सी बुक कराई गई थी।

इस काम में उसकी मदद उधमसिंह नगर जिले में तैनात एक परिवहन अधिकारी की पत्नी ने की। दरअसल, अधिकारी के पत्नी से मुकेश बोरा से मधुर संबंध थे। और मुसीबत में ये मधुर संबंध मुकेश बोरा के काम आ गए। महिला ने अपने परिवहन अधिकारी पति से तत्काल मुकेश बोरा के लिए भीमताल से नेपाल के लिए टैक्सी कराने का आदेश दे दिया।

बीबी के आदेश को अंतिम आदेश मानकर परिवहन अधिकारी ने गुरुवार सुबह मुकेश बोरा के लिए भीमताल से नेपाल के लिए टैक्सी बुक भी करवा दी।

कहा तो जा रहा है कि यह परिवहन अधिकारी इधर से उधर करवाने में गजब का खिलाड़ी है। उत्तराखंड के होटल तो छोड़िए नेपाल के होटल तक में उसकी अच्छी खासी पहचान है। अब परिवहन अधिकारी जो ठहरा इतना तो कर ही सकता है।

लेकिन जिस टैक्सी में बैठकर मुकेश बोरा मुंह में मास्क लगाए भीमताल से हल्द्वानी होते हुए बरेली रोड होते हुए किच्छा पुलभट्टा के पास पहुंचा, उस टैक्सी के ड्राइवर ने मुकेश बोरा को पकड़ लिया।

दरअसल, हुआ यूं कि ड्राइवर के एक दोस्त का अचानक फोन आया कि तेरी गाड़ी में जो बैठा है वह दुष्कर्म का आरोपी नैनीताल दुग्ध संघ का अध्यक्ष मुकेश बोरा है। इतना सुनना भर था कि ड्राइवर ने पुलभट्टा के पास गाड़ी में ब्रेक मार दिया। और पीछे की सीट में मास्क लगाए मुकेश बोरा से मास्क खोलने को कहा।

खतरा भांप कर मुकेश बोरा ने ड्राइवर का हाथ झटक दिया और गाड़ी का दरवाजा खोलकर सड़क में दौड़ लगा दी। ड्राइवर भी सकपका गया। गहरी सांस लेकर उसने भी सोचा कि आज बाल बाल बच गए वरना नैनीताल पुलिस उसके खिलाफ मुकेश बोरा की मदद करने के जुर्म में केस बनाने में देर नहीं लगाती।

लेकिन फिर भी ड्राइवर को नैनीताल पुलिस पर भरोसा नहीं था तो उसने फौरन पुलभट्टा पुलिस थाने में पहुंचकर सारी कहानी पुलिस को बता दी। और फिर नैनीताल पुलिस को भी भीमताल से किच्छा पुलभट्टा पहुंचे दुष्कर्म और पॉक्सो के आरोपी मुकेश बोरा के आने की जानकारी मिली।

बताया जा रहा है अब नैनीताल की कर्मठ पुलिस मुकेश बोरा को भीमताल से किच्छा पुलभट्टा और फिर नेपाल भगाने में मदद करने वालों से पूछताछ कर रही है। नेपाल बार्डर में भी पुलिस तैनात कर दी गई है।

सुनने में तो यहां तक आ रहा है कि अब पुलिस ने कसम खा ली है कि मुकेश बोरा को गिरफ्तार करके ही दम लेगी। कई टीमों का गठन हो चुका है। आज शुक्रवार को पुलिस ने मुकेश बोरा के घर की कुर्की भी शुरू कर दी है। मुकेश बोरा की गिरफ्तारी के लिए दिन रात एक करने की जुटी पुलिस के कलमवीर ने गिरफ्तारी की कहानी वाला प्रेसनोट भी लिखना शुरू कर दिया है। हैट्स ऑफ नैनीताल पुलिस!

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संजय पाठक

संपादक - प्रेस 15 न्यूज | अन्याय के विरुद्ध, सच के संग हूं... हां मैं एक पत्रकार हूं

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