हल्द्वानी, प्रेस 15 न्यूज। नैनीताल जिले के तेजतर्रार पुलिस ने 24 घंटे के भीतर मोटरसाईकिल चोरी के दो अज्ञात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। लेकिन पिछले कई दिनों से ज्ञात दुष्कर्म और पॉक्सो का आरोपी नैनीताल दुग्ध संघ लालकुआं का अध्यक्ष मुकेश बोरा अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है।
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19 सितंबर को वादी योगेश पुत्र छत्रपाल निवासी ग्राम ढकिया वर्कली थाना कोलरिया जिला बरेली ने थाना हल्द्वानी में अज्ञात चोर के खिलाफ उनकी मोटर साईकिल टीवीएस स्पोर्ट्स UP25CL-7787 को एसटीएच गेट के सामने से चोरी कर ले जाने की तहरीर दी थी।
तहरीर के आधार पर एफआईआर नंबर 339/24 धारा 303(2) बीएनएस बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया था।
20 सितंबर को हल्द्वानी के तेजतर्रार पुलिस ने दो आरोपियों को मय चोरी की मोटरसाइकिल के एफटीआई रोड से गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों की पहचान 32 साल के विजय चन्द्र जोशी पुत्र जगदीश चन्द्र जोशी निवासी हैड़ागज्जर पानी टंकी के पास हल्द्वानी और 22 साल के शुभम मौर्या पुत्र राजू मौर्या निवासी रीचा कस्बा वार्ड नंबर 01 थाना देवरनिया जिला बरेली के तौर पर हुई है।
इधर, ताजा अपडेट है कि माननीय हाईकोर्ट ने दुष्कर्म और पॉक्सो के आरोपी मुकेश बोरा की अग्रिम जमानत याचिका पर भी रोक लगा दी है।
सोचिए अज्ञात चोरों को पकड़ने में हमारी पुलिस माहिर है लेकिन लालकुआं से हल्द्वानी, देहरादून और धारी, मुक्तेश्वर तक दुग्ध संघ की कुर्सी में काबिज मुकेश बोरा को पकड़ने में पुलिस के पसीने छूट रहे हैं। पुलिस की मानें तो कई टीमें मुकेश बोरा की खोज में पसीना बहा रही हैं।
आज भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट भी मुकेश बोरा के प्रकरण में चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि जल्द ही मुकेश बोरा पुलिस गिरफ्त में होगा।
जिन्हें पता नहीं कि उन्हें बता दें कि 20 दिन पहले तक मुकेश बोरा भारतीय जनता पार्टी का सम्मानित नेता हुआ करता था। हालाकि मुकेश बोरा के खिलाफ दुष्कर्म और पॉक्सो का केस दर्ज होने के बाद भाजपा ने मुकेश बोरा को पहचानने से इंकार कर दिया।
इधर, नैनीताल पुलिस ने मुकेश बोरा के हल्द्वानी और धारी ब्लॉक के घर की कुर्की कर दी है। इस बीच शुक्रवार शाम एसएसपी ने लालकुआं कोतवाल दिनेश सिंह फर्त्याल से प्रभारी निरीक्षक की जिम्मेदारी छीनने हुए उन्हें नैनीताल पुलिस लाइन भेज दिया।
यानी साफ है मुकेश बोरा की गिरफ्तारी के मामले में पुलिस की हीलाहवाली और उसके बाद हुई किरकिरी का नतीजा हुआ कि लालकुआं कोतवाल दिनेश सिंह फर्त्याल पुलिस लाइन में सुशोभित हो गए।
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बीते बुधवार रात मुकेश बोरा भीमताल में अपने एक करीबी के घर रूका था। जहां से मुकेश बोरा नेपाल भागने की फिराक में था। उसके लिए बकायदा भीमताल से नेपाल जाने के लिए टैक्सी बुक कराई गई थी।
इस काम में उसकी मदद उधमसिंह नगर जिले में तैनात एक परिवहन अधिकारी की पत्नी ने की। दरअसल, अधिकारी के पत्नी से मुकेश बोरा से मधुर संबंध थे। और मुसीबत में ये मधुर संबंध मुकेश बोरा के काम आ गए। महिला ने अपने परिवहन अधिकारी पति से तत्काल मुकेश बोरा के लिए भीमताल से नेपाल के लिए टैक्सी कराने का आदेश दे दिया।
बीबी के आदेश को अंतिम आदेश मानकर परिवहन अधिकारी ने गुरुवार सुबह मुकेश बोरा के लिए भीमताल से नेपाल के लिए टैक्सी बुक भी करवा दी।
कहा तो जा रहा है कि यह परिवहन अधिकारी इधर से उधर करवाने में गजब का खिलाड़ी है। उत्तराखंड के होटल तो छोड़िए नेपाल के होटल तक में उसकी अच्छी खासी पहचान है। अब परिवहन अधिकारी जो ठहरा इतना तो कर ही सकता है।
लेकिन जिस टैक्सी में बैठकर मुकेश बोरा मुंह में मास्क लगाए भीमताल से हल्द्वानी होते हुए बरेली रोड होते हुए किच्छा पुलभट्टा के पास पहुंचा, उस टैक्सी के ड्राइवर ने मुकेश बोरा को पकड़ लिया।
दरअसल, हुआ यूं कि ड्राइवर के एक दोस्त का अचानक फोन आया कि तेरी गाड़ी में जो बैठा है वह दुष्कर्म का आरोपी नैनीताल दुग्ध संघ का अध्यक्ष मुकेश बोरा है। इतना सुनना भर था कि ड्राइवर ने पुलभट्टा के पास गाड़ी में ब्रेक मार दिया। और पीछे की सीट में मास्क लगाए मुकेश बोरा से मास्क खोलने को कहा।
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खतरा भांप कर मुकेश बोरा ने ड्राइवर का हाथ झटक दिया और गाड़ी का दरवाजा खोलकर सड़क में दौड़ लगा दी। नैनीताल पुलिस को भी भीमताल से किच्छा पुलभट्टा पहुंचे दुष्कर्म और पॉक्सो के आरोपी मुकेश बोरा के आने की जानकारी ड्राइवर ने विस्तार से बताई।
अब नैनीताल की कर्मठ पुलिस मुकेश बोरा को भीमताल से किच्छा पुलभट्टा और फिर नेपाल भगाने में मदद करने वालों से पूछताछ में जुटी है। यूपी के साथ साथ नेपाल बार्डर पर भी पुलिस तैनात कर दी गई है। बाकी मुकेश बोरा अब भी बचने की जुगत में लगा हुआ है।